The Pomodoro Technique

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The Pomodoro Technique

Francesco Cirillo
चीजों को कैसे मेंटल स्ट्रेस लिए बिना पूरा करें

दो लफ़्ज़ों में
पोमोडोरो टेक्निक एक ऐसी किताब है जिसमें आपके दिन के कामों को सबसे सिंपल लेकिन इफैकटिव तरीके से पूरा करने की टेक्निक लिखी गई है। इन टेक्निकस की हेल्प से आप अपने दिन के बड़े-बड़े टास्क को छोटे-छोटे हिस्सों में डिवाइड करके पूरा कर सकते हो। ऐसा करने से आपके अंदर कभी भी अपने टास्क को पूरा करने के लिए मोटिवेशन कम नहीं होगी। यदि आप किताब में दी गई टेक्निकस को अपनाते हो तो दिन के कामों पर आप और भी अधिक कंट्रोल पा सकते हैं। यह एक ऐसी किताब है जो आपको एक इफैकटिव वर्कर बनने के रास्ते पर ले कर जाती है।

किन किसके लिए है?
- यह किताब उन लोगों को पढ़ने की जरूरत है जिनको अपना टाइम मैनेज करने की आदत है।
- उन लोगों के लिए जो अपने दिन के सभी कामों को समय से कंप्लीट नहीं कर पाते हैं।
- यह किताब उन लोगों के लिए लिखी गई है जिनको कम मेहनत करके अपने समय को बहुत प्रोडक्टिव बनाना है।

लेखक के बारे में
फ्रांसिस्को सिरिलो ने 1980 में अपने यूनिवर्सिटी के दिनों में इस किताब को लिखा था। उस समय वह अपने समय को इफैकटिव तरीके से स्ट्रक्चराइज और प्रोडक्टिव नहीं बना पा रहे थे। इसलिए उन्होंने कुछ ऐसी टेक्निकस को डिवेलप किया जो किसी भी व्यक्ति के समय को इफैकटिव तरीके से स्ट्रक्चर कर सकती है। किताब का नाम पोमोडोरो टेक्निक रखा गया। अब लेखक फ्रांसिस्को pomodorotechnique.com नाम की वेबसाइट भी चलाते हैं। इस वेबसाइट में वह उन लोगों को कोचिंग देते हैं जो किताब पढ़ने के बाद भी टेक्निक को समझ नहीं पाते हैं।

अपने दिन को आसान बनाने के लिए कामों को पोमोडोरो टेक्निक के अकॉर्डिंग छोटे-छोटे हिस्सों में बांटना
आज के समय में लगभग हर तीसरा इंसान प्रोक्रास्टिनेशन की प्रॉब्लम को फेस कर रहा है। यह एक ऐसी प्रॉब्लम है जिसमें व्यक्ति समय से अपने दिन के कामों को पूरा नहीं कर पाता है। यह प्रॉब्लम इसलिए आती है क्योंकि आजकल लगभग हर व्यक्ति का शेड्यूल बिजी हो गया है और कहीं ना कहीं इंसान भी बहुत लेजी बन चुका है।

इस प्रॉब्लम से रिलेट करने के लिए हम एक एग्जांपल लेते हैं। मान लीजिए शाम का समय है और आप अपने कंप्यूटर स्क्रीन के आगे बैठे हुए हैं। आपको लगभग 50 पावर पॉइंट स्लाइड बनानी है। यह जानते हुए भी कि इन स्लाइड को आपको ही बनाना पड़ेगा आप अपनी फेसबुक चला रहे हैं या फिर अपने दोस्तों की तस्वीरें देख रहे हैं। आप यह करते-करते घंटों बिता देते हैं।

आप उस समय को इंजॉय भी नहीं कर पा रहे हैं बल्कि काम पूरा ना करने की वजह से गिल्टी फील कर रहे हैं। हर 5 मिनट बाद आप सोच रहे हैं कि काश मैं काम करके इस गिल्ट को खत्म कर पाऊं। परंतु ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा है और आप अभी भी अपनी फेसबुक चला रहे हैं।

घंटे बीत जाते हैं, काफी कॉफी पीने के बाद आपको फिर से याद आता है कि अभी भी पावर पॉइंट की 50 स्लाइड बनानी है।

लेखक सिरिलो भी सेम प्रॉब्लम अपने यूनिवर्सिटी के दिनों में फेस कर रहे थे। उन्हें ऐसा लगता था कि वह बेड़ियों में बंद हो चुके हैं और उनकी बेड़ियों ने टमाटर की शेप ले ली हैं। 

उसके बाद से ही लेखक ने कुछ ऐसी टेक्निकस को डिवेलप किया जिनका यूज़ करके वह अपने बड़े-बड़े टास्क को छोटे, मेनेजेबल और मोटीवेटिंग हिस्सों में बांटकर पूरा करने लगे। लेखक ने इन टेक्निकस का नाम पोमोडोरी के नाम पर रख दिया। 

ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्होंने लेखक की किताब पढ़ी और प्रोकास्टिनेशन से छुटकारा पाया। लोग यह किताब पढ़ कर अपना काम समय से पूरा करने लगे और उन्हें किसी भी बात का गिल्ट नहीं रहने लगा। यदि आपको भी लगता है कि आप हर 5 मिनट बाद काम पूरा करने की आशा करते हैं लेकिन कर नहीं पाते तो आपको यह समरी जरूर पढ़नी चाहिए।

ज्यादातर लोगों के लिए समय ही सबसे बड़ा दुश्मन है। जब भी आप अपनी पावर पॉइंट की स्लाइड बनाने बैठेंगे तो समय बहुत अधिक लगेगा। परंतु जैसे ही आप अपने इंस्टाग्राम या सोशल मीडिया को खोल कर आराम करने लगेंगे तो समय हवा की तरह बीतेगा। 

इसी अनमैनेजेबल रूटीन की वजह से आपका कोई भी काम समय से पूरा नहीं होता है। पहली स्लाइड बनाते ही आपका आराम करने का मन कर जाता है और दिन खत्म होते ही जब आप अपनी टू डू लिस्ट को देखते हैं तो पता चलता है कि एक भी काम पूरा नहीं हुआ है। एक और दिन कॉफी पीते हुए, दोस्तों से बात करते हुए, सोशल मीडिया चलाते हुए और आराम करते हुए बीत जाता है।

अगर आपका दिन भी इसी तरह कटता है तो इसका मतलब यह है कि आप का रूटीन ही बेकार है और काम एक बोझ है। काम पूरा ना होने की वजह से फ्रस्ट्रेशन और इरिटेशन होने लग जाती है। साथ ही साथ काम पूरा ना करने का गिल्ट भी होता है। इसलिए डिसाइड करते हैं कि आप सारा काम नाइट शिफ्ट में करेंगे। रात में भी अधिकतर समय सोशल मीडिया को स्क्रोल करते-करते बीत जाता है।

एक और रात काम ना कर पाने की वजह से उदास होकर आप सोने चले जाते हैं। सुबह उठकर फिर से आपके काम करने की पुरानी और यूज़लेस साइकिल शुरू हो जाती है। केवल आप ही नहीं बल्कि ऐसे बहुत से लोग हैं जो इसी समस्या का सामना कर रहे हैं।

लेकिन शुक्र यह है कि हम अपने यूजलेस रूटीन को एक हेल्थी रूटीन में बदल सकते हैं। इसके लिए सिर्फ आपको अपने बड़े टास्क को छोटे-छोटे 20 से 45 मिनट में डिवाइड करना है। अंत के बाद आपको खुद से यह प्रॉमिस करना है कि इस समय में बिना ब्रेक लिए काम करना है। चाहे कितनी ही बड़ी प्रॉब्लम क्यों ना आ जाए लेकिन इस पर्टिकुलर टाइम में आपको टास्क कंप्लीट करना ही है। उसके बाद आप छोटा सा ब्रेक जरूर ले सकते हैं।

 इसी कंसेप्ट को मद्देनजर रखते हुए लेखक ने एक पोमोडोरो टेक्निक को डिवेलप किया:

1 एक अलार्म क्लॉक या टाइमर लीजिए। उसमें 25 मिनट का टाइम सेट करें। (हो सके तो टमाटर के शेप की अलार्म क्लॉक लें) टाइमर ऑन करते ही अपने टास्क को करने लग जाए और उस समय में केवल एक ही टास्क पर फोकस करें। इस 25 मिनट के टाइम को पोमोडोरो कहा जाएगा।

2 टाइमर खत्म होते ही 5 मिनट का ब्रेक ले। उस ब्रेक में पानी पिएं, ठंडी हवा में घूमे और थोड़ा रिलैक्स करें।

 ब्रेक लेने के बाद आप फिर से रिफ्रेश हो जाएंगे और अपने नेक्स्ट पोमोडोरो के लिए तैयार हो जाएंगे।

पोमोडोरी की वजह से इंसान हमेशा मोटिवेटेड रहता है और बिना स्ट्रेस लिए काम खत्म करता है
अपने दिन भर के कामों को छोटे-छोटे पोमोडोरी में बांटने के बहुत से फायदे हैं। ऐसा करने से अधिक काम करने का मन करता है। सबसे अच्छी बात यह है  कि इसके लिए महंगी चीजें खरीदने की जरूरत नहीं है। अपने दिन को छोटे-छोटे पार्ट में डिवाइड करके काम मोटिवेशन के साथ किए जा सकते हैं। दिन खत्म होने पर किसी भी तरह का गिल्ट नहीं रहता है।

टेक्निक के ज़रिये आप अपने काम को लेकर फोकस रहते हैं और उस पर कंट्रोल रखते हैं।

पोमोडोरो इतना छोटा टाइम इंटरवल होता है कि इसमें किसी भी इंसान का काम ना करने का मन नहीं कर सकता है। इंसान को यह पता होता है कि हर 25 मिनट के बाद एक ब्रेक मिलने वाला है। इसलिए काम ना करने की कोई वजह ही नहीं रहती है। इस वजह से आप हमेशा मोटिवेटेड रहते हैं और अपने दिन को अधिक प्रोडक्टिव बना सकते हैं।

जिस तरह से माउंट एवरेस्ट को एक बारी में नहीं चढ़ा जा सकता है उसी तरह से किसी भी मुश्किल टास्क को एक बारी में नहीं किया जा सकता है। अगर आप ऐसा करने की कोशिश करते हैं तो यह आपको प्रोकास्टिनेशन की ओर ले कर जाएगा।

पोमोडोरो से आपके अंदर काम करने की भावना आती है। यह पर्टिकुलर टाइम खुद से ही इतना मेनेजेबल है कि आपको काम खत्म करने के बारे में सोचना ही नहीं पड़ेगा। बल्कि 25 मिनट तक काम करने से आपकी एनर्जी भी सेव रहेगी क्योंकि हर 25 मिनट बाद आपको ब्रेक मिलते रहेंगे। इस वजह से आप इरिटेट भी नहीं होंगे।

पोमोडोरो टेक्निक की सहायता से आप सेटिस्फेक्शन के इमोशन से घर जा सकते हैं। आपको किसी भी तरह का काम ना करने का गिल्ट नहीं होगा। बल्कि यह फील होगा कि आपने अपने दिन के काम कम्पलीट कर दिए हैं। रात को सोफे पर बैठ कर भी काम नहीं करना पड़ेगा। आप उस टाइम को आराम करने या फिर अपनी फैमिली के साथ सपेंट करने में यूज़ कर सकते हैं।

हाफ पोमोडोरो नाम की कोई भी चीज नहीं होती है: एक पोमोडोरी हमेशा 25 मिनट की होती है।

पोमोडोरो टेक्निक तभी काम करती है जब आप रूल का को फॉलो करेंगे। सबसे पहला और इंपॉर्टेंट रूल यही है कि एक पोमोडोरी को टाइम पर कंप्लीट करना। हाफ पोमोडोरो या 80% पोमोडोरो कभी भी काम नहीं करता है। इस  टेक्निकस के रूल इतने सट्रिक्ट हैं की आप 1 मिनट पहले भी काम समाप्त नहीं कर सकते हैं। 25 मिनट बाद जब टाइमर बजेगा आप तभी उठ सकते हैं।

एक बार टाइमर सेट करने के बाद अगले 25 मिनट तक आपको फोकस रहना पड़ेगा। किसी भी हाल में प्रेजेंटेशन 25 मिनट में कंप्लीट करनी होगी। चाहे कितनी ही बड़ी मुसीबत क्यों ना आ जाए आप 25 मिनट से पहले नहीं उठ सकते हैं। इन 25 मिनट के दौरान जल्दी से स्नेक्स लेना, सोशल मीडिया चेक करना, वॉशरूम जाना कुछ भी करने की परमिशन नहीं है।

अगर आपके घर में आग लग जाती है आप केवल तभी उठ सकते हैं इसके पहले उठने का सोचना भी नहीं चाहिए।

अगर बीच में आप कुछ करने के लिए उठ जाते हैं या फिर अपनी सोशल मीडिया भी देखने लग जाते हैं तो पोमोडोरी को तभी खत्म कर दीजिए और दोबारा से टाइमर लगाकर शुरू करें। क्योंकि इनकंप्लीट पोमोडोरी को काउंट नहीं किया जाता है।

यह पढ़ने के बाद आप जरूर सोच रहे होंगे कि इतने सट्रिक्ट रूल को फॉलो करने की क्या जरूरत है?

लेकिन एक डिसीप्लिन वाला इंसान बनकर काम करने के लिए आपको यह सट्रिक्ट रूल फॉलो करने ही पड़ेंगे। दिन के टास्क तब तक कंप्लीट नहीं हो सकते तब तक आप पोमोडोरी के रूल को फॉलो नहीं करेंगे।

अगर आप अपने काम को 20 मिनट में ही कम्पलीट कर देते हैं तो पोमोडोरी को ख़तम करने के बारे में सोचना भी नहीं है। बल्कि उन 5 मिनट को अपने द्वारा किए गए काम को इंप्रूव करने में यूज़ करना। पोमोडोरी शुरू होने के बाद 25 मिनट तक बैठकर आपको काम करना ही पड़ेगा। समय बचने पर रिलैक्स करने या सोशल मीडिया को स्क्रोल करने के बारे में सोचना भी नहीं है। बल्कि  उस समय में अपने द्वारा किए गए काम को और इंप्रूव करना चाहिए।

पोमोडोरी कंप्लीट होने के बाद ब्रेक लेना बहुत जरूरी है
जैसे पोमोडोरी का समय 25 मिनट तय किया गया है, उसी तरह से पोमोडोरी कंप्लीट होने के बाद ब्रेक लेना भी रूल में जोड़ा गया है।

अगर आपको अपना दिन प्रोडक्टिव बनाना है तो हर पोमोडोरी कंप्लीट होने के बाद 5 मिनट का ब्रेक लेना जरूरी है। इस ब्रेक में अपने किसी भी ऑफिस या अन्य काम को नहीं करना है बल्कि अपने माइंड को फ्रेश और रिलैक्स करना है।

अपने दिमाग को रिलैक्स करिए और अपना काम कम्पलीट करने की फीलिंग को इंजॉय करें। दिमाग को इस तरह से तैयार करें कि 5 मिनट के बाद आपको अपना दूसरा टास्क कंप्लीट करना है।

अगर आप इस रूल को फॉलो नहीं करते हैं तो आपके लिए मोटिवेटेड रहना बहुत मुश्किल हो जाएगा। हर पोमोडोरी के बाद 5 मिनट का ब्रेक इसलिए रखा गया है ताकि आपका दिमाग शॉट इंटरवल के लिए फोकस रहे। ऐसा करने से और भी मोटिवेटेड फील होता है।

हर पोमोडोरी के बाद 5 मिनट का ब्रेक लेना चाहिए। लेकिन जैसे ही आपकी 4 पोमोडोरी कंप्लीट हो जाती है आपको अपने दिमाग को एक लंबा ब्रेक देना होगा। यह ब्रेक कम से कम 15 से 20 मिनट का होना चाहिए।

इन रूल को फॉलो करके आप अपने दिन को बहुत अधिक प्रोडक्टिव बना सकते हैं। आप मोटिवेटेड और एफिशिएंट फील करेंगे। इस तरह से किसी भी तरह का गिल्ट नहीं होगा।

अब जब आप सभी रूल को समझ चुके हैं तो एक नजर उन टूल्स पर मारते हैं जिनका यूज़ आपको तकनीक को फॉलो करने में करना है।

पोमोडोरी शुरू करने के लिए आपको सिर्फ दो लिस्ट और टाइमर की जरूरत है।

किसी भी पोमोडोरी को पूरा करने के लिए अगर टूल्स सिंपल हो तो उसे करने का मजा ही कुछ और है। शुक्र है कि पोमोडोरी करने के लिए टूल्स इतनी सिंपल है कि वह किसी भी घर में आसानी से मिल सकते हैं।

सबसे पहले आपको जरूरत है एक टाइमर की। जरूरी नहीं है कि टाइमर टमाटर की शेप का ही होना चाहिए। एक स्टॉपवॉच भी काम कर सकती है।

टाइमर शुरू होते ही अपने काम पर लग जाइए। 25 मिनट बाद जब आपका टाइमर खत्म हो जाएगा तब आपका माइंड फोकस मोड से हटकर रिलैक्स मोड पर चला जाएगा। 5 मिनट बाद आपका माइंड फिर से रिलैक्स मोड से हटकर फोकस मोड पर चला जाएगा।

इसके बाद आपको दो लिस्ट की जरूरत पड़ेगी जिनमें से पहले लिस्ट है टू डू लिस्ट। इस लिस्ट में दिन भर में पूरे किए जाने वाले कामों को लिखें।

आप अपनी टू डू लिस्ट को कुछ इस तरह से स्ट्रक्चराइज कर सकते हैं। जैसे कि एक प्रेजेंटेशन बनाने के लिए आप 4 पोमोडोरी का इस्तेमाल कर सकते हैं। बिल पास करने के लिए आप एक पोमोडोरी का इस्तेमाल कर सकते हैं। सेमिनार के लिए लोकेशन ढूंढने के लिए आप 2 पोमोडोरी का इस्तेमाल कर सकते हैं।

इस तरह से हर काम होने के बाद आप और भी ज्यादा मोटिवेटेड फील करेंगे और दिन के अंत तक सारे कामों को कम्पलीट कर देंगे।

किसी भी तरह की इंटरनल या एक्सटर्नल इंटर्पशन से दूर रहें
अब तक आपको यह पता लग चुका होगा कि सिर्फ टाइम ही आपका सबसे बड़ा दुश्मन नहीं है  मोडोरो टेक्निक की हेल्प से टाइम को दोस्त बनाया जा सकता है। परंतु ऐसी बहुत सी एक्सटर्नल और इंटरनल इंटर्पशन है जो आपकी पोमोडोरी वेस्ट कर सकती है।

यह इंटर्पशन किसी भी तरह का हो सकता है जैसे कि बीच में फोन कॉल आना, रात के मैच के रिजल्ट के बारे में सोचना, पिज़्ज़ा ऑर्डर करने की सोचना एक्स्ट्रा।

इन इंटर्पशन को दो हिस्सों में बांटा गया है। पहले पार्ट को इंटरनल इंटर्पशन का नाम दिया गया है। यह वह इंटर्पशन है जो आप खुद से बनाएंगे जैसे कि:

1  किसी नए प्रोजेक्ट का आईडिया आना।

2  पिज़्ज़ा ऑर्डर करने का मन करना।

3  अपने किसी दोस्त के बर्थडे  प्रेजेंट के बारे में सोचना इत्यादि।

इंटर्पशन के दूसरे पार्ट को एक्सटर्नल इंटर्पशन का नाम दिया गया है। यह आउटसाइड फोर्से है जो आपकी पोमोडोरी खत्म कर सकते हैं।

4   जैसे कि किसी की फोन कॉल आना।

5  किसी का अननेसेसरी मेला आना।।

6  या फिर पिज़्ज़ा की डिलीवरी आना जो आपने अपने लास्ट पोमोडोरी ब्रेक के दौरान आर्डर किया था।

यह इंटर्पशन आपकी पोमोडोरी को तोड़ने में हेल्प कर सकती है और इस वजह से आपके अंदर और भी अधिक फ्रस्ट्रेशन और इरिटेशन आएगी।

इन इंटर्पशन को फोकस रहकर कम किया जा सकता है। इन इंटर्पशन से निचे दिए गए पॉइंट को फॉलो करके छुटकारा पाया जा सकता है:

1 इंटरनल इंटर्पशन से केवल आप खुद से छुटकारा पा सकते हैं। जब भी किसी तरह का आईडिया दिमाग में आए तो यह सोच ले कि आपको पहले अपना टास्क कंप्लीट करना है। 

2 अगर किसी का कॉल आता है तो उसको वॉइस मैसेज पर मैसेज छोड़ने के लिए कहें। अपनी ईमेल की नोटिफिकेशन को बंद कर दें। यदि कोई आपसे मिलने आता है तो अपने पोमोडोरी के दौरान ना मिले।

3 आप पोमोडोरी समय से पहले तभी खत्म कर सकते हैं यदि इमरजेंसी के सिचुएशन हो जैसे कि कोई आपकी उंगलियां काट दे। यदि कोई इंसान आपका पैन वापस करने आता है तो उसे वेट करने के लिए कहे जब तक आपकी पोमोडोरी पूरी खत्म ना हो जाए।

कुल मिलाकर
पोमोडोरो टेक्निक बहुत ही सिंपल और इफैकटिव टेक्निक है। अपने दिन भर के कामों को 25 मिनट के इंटरवल में बांट दे। हर इंटरवल के बाद 5 मिनट का ब्रेक लें। ऐसा करने से आप मोटिवेटेड और फोकस रहेंगे तथा अपने दिन को प्रोडक्टिव बना पाएंगे।

यदि पोमोडोरी के दौरान बॉस लास्ट नाइट हुए मैच के बारे में डिस्कस करना चाहता है तो उसे बहुत प्यार से  मना कर दे और अपने काम को खत्म करने में लग जाएं। पर्सनल रिलेशनशिप बहुत जरूरी होते हैं परंतु पोमोडोरी के बीच में कोई भी रिलेशनशिप को आने ना दें। बस अपने काम की तरफ फोकस और मोटिवेटेड रहें।

 

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