Dan Brown
रहस्य और रोमांच से भरी हुई कहानी
दो लफ्जों में
इस किताब में एक रहस्य और रोमांच से भरी हुई ऐसी कहानी को लिखा गया है जिसमें जीसस की ब्लड लाइन यानी उनकी आगे की फैमिली का सबूत देने वाली होली ग्रेल की तलाश के बारे में बहुत ही दिलचस्प और खूबसूरत तरीके से बताया गया है.लेखक के बारे में
डेन ब्राउन का जन्म 22 जून 1964 को न्यू हैम्पशायर, इंग्लैंड में हुआ था. वह दुनिया के जाने माने लेखक हैं. उनकी लिखी हुई किताबों को दुनिया भर में पसंद किया गया जिनमें से कुछ यह हैं : - 1997 मे लिखी गई डिजिटल फोरट्रेस, 2000 में एंजेल्स एंड डेमन्स, 2001 मे डीसेप्शन पॉइंट, 2003 मे द वींची कोड.
यह किन लोगों के लिए है ?
जो रहस्य और रोमांच से भरपूर कहानियों को सुनना पसंद करते हैं और जिनको इतिहास की सच्ची घटनाओं की सनसनी को महसूस करने में इंटरेस्ट है.
The Da Vinci Code
इस किताब में क्रिश्चियन धर्म को मानने वाले दो ग्रुप दिखाए गए हैं . एक ग्रुप है ' प्रायोरी ऑफ सायन '. यह ग्रुप 1099 में यरूशलम में बनाया गया था. और काफी सालों तक अपना काम करता रहा. इस ग्रुप में दुनिया की जानी मानी हस्तियां शामिल थीं. जैसे साइंटिस्ट न्यूटन, बॉटीचेली, द विंची और विक्टर ह्यूगो वगैरह. इस ग्रुप के मुताबिक जीसस की शादी मेरी मेगडेलेन से हुई थी. और उनकी एक बेटी भी थी. बाद में जिसकी शादी फ्रैंकीस्किन राज्य में की गई थी. और इसी तरह से जीसस के वंशज आगे बढ़ते गए. इस ग्रुप को यकीन था कि आज भी दुनिया में जीसस की ब्लड लाइन यानी उन की फैमिली में से कोई न कोई शख्स जरूर जिंदा था. प्रायोरी ऑफ सायन का काम इस सच्चाई को बचा कर रखना था.
दूसरा ग्रुप था ' ओपस डे '. जो एक धार्मिक और बहुत पुराने विचारों वाला ग्रुप था. इस ग्रुप में रोमन कैथोलिक चर्च के बड़े-बड़े लोग शामिल थे जो बाइबिल के दिखाए हुए रास्ते पर चलते थे. वह लोग यह मानने के लिए तैयार नहीं थे कि जीसस ने शादी की थी, उनके कोई बेटी थी और उनकी जनरेशन आगे बढ़ी थी. उन लोगों का मानना था कि जीसस एक भगवान थे. और इन सब चीजों से दूर थे . और अगर यह बात सच हो जाती तो बाइबल के बारे में पढ़ाई गई उनकी सारी बातें झूठी साबित हो जातीं. और लोग उनकी बातों को मानना बंद कर देते. इसी बात पर प्रायोरी ऑफ सायन और ओपस डे मे झगड़ा चल रहा था. लेकिन ओपस डे खुलेआम झगड़ा नहीं कर सकते थे. क्योंकि वह शांतिप्रिय लोग थे. इसी लिए उन्होंने अपने ग्रुप में ही एक सीक्रेट ग्रुप तैयार किया था जिसके लोग प्रायोरी ऑफ सायन के लोगों को मारते थे .
कहानी की शुरुआत पेरिस के मशहूर लूवर म्यूजियम में होती है, जहां 76 साल के जैक्स सोनिए नाम के शख्स म्यूजियम की देखभाल का काम करते थे . उस वक्त म्यूजियम में एक रहस्यमय आदमी खुद को काले रंग की हूडी वाली ड्रेस में पूरी तरह से छुपा कर सोनिए का पीछा कर रहा था. और उन्हें मारने वाला था. उसका नाम सीलेस था, और वो ओपस डे के सीक्रेट ग्रुप का हिस्सा था. वह प्रायोरी ऑफ सायन के लोगों को गुप चुप तरीके से मार रहा था. सोनिए भी प्रायोरी ऑफ सायन के मेम्बर थे . जिन्होंने जीसस की ' होली ग्रेल ' की हिफाजत करने की कसम खाई थी. होली ग्रेल एक ऐसा सबूत था जिसके सामने आ जाने पर यह साबित हो जाने वाला था कि जीसस और मेगडेलेन के करीबी रिश्ते थे . सीलेस ने उन्हें मारने से ठीक पहले उन से ' की स्टोन ' का लोकेशन पूछा . सोनिए ने मौत के डर से उसे की स्टोन का लोकेशन बता दिया कि वह एक चर्च में लाइन ऑफ रोज के नीचे रखा हुआ था. यह सुनने के बाद सीलेस ने उन्हें मार दिया और वहां से चला गया.
उसी दौरान रॉबर्ट लैंगडन नाम के एक अमेरिकन सिंबोर्लॉजिस्ट गेस्ट लेक्चर देने के लिए पेरिस आए हुए थे और वहीं किसी जगह पर अलग-अलग सिंबल्स का मतलब समझा रहे थे. तभी फ्रेंच पुलिस वहां आकर उन्हें पूछताछ के लिए म्यूजियम में कत्ल वाली जगह पर ले गई . वहां पर बेजू फैश नाम के एक पुलिस अधिकारी ने रॉबर्ट से पूछा कि वह सोनिए को कैसे जानते थे ? तो अपने जवाब में रॉबर्ट ने बताया कि उन की उन से कोई खास जान पहचान नहीं थी. वह दोनों बस एक दो बार मिले थे. फिर रॉबर्ट को सोनिए की डेड बॉडी दिखाई गई. जो एक अजीब हालत में नजर आ रही थी. उन के पेट में गोली मारी गई थी. डेड बॉडी पर एक भी कपड़ा मौजूद नहीं था. और आस पास खून से एक मैसेज के साथ कुछ नंबर्स की पहेली लिखी हुई थी. रॉबर्ट को उस पहेली का मतलब समझ में नहीं आया. बेजू फैश ने पहेली को हल करने के लिए पुलिस डिपार्टमेंट से क्रिप्टोग्राफर को वहां पर बुलवाया . तभी रॉबर्ट ने देखा कि सोनिए की बॉडी दा विंची की पेंटिंग की नकल करते हुए फर्श पर पड़ी थी. और शायद इसी चीज को क्लियर करने के लिए मरने से पहले उन्होंने अपने सारे कपड़े उतार दिए थे. तभी डिपार्टमेंट की क्रिप्टोग्राफर सोफी न्यूव वहां आ गई. कुछ देर बाद उसने बेजू फैश को बताया कि उसने पहेली को हल कर लिया था. लेकिन उसके बारे में बताने से पहले वह रॉबर्ट को एक अर्जेंट मैसेज देना चाहती थी. उस ने रॉबर्ट के हाथ में चुपके से कागज का एक टुकड़ा पकड़ा दिया. जिस पर एक फोन नंबर और उसका कोड लिखा हुआ था. और उससे यू . एस. एंबेसी में कांटेक्ट करने को कहा. रॉबर्ट ने बेजू फैश से उसका सेल फोन लिया और वहां से अलग हटकर कागज पर लिखे नंबर और कोड को मिलाया. तो दूसरी तरफ से सोफी की रिकॉर्डेड आवाज में बताया गया कि उसकी जान खतरे में थी. और वह उसकी मदद करना चाहती थी .
The Da Vinci Code
दूसरी तरफ सीलेस ने टीचर नाम के आदमी को कॉल करके बताया कि उसने चारों आदमियों को मार दिया था और उन सब ने की स्टोन की एक ही लोकेशन बताई थी. इसके अलावा वहां पर बिशप मैनुएल अरिंगारोसा नाम का एक आदमी भी ओपस डे के सीक्रेट ग्रुप का हिस्सा था और वह इस ऑपरेशन का इंचार्ज था. वह अपने प्राइवेट जेट प्लेन से पेरिस जा रहा था. जहां पहुंचकर उसे दो करोड़ यूरो मिलने वाले थे. उसी दौरान दौरान बिशप ने सोचा कि कैसे पांच महीने पहले टीचर के कहने पर उसकी वेटिकन के पोप के साथ मुलाकात हुई थी. दरअसल टीचर ने बिशप को कॉल करके यह कहा कि वह वेटिकन के पोप से मिले. और उन्हें यह यकीन दिला दे कि वह लोग वेटिकन को ओपस डे के मुकाबले में ज्यादा पावरफुल बना सकते थे. इसके लिए उनके पास यह प्लान था कि वह होली ग्रेल वेटिकन को सौंप देंगे. जिसके बाद उनकी पवार बहुत ज्यादा बढ़ जाएगी और इसके लिए उन्हें दो करोड़ यूरो चुकाने होंगे.' तभी उसको टीचर का कॉल आया. और वह अपनी सोच से बाहर आ गया. उसने उसे बताया कि सीलेस की स्टोन लेने के लिए चर्च की तरफ जा रहा था. यह सुनकर बिशप ने सेंट सल्पाइन चर्च की सिस्टर सनड्रीन को फोन करके बताया कि उनका एक आदमी उसी वक्त रात में वहां आने वाला था. और उसे चर्च में एंट्री देने के लिए कहा. और फिर पेरिस पहुंचकर बिशप ने चर्च के ऑफिशियल लोगों से दो करोड़ यूरो की रकम के वेटिकन बैंक के बीयरर बॉन्ड हासिल कर लिए.
दूसरी तरफ म्यूजियम में सोफी ने बेजू फैश के नाराज होने के बावजूद पहेली का सही जवाब नहीं बताया. और वहां से चले जाने का दिखावा करके वह चुपके से म्यूजियम के बाथ रूम में पहुंच गई. फिर रॉबर्ट भी सोफी के पास वहीं पहुंच गया. सोफी ने उसे बताया इस केस में सबसे ज्यादा उसी पर शक किया जा रहा था. क्योंकि सोनिए की बॉडी के पास खून से लिखा हुआ था : ' पी. एस. रॉबर्ट लैंगडन '. जिसे बेजू फैश ने मिटा दिया था. रॉबर्ट ने सोफी से पूछा कि वह उसकी मदद क्यों कर रही थी ? तो उसने बताया कि सोनिए उसके ग्रांड फादर थे. और वह अपने मैसेज से उसका ध्यान अपनी तरफ खींचना चाहते थे. वह उसको प्रिंसेस कहकर बुलाते थे. इसी वजह से उन्होंने असल में प्रिंसेस सोफी लिख कर रॉबर्ट से कांटेक्ट करने का इशारा किया था.
फिर सोफी ने इस बारे में सोच विचार किया कि कैसे उसके रिश्ते अपने दादा जी से बिगड़ गए थे.10 साल पहले जब वह अपने बोर्डिंग स्कूल की गर्मियों की छुट्टी में अचानक घर पहुंची उसने ऐसा कुछ देख लिया था कि उसने अपने दादाजी का घर छोड़ कर अकेले रहने का फैसला कर लिया . दरअसल जब घर पहुंचने के बाद सोफी को सोनिए घर पर नहीं मिले तो वह उनके एक दूसरे मकान में उन्हें देखने के लिए के लिए चली गई. वहां पर बहुत से अमीर लोग मौजूद थे. जो उस मकान के एक गुप्त तहखाने में बड़े अजीब तरह की पूजा के रिवाजों को निभाते हुए खुलेआम संबंध बना रहे थे. और उन लोगों में सोनिए भी शामिल थे. यह सब देख कर वो डर गई और बिना सोनिए से मिले वहां से चली गई. वहां से जाने से पहले उसने सोनिए के नाम एक नोट लिखा कि उसने सब कुछ देख लिया था. और अब वह उनसे कभी नहीं मिलेगी . बाद में सोनिए ने अपनी सफाई में बहुत से लेटर्स सोफी को लिखे. लेकिन उसने उनको नजर-अंदाज कर दिया और उनसे कभी कॉल ना करने के लिए कहा. लेकिन मरने से पहले सोनिए ने सोफी को कॉल किया. और उसकी आंसरिंग मशीन पर एक मैसेज छोड़ दिया. जिसमें कहा गया था कि उन दोनों की जान को गंभीर खतरा था. और वह उसे उसके परिवार की सच्चाई बताना चाहते थे. सोनिए ने उस से प्रार्थना की कि वह तुरंत आकर उनसे मिले. दरअसल, सोफी जब छोटी थी तो उस के पेरेंट्स, भाई और दादी मां एक कार एक्सीडेंट में मारे गए थे. और सोनिए ने उसको पाल पोस कर बड़ा किया था. हालांकि वह इस मैसेज के बारे में जानकारी लेना चाहती थी. फिर उसे लगा कि शायद सोनिए उससे मिलने की कोशिश में इस तरह का कोई बहाना बना रहे थे. लेकिन वह गलत थी .फिर उसे याद आया कि शब्दों की पहेलियां हल करने में उसे बहुत इंटरेस्ट था. इसे देखते हुए उन्होंने उसे एक क्रिप्टोग्राफर बनने में बढ़ावा दिया.
इसी बीच बेजू फैश को पता चला कि सोफी को क्रिप्टोग्राफी डिपार्टमेंट से वहां नहीं भेजा गया था. वह अपनी मर्जी से वहां गई थी. तभी म्यूजियम में खतरे का अलार्म बजने लगा. जी पी एस ट्रैकिंग डिवाइस से पता चला कि रॉबर्ट, म्यूजियम की बिल्डिंग की ऊंची खिड़की से कूद गया था. दरअसल बेजू फैश ने रॉबर्ट के जैकेट की जेब में चुपके से जी पी एस ट्रैकिंग डिवाइस सेट कर दी थी. और वह उसकी हर हलचल पर निगाह रख रहा था. और फिर कुछ पलों बाद उसकी लोकेशन तेजी से सड़क पर दौड़ती हुई नजर आने लगी थी. हालांकि रॉबर्ट और सोफी उस वक्त भी म्यूजियम की बिल्डिंग के अंदर ही मौजूद थे. असल में उन्हें इस जी पी एस डिवाइस के बारे में पहले ही पता चल गया था और उन्होंने डिवाइस को बाथरूम में रखे एक साबुन पर चिपका दिया और उसे नीचे सड़क पर दौड़ती हुई ट्रक में उछाल दिया था. म्यूजियम से सारे पुलिस वाले रॉबर्ट को पकड़ने के लिए ट्रैकिंग डिवाइस की लोकेशन पर चले गये. इसके बाद उन दोनों ने सोनिए की डेड बॉडी के पास आकर उसके मैसेज को ध्यान से देखा. यह असल में एक अनगराम था. जिसमें अक्षरों को उलटफेर करके सही शब्द को तलाश किया जाता था रॉबर्ट ने जब उन शब्दों को सही तरीके से अरेंज किया तो शब्द थे : ' लियोनार्डो द विंची एंड मोना लिसा '. मोनालिसा की पेंटिंग लियोनार्डो द विंची ने बनाई थी और वह इसी म्यूजियम में मौजूद थी. इस पेंटिंग के पास जाने पर उन्हें एक दूसरा मैसेज मिला जिसके मुताबिक वह द विंची की एक दूसरी पेंटिंग ' मडोना ऑन द रॉक्स ' के पास पहुंचे . वहां पर उन्हें एक चाबी मिली जिसे लेकर वह वहां से बाहर निकल गए. इस बीच पुलिस को सारी हकीकत पता चल गई थी और वह सब बड़ी तेजी के साथ वापस म्यूजियम की तरफ लौट रहे थे. रॉबर्ट को पकड़ने के लिए हर तरफ पुलिसवाले तैनात थे. इस लिए उन की कोशिश किसी तरह से यू .एस. एंबेसी पहुंच जाने की थी . लेकिन वहां तक पहुंचने के सारे रास्ते पुलिस ने ब्लॉक कर दिए थे. सोफी रॉबर्ट के साथ रहकर उन की मदद कर रही थी. फिर वह लोग एक ऐसे गार्डन में पहुंच गए जहां पुलिस नहीं थी. वहां पर उन्होंने म्यूजियम में मिली चाबी के साथ सोनिए के मैसेज का रिश्ता जोड़ने की कोशिश करी. वह चाबी स्विस बैंक में सोनिए के डिपॉजिट बॉक्स की थी. इस बीच पुलिस ने न्यूज़ चैनलों पर इन दोनों को भागा हुआ मुजरिम करार दे दिया था और हर तरफ इनकी तस्वीरें दिखानी शुरू कर दी थीं. लेकिन रॉबर्ट और सोफी ने गार्डन से निकल कर उस बैंक में पहुंचने की कोशिश शुरू कर दी थी .
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उसी दौरान सीलेस देर रात को सेंट सल्पाइन चर्च पहुंच कर सिस्टर सनड्रीन से मिला. और वहां पर की स्टोन के लिए खुदाई की. लेकिन उसे वहां की स्टोन नहीं मिला . जब उसे पता चला कि सिस्टर सनड्रीन प्रायोरी ऑफ सायन की मेंबर थी तो उसने उसका कत्ल कर दिया. और वहां से चला गया.
इसी बीच सीलेस ने अपनी पिछली जिंदगी के बारे में सोच विचार किया. उसे अपना असली नाम याद नहीं था. लेकिन उसे यह याद था कि एक दिन जब उसके पिता ने उसकी मां को बहुत बुरी तरह मारा और वह नहीं उठी , तो वह अपने पिता को चाकू से मार कर वहां से भाग गया . और छिप कर रहने लगा . लेकिन बाद में वह पकड़ा गया और जेल भेज दिया गया. और फिर बहुत सालों बाद एक दिन बड़े जोर का भूकंप आया और जेल टूट गई. और वह मौका देख कर जेल से भाग गया. इसके बाद वह इधर उधर भटकता रहा. और उसके भूखों मरने की नौबत आ गई . आखिर में मैड्रिड के बिशप मैनुएल अरिंगारोसा ने उसको सहारा दिया. उस पादरी ने सीलेस को एक बाइबल दी और उसे धर्म का पाठ पढ़ाया. और फिर उसे ओपस डे मे शामिल कर लिया. फिर बिशप ने होली ग्रेल को तलाश करने का मिशन शुरू किया. और सीलेस को इस काम पर लगा दिया. लेकिन दिक्कत यह थी कि उन्हें होली ग्रेल की लोकेशन नहीं पता थी. फिर इस मिशन में टीचर नाम के एक गुमनाम आदमी ने बिशप की मदद की. उसने खुद को ओपस डे का एक फॉलोअर बता कर बिशप को कांटेक्ट किया और प्रायोरी ऑफ सायन के लोगों के बारे में बताया. और फिर सीलेस टीचर के कांटेक्ट में रहकर सायन के लोगों को मारने लगा . टीचर उसको एक के बाद एक सायन के आदमियों के बारे में बताता गया और सीलेस ने उनको खत्म किया. वह अब तक सायन के 4 आदमियों को मार चुका था.
दूसरी तरफ रॉबर्ट और सोफी किसी तरह पुलिस से बचकर स्विस बैंक में पहुंच गए . वहां पर बैंक के एक आदमी ने उन दोनों को पहचान लिया कि वह पुलिस से भागे हुए मुजरिम थे. फिर बैंक के प्रेसिडेंट वर्नेट को वहां बुलवाया गया. उसने सोफी से सोनिए का बैंक अकाउंट नम्बर पूछा क्योंकि वहां के ऑटोमेटिक सिस्टम को ऑपरेट करने के लिये चाबी के साथ अकाउंट नंबर के कंबीनेशन नंबर को भी डालना होता था. सोफी को सोनिए के अकाउंट का नंबर नहीं मालूम था. उसी बीच बैंक के एक आदमी ने पुलिस को रॉबर्ट और सोफी के स्विस बैंक में मौजूद होने के बारे में इन्फॉर्म कर दिया. यह पता लगते ही बेजू फैश ने उन दोनों को पकड़ने के लिए अपने असिस्टेंट ऑफिसर कॉलेट को वहां के लिए रवाना कर दिया. तभी रॉबर्ट को सोनिए की डेड बॉडी के पास खून से लिखे नंबर याद आ आ गए और उसने उन्हीं नंबर्स को अरेंज करके सही सही अकाउंट नंबर का पता लगा लिया. और फिर उस डिपॉजिट बॉक्स को खोल लिया गया. जहां से उन्हें एक लकड़ी का बॉक्स मिला. इस बॉक्स में व्हाइट मार्बल का एक गोल और लंबी शेप का क्रिप्टेक्स रखा हुआ था. जिसको द विंची ने बनाया था. वो अंदर से खोखला था और उसके अंदर रोल किए हुए एक कागज पर मैसेज लिखा हुआ था. और उसके साथ ही वहां पर एक विनेगर की शीशी भी रखी हुई थी. क्रिप्टेक्स को 5 शब्दों के सही कांबिनेशन के पासवर्ड से खोलना होता था. अगर उसको तोड़कर खोलने की कोशिश की जाती तो उसमें रखा मैसेज भी नष्ट हो जाता था. इसी बीच पुलिस ने बैंक को चारों तरफ से घेर लिया और रॉबर्ट और सोफी का वहां से निकलने का रास्ता बंद हो गया . इसके बाद बैंक प्रेसीडेंट मिस्टर वर्नेट उन दोनों को मिलिट्री की तरह के बख्तरबंद ट्रक में बंद कर के वहां से काफी दूर तक लेकर आ गए. एक सुनसान जगह पर उन्होंने ट्रक को रोका और अपनी गन निकाल कर रॉबर्ट और सोफी को निशाने पर ले लिया. और उनसे क्रिप्टेक्स को छीनने की कोशिश की. लेकिन रॉबर्ट वर्नेट से खुद को बचा कर सोफी और क्रिप्टेक्स के साथ ट्रक लेकर तेजी से आगे निकल गए. इसी बीच रॉबर्ट ने सोफी को बताया कि क्रिप्टेक्स को खोलने के लिए उन्हें किसी एक्सपर्ट की मदद लेनी चाहिए थी. और उसे अपने एक जानकार मिस्टर ली टीबिंग के बारे में बताया. वैसे तो वह एक बूढे और सनकी आदमी थे. और पैरों से लाचार एक कमजोर शख्स थे. लेकिन वह धर्म के मामलों के बहुत मशहूर इतिहासकार थे. उन्हें होली ग्रेल के बारे में बहुत अच्छी जानकारी थी. वह एक बहुत अमीर आदमी थे और अपने एक बड़े से मेंशन में एक असिस्टेंट के साथ रहा करते थे. यह सुनकर सोफी भी उनसे मिलने के लिए तैयार हो गई. जब वह लोग टीबिंग की स्टेट में पहुंचे तो उस वक्त काफी रात हो चुकी थी. उन्होंने उनके नौकर रेनी को जगाया और मेंशन के अंदर दाखिल हो गए.
दूसरी तरफ वर्नेट ने बैंक में फोन कर के बताया कि रॉबर्ट वाले ट्रक में एक ट्रैकिंग डिवाइस लगी हुई थी. और उसे एक्टिवेट करवा दिया. कैप्टन बेजू फैश बैंक डायरेक्टर वर्नेट के कांटेक्ट में था और उससे उसे रॉबर्ट की पल-पल की पोजीशन पता चल रही थी.
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दूसरी तरफ रॉबर्ट ने टीबिंग से सोफी को होली ग्रेल और प्रायोरी ऑफ सायन के बारे में बताने के लिए कहा. उन्होंने सोफी को अपनी ऐतिहासिक जानकारी देते हुए. तमाम चीजों के बारे में बताया जिसमें बाइबल, जीसस, लियोनार्डो द विंची की पेंटिंग, और रोमन बादशाह शामिल थे. उन्होंने बताया कि प्रायोरी ऑफ सायन का यह मानना था कि असल में जीसस की वाइफ मेरी मेगडेलेन ही होली ग्रेल थीं. यानी कब्र में दफन उनकी बॉडी के बाकी बचे हिस्से को होली ग्रेल माना जा रहा था .उन्होंने आगे बताया कि जब जीसस मेरी मेगडेलेन के साथ रह रहे थे. तब उनके फॉलोअर्स को यह बर्दाश्त नहीं हो रहा था कि जीसस के गुजर जाने के बाद एक औरत उन की लीडर बनने वाली थी. उन्होंने मेरी को जीसस से अलग करने की कोशिश की . उस वक्त प्रायोरी ऑफ सायन के लोग सामने आए और उन्होंने मेरी की हिफाजत के लिए मिलिट्री आर्म के नाम से लोगों का एक ग्रुप बनाया जिन्हें नाइट टेंपलर पुकारा जाता था. जब वह मेरी को किसी सेफ जगह पर ले जा रहे थे तब उन्हें मेरी के प्रेग्नेंट होने का पता चला. तभी प्रायोरी ऑफ सायन ने हमेशा उनकी हिफाजत करने की कसम खाई. और फिर काफी वक्त गुजर जाने के बाद जब मेरी बूढ़ी हो कर गुजर गईं, तो उन को किसी सीक्रेट जगह पर दफना दिया गया. और उस लोकेशन को उन लोगों ने अपने तक ही सीक्रेट रखा. अगर मेरी के अवशेषों में से उनकी हड्डियों वगैरा की फॉरेंसिक जांच कराई जाती तो यह सच्चाई सामने आ जानी थी कि वह जीसस की पार्टनर थीं और उनकी ब्लड लाइन यानी उनके वंशज आज भी इस दुनिया में जिंदा थे. टीबिंग अपनी इस थ्योरी को दुनिया के सामने साबित करना चाहते थे कि, इसीलिए वह इस टॉपिक में दिलचस्पी ले रहे थे . हालांकि दुनिया के बाकी इतिहासकार यह मान रहे थे कि होली ग्रेल एक प्याले की तरह की कोई चीज थी. टीबिंग का यह भी मानना था कि शायद सोनिए प्रायोरी ऑफ सायन का हिस्सा थे. और वह सीक्रेटली सोफी को ट्रेन कर रहे थे.
दूसरी तरफ टीचर ने सीलेस को कॉल करके टीबिंग के मेंशन में पहुंचने और रॉबर्ट और सोफी को खत्म करने के लिए कहा. सीलेस ने वहां पहुंचकर मेंशन की सिक्योरिटी को तोड़ दिया और अंदर दाखिल हो गया. वहां पहुंच कर उसने क्रिप्टेक्स को चुराने की कोशिश करी. लेकिन तभी टीबिंग ने सीलेस को अपनी छड़ी से बहुत मारा और उसे बेहोश कर दिया. फिर सब लोगों ने मिलकर उसे अच्छी तरह से बांधा और एक कमरे में बंद कर दिया. टीबिंग क्रिप्टेक्स के अंदर के मैसेज को पढ़ने के लिए बेचैन था. लेकिन तभी मेंशन के बाहर पुलिस फोर्स पहुंच गई. और यह लग रहा था कि वह लोग पांच - दस मिनट में मेंशन के अंदर दाखिल हो जाने वाले थे. यह देख कर टीबिंग ने सब लोगों को उसके प्राइवेट प्लेन में वहां से भाग चलने के लिए कहा. और फिर वह लोग सीलेस को भी अपने साथ प्लेन में लेकर वहां से चले गए. और फिर प्लेन में सफर के दौरान रॉबर्ट को क्रिप्टेक्स के बॉक्स पर एक कॉइन जैसी चीज नजर आई . उसने उस कॉइन को वहां से निकाल दिया. उस कॉइन पर उन्हें अपना अगला सुराग मिल गया. जिसके मुताबिक उन्होंने लंदन की तरफ अपना सफर शुरू कर दिया. जहां पर उन्हें पोप के मकबरे पर जाना था.दूसरी तरफ टीचर ने अगले मिशन के लिए बिशप को कॉल करके लंदन पहुंचने के लिए कहा. जहां पर वह बिशप से दो करोड़ यूरो लेने वाला था.
क्योंकि टीबिंग की फ्लाइट की खबर पहले से ही फ्रांस की पुलिस ने लंदन पुलिस को दे दी थी. इसलिए जब टीबिंग का प्लेन लंदन के एयरपोर्ट पर पहुंचा तो पुलिस इन लोगों को एयरपोर्ट पर पकड़ने के लिए वहां पहुंचने ही वाली थी . और फिर पांच दस मिनट बाद वहां पहुंच भी गई. लेकिन वहां पर पहले से ही एक कार तैयार थी जिसमें बैठकर पुलिस के पहुंचने से पहले ही रॉबर्ट और सोफी बंधे हुए सीलेस के साथ पीछे के रास्ते से एयरपोर्ट से बाहर निकल गए. एयरपोर्ट पहुंचने के बाद पुलिस के लोगों ने जब टीबिंग और उसके असिस्टेंट को प्लेन की सीढ़ियों से उतरते देखा तो उन्होंने प्लेन के अंदर जाकर रॉबर्ट और सोफी को अच्छे से तलाश किया. जब वह दोनों कहीं नहीं मिले तो उन्होंने टीबिंग और उसके असिस्टेंट को वहां से जाने दिया . इसके बाद रॉबर्ट और सोफी ने होली ग्रेल की तलाश मेें अपनी अगली लोकेशन पोप के मकबरे पर पहुंचने की कोशिश शुरू कर दी. जिसके बारे में रॉबर्ट ने टीबिंग के साथ सोच विचार किया. तो उस ने रॉबर्ट को लंदन में दस गुंबद वाले टेंपल चर्च के बारे में बताया कि वह चर्च नाइट टेंपलर ने बनवाया था. और फिर वहां चलने के लिए टीबिंग ने अपने असिस्टेंट रेमी को कुछ जरूरी बातें बताईं. फिर जब टीबिंग रॉबर्ट और सोफी तीनो लोग चर्च में पहुंच गए. तो वहां से थोड़ी दूर पर कार में इंतजार कर रहे रेमी ने सीलेस के हाथ पैर खोल दिए. और उसे शराब पिलाई . यह देख कर सीलेस ने हैरान होते हुए उससे पूछा कि क्या वो टीचर था!? इस पर रेमी ने बताया कि नहीं, वह टीचर के लिए काम करता था.
दूसरी तरफ जब बिशप ने बेजू फैश को कॉल करके सीलेस के बारे में पूछा तो उसने बताया कि वह टीबिंग की कैद में था.
थोड़ी देर बाद टीचर ने सीलेस को कॉल किया और उससे कहा कि वह चर्च में जाए और क्रिप्टेक्स को अपने कब्जे में ले ले . उसके बाद टीचर ने रेमी को कॉल करके कहा कि वह अपना चेहरा छुपा कर पीछे से सीलेस की मदद करे. उसने रेमी को यह भी बताया की होली ग्रेल वहां पर नहीं थी.सीलेस ने चर्च में पहुंच कर रॉबर्ट को अपनी पिस्तौल के निशाने पर ले लिया और क्रिप्टेक्स को उसके हवाले करने को कहा .लेकिन जब रेमी ने देखा कि रॉबर्ट क्रिप्टेक्स को तोड़ देने की धमकी देने लगा था, और क्रिप्टेक्स के टूट जाने पर टीचर वादे के मुताबिक उसको कोई पेमेंट नहीं करने वाला था, तो वह एकदम से सामने आ गया और उसने टीबिंग को अपनी पिस्तौल के निशाने पर ले लिया. रेमी को वहां इस तरह देखकर सब लोग शॉक हो गए. और फिर रॉबर्ट ने मजबूर होकर क्रिप्टेक्स को सीलेस के हवाले कर दिया. इसके बाद वह दोनों रॉबर्ट और सोफी को वहीं छोड़कर, टीबिंग को अपने साथ लेकर वहां से चले गए. रॉबर्ट को पता चल गया था कि टेंपल चर्च उनकी असली लोकेशन नहीं थी. इसलिए असली लोकेशन डिकोड करने के लिए उन लोगों ने ऑनलाइन लाइब्रेरी को एक्सेस किया. तब उन्हें पता चला की असल में उन्हें अलेक्जेंडर पोप के बारे में जानकारी तलाश करनी थी जिसने साइंटिस्ट सर न्यूटन के मकबरे के लिए कुछ शब्द लिखे थे, जिसका रेफरेंस क्रिप्टेक्स बॉक्स के कॉइन पर दिया गया था. इसलिए अब उन्हें सर न्यूटन के मकबरे पर जाना था. तभी सोफी को टीबिंग के बारे में फिक्र हुई और उसने लंदन पुलिस को अपना नाम बता कर उसके अपहरण के बारे में कॉल किया. ताकि वह इस मामले को सीरियसली लें. उन्होंने सोफी की कॉल को बेजू फैश के साथ कनेक्ट कर दिया. जिसने सोफी को बताया कि अब उस पर और रॉबर्ट पर से उनका शक खत्म हो गया था इसलिए उन्हें अपनी खुद की हिफाजत के लिए वापस लौट आना चाहिए था. यह सुनकर सोफी ने फौरन फोन को बंद कर दिया और भाग कर टैक्सी में बैठ गयी और फिर रॉबर्ट के साथ स्विस बैंक की तरफ रवाना हो गई.
The Da Vinci Code
उसी दौरान सीलेस और रेमी ने टीबिंग को अच्छी तरह से बांध दिया था. तभी टीचर ने सीलेस को कॉल करके बताया कि वह रेमी को क्रिप्टेक्स के साथ अपने पास बुलाना चाहता था. सीलेस यह सुनकर डिसएप्वाइंट हो गया. तो टीचर ने बताया कि रिमी ने उस के ऑर्डर्स को नहीं माना था इसलिए वह उसे सजा देना चाहता था. इसके बाद टीचर ने सीलेस को उसकी खुद की हिफाजत के लिए ओपस डे के एक घर में जाने को कहा. और फिर रेमी को कॉल करके जेम्स पार्क में मिलने को कहा. थोड़ी देर बाद जब सीलेस ओपस डे के उस घर में पहुंचा तो वहां उसका स्वागत किया गया और वह अपने कमरे में जाकर प्रार्थना करने लगा. तभी किसी ने लंदन पुलिस को उस के वहां मौजूद होने की खबर कर दी और वह लोग उसे पकड़ने के लिए वहां पहुंच गए. पुलिस को देखकर सीलेस अपनी गन से फायर करता हुआ बाहर की तरफ भागा और उसने कई पुलिसवालों को जख्मी कर दिया . सीलेस के बारे में पता लगाते हुए बिशप भी वहां पहुंच गया. और वह सीलेस की गन से निकली हुई एक गोली से घायल हो गया. जिसके बाद उसे अस्पताल पहुंचा दिया गया. और बुरी तरह से घायल सीलेस को पुलिस गिरफ्तार करके अपने साथ ले गई. बाद में बिशप ने बेजू फैश से बात करके सीलेस को छुड़वा लिया. दूसरी तरफ टीचर ने रेमी को पीने के लिए अपने फ्लास्क से शराब ऑफर की. उसने रेमी से कहा कि वह पहला ऐसा खुशकिस्मत आदमी था जिसने टीचर के चेहरे को देखा था. और फिर शराब पीने के थोड़ी देर बाद रेमी की मौत हो गई. इसके बाद टीचर ने सोचा कि अब उसे सिर्फ रॉबर्ट और सोफी की फिक्र करनी थी .
और फिर जब रॉबर्ट और सोफी न्यूटन के मकबरे पर पहुंचे तो टीचर वहां छुप कर उनका इंतजार कर रहा था. उन दोनों ने वहां पहुंच कर उस सुराग की जांच पड़ताल की जो उन्हें क्रिप्टेक्स के बॉक्स पर मिला था. उस मकबरे में उन्हें एक नोट लिखा हुआ मिला. जिसको फॉलो करके वह लोग पब्लिक गार्डन में पहुंच गए. और फिर आगे बढ़ते हुए एक बड़े से सुनसान कमरे में पहुंच गए. तभी उन्होंने अपने पीछे दरवाजा बंद होने की आवाज सुनी. उन्होंने पलटकर देखा तो उन के ठीक सामने टीबिंग खड़े हुए थे और उन्होंने अपनी गन उनकी तरफ तानी हुई थी. उन्होंने बताया कि उन लोगों को इस सिलसिले में शामिल करने का उनका कोई इरादा नहीं था . वह लोग खुद ही चलकर उनके पास आए थे. उन्होंने आगे बताया कि इस कहानी की शुरुआत उन्होंने उस समय की थी जब उन्हें यह पता चला था कि प्रायोरी ऑफ सायन ने संगरियल डॉक्युमेंट्स के सीक्रेट को कभी भी बाहर ना आने देने का फैसला कर लिया था. क्यूंकि यह डॉक्युमेंट्स जीसस की ब्लड लाइन के बारे में थे. सोनिए और उनके साथ के तीन मेन मेंबर्स होली ग्रेल के बारे में हमेशा झूठी बातें करते थे. उन्होंने यह भी बताया कि सोफी के परिवार की मौत किसी एक्सीडेंट में नहीं हुई थी. बल्कि उनका कत्ल किया गया था. उन डॉक्युमेंट्स का सीक्रेट सोफी की वजह से छुपाया गया था. और सोनिए यह नहीं चाहते थे कि सोफी के साथ भी वही सब हो, जो उसके परिवार के बाकी लोगों के साथ हुआ था. इसी बीच रॉबर्ट ने टीबिंग से सोफी को वहाँ से जाने देने के लिए कहा. लेकिन उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया. टीबिंग ने बताया कि उन्होंने ऐसा मास्टर प्लान तैयार किया था जिसकी वजह से आज वह लोग इस पॉइंट पर पहुंच गए थे. उन्होंने रॉबर्ट और सोफी से यह कसम खाने के लिए कहा कि वह लोग सच्चाई को सबके सामने उजागर करेंगे. लेकिन सोफी ने अपने दादाजी के कातिल की बात पर कसम नहीं खाई. इसके बावजूद टीबिंग रॉबर्ट और सोफी को गन के निशाने रखते हुए यह पूछ रहे थे कि वह लोग उनके साथ थे या उनके खिलाफ थे. टीबिंग को पूरा यकीन था कि रॉबर्ट होली ग्रेल को तलाश करने में उस का साथ देने वाला था. उसी दौरान टीबिंग यह सोचने लगा कि ' सोनिए का कत्ल करने के लिए वह कैसे सीलेस को लुवर म्यूजियम में दाखिल कराने में कामयाब हो गया था . क्योंकि उसने सोनिए के ऑफिस में चोरी-छिपे सीक्रेट माइक्रोफोन लगाकर जरूरी जानकारी को निकाल लिया था . टीबिंग ने सीलेस को एक पादरी बनकर सोनिए को कॉल करने के लिए कहा था. सीलेस ने सोनिए को बताया था कि उसने एक ऐसे आदमी का कन्फेशन सुना था, जिसने सोफी के परिवार का कत्ल किया था. और फिर सोनिए ने फौरन ही सीलेस को अपने ऑफिस में मिलने के लिए बुला लिया था. ' तभी रॉबर्ट ने टीबिंग को बताया कि वह जानता था कि मकबरे में पासवर्ड कहां पर छुपा हुआ था.! और उसने काम शुरू करने से पहले सोफी को छोड़ देने के लिए कहा. लेकिन सोफी का इरादा क्रिप्टेक्स को छोड़कर वहां से जाने का नहीं था. क्योंकि वह होली ग्रेल को टीबिंग के हाथों में नहीं आने देना चाहती थी. टीबिंग भी सोफी को नहीं छोड़ना चाहता था. क्योंकि उसका ख्याल था कि रॉबर्ट उससे झूठ बोल रहा था . इसके बाद रॉबर्ट ने अपना काम शुरू किया. उसने क्रिप्टेक्स को जमीन पर रखकर सेट करना शुरू किया और फिर अचानक उसे हवा में उछाल दिया. यह देख कर टीबिंग ने अपनी गन से फायर कर दिया. लेकिन किसी को भी गोली नहीं लगी. और फिर टीबिंग ने उछलकर क्रिप्टेक्स को कैच कर लिया. हालांकि वह जोर से जमीन पर गिर पड़ा और क्रिप्टेक्स के अंदर मौजूद विनेगर की शीशी टूट गई . और टीबिंग के हाथ पर विनेगर बहने लगा. क्रिप्टेक्स टूट कर दो टुकड़े हो गया था . यह देखकर उसको लगा मानो वह बर्बाद हो गया था. फिर उसने देखा कि क्रिप्टेक्स के अंदर कोई कागज मौजूद नहीं था. असल में रॉबर्ट को पहले से ही पता था की पासवर्ड ' ए पी पी एल ई ' यानी एप्पल था. और उसने क्रिप्टेक्स के अंदर से मौजूद नक्शे को निकाल लिया था . ऐसा उसने तब किया था जब टीबिंग अपने मेंशन में सीलेस के साथ मारपीट में बिजी था. रॉबर्ट ने नक्शे को अपनी जैकेट की जेब में रखा हुआ था . तभी कैप्टन बेजू फैश लंदन पुलिस के साथ वहां पर पहुंच गया और उसने टीबिंग को गिरफ्तार कर लिया. उसने बताया कि वह शुरू से जानता था कि रॉबर्ट बेगुनाह था. लेकिन असली कातिल को पकड़ने के लिए उसने रॉबर्ट और सोफी का इस्तेमाल किया था. इसके बाद बेजू फैश ने रॉबर्ट और सोफी से उन को होने वाली परेशानी के लिए माफी मांगी और फिर टीबिंग को अपने साथ लेकर वहां से चला गया.
दूसरी तरफ सीलेस ने बिशप के जल्दी ठीक होने के लिए अपने गॉड से प्रेयर की और उसके सामने कसम खाई कि वह टीचर को तलाश करेगा और फिर उसको मार देगा. लेकिन बिशप ने उसे समझाया कि वह टीचर को माफ कर दे .तभी बिशप ने यह सोचा कि आखिर टीचर कितना चालाक था . उसने दो करोड यूरो की रकम वेटिकन बैंक के बीयरर इंश्योर्ड बॉन्ड के जरिए इसलिए मंगाई थी ताकि वेटिकन को बदनाम किया जा सके . लेकिन वह यह रकम हासिल करने से पहले ही गिरफ्तार हो चुका था. इसके बाद बेजू फैश अस्पताल में बिशप से मिला और उससे उन दो करोड़ यूरो के बारे में पूछताछ की. बिशप ने बताया कि वह उन पैसों को सोनिए और बाकी मारने वाले लोगों की फैमिली के बीच बांटना चाहता था.
इसके बाद सोनिए के आखरी सुराग को हल करने के लिए रॉबर्ट और सोफी स्कॉटलैंड में रोजलीन चैपल पहुंच गए. उन्हें वहां पर भी होली ग्रेल के बारे में कुछ पता नहीं लगा. लेकिन सोफी ने महसूस किया कि शायद वह सोनिए के साथ वहां पहले भी आ चुकी थी. और फिर चैपल के पीछे बने हुए एक घर में उसकी मुलाकात अपनी दादी और भाई से हो गई. उसकी दादी का नाम मेरी था. जिनके बारे में कहा जा रहा था कि उनकी मौत हो चुकी थी. मेरी ने फौरन सोफी को पहचान लिया. इसके बाद सोफी को अपने परिवार की सच्चाई का पता चला. मेरी ने बताया कि सोनिए उसके हस्बैंड थे और वह प्रायोरी ऑफ सायन के मेन लीडर थे. वह सोफी के दादाजी नहीं थे. सोफी की मां और पिता दोनों मेरोविंजियन फैमिली से आते थे. और इस वजह से वह मेरी मैगडेलीन और जीसस के वंशज थे. अपनी सुरक्षा के लिए उन्होंने अपने नाम बदल लिए थे. जब एक दिन शाम के वक्त सोफी के माता पिता एक कार एक्सीडेंट में मारे गए थे , तब उस वक्त यह माना जा रहा था, कि उसकी पूरी फैमिली एक्सीडेंट में मारी गई थी . लेकिन उस एक्सीडेंट में 4 साल की सोफी जिंदा बच गई थी. और सोनिए उसे अपने साथ ले आए थे. उन्होंने उसे पाल पोस कर बड़ा किया था और खुद को उसका दादाजी बताया था. और उसे उसके पेरेंट्स की सच्चाई नहीं बताई थी. और फिर जब रॉबर्ट ने मेरी से पूछा कि क्या अब प्रायोरी के लोग उन डाक्यूमेंट्स को सबके सामने लाना चाहते थे ?, तो उन्होंने बताया कि प्रायोरी का हमेशा से यही मानना था कि ग्रेल का सीक्रेट कभी भी दुनिया के सामने नहीं आना चाहिए था. मेरी ने रॉबर्ट को यह भी बताया कि हालांकि वह नहीं जानती थी कि होली ग्रेल कहां पर थी, लेकिन वह इतना जरूर जानती थी कि वह कम से कम रोजलीन में तो नहीं थी. सोफी यह सब सुनकर बहुत हैरान हो गई. और फिर जब वह रॉबर्ट के साथ उस घर से बाहर आई तो उसने देखा कि वहां पर प्रायोरी ऑफ सायन के बहुत सारे फॉलोवर्स मौजूद थे. उन्होंने अपना सिर झुका कर उन दोनों का वेलकम किया. और कसम खाई कि वह हमेशा उसकी हिफाजत करेंगे. यह देखकर सोफी बहुत इमोशनल हो गई.
थोड़ी देर बाद जब रॉबर्ट और सोफी एक जगह अकेले थे तो उन्होंने एक दूसरे को किस किया और अगले महीने इटली में मिलने का वादा किया. इसके बाद रॉबर्ट पेरिस के लिए रवाना हो गया और फिर जब वह अपने होटल रुम में अपनी शेव बना रहा था तो उसे गलती से गाल पर कट लग गया. और उसके ब्लड की एक लाइन सिंक में बहने लगी. तभी उसे रोज लाइन वाले सुराग की याद आ गई . इसके बाद उसने पेरिस की सड़कों पर मौजूद रोज लाइन को फॉलो करना शुरू किया तो उसे होली ग्रेल का नया लोकेशन रिलाइज हो गया. वह लुवर म्यूजियम के सामने मौजूद रोशनी में जगमगाते हुए शहर के उस अनोखे मॉन्यूमेंट को देखने लगा. जो कांच का बना हुआ एक विशाल ट्रांसपेरेंट पिरामिड था, और रंग बिरंगी रोशनी में क्रिस्टल की तरह जगमगा रहा था . और जिसको उल्टे तरीके से बनाया गया था. यानी उसका नुकीला हिस्सा जमीन की तरफ और फैला हुआ हिस्सा आसमान की तरफ था. पिरामिड का नुकीला हिस्सा जमीन के अंदर मौजूद बेसमेंट की छत में घुसा हुआ था . बेसमेंट में उस जगह तक पहुंचने के लिए म्यूजियम के अंदर से अंडर ग्राउंड रास्ता बना हुआ था . रॉबर्ट ने पिरामिड के निचले हिस्से के पास पहुंच कर उसे करीब देखा . वहां छत में तीन फीट का उल्टा पिरामिड दिखाई पड़ रहा था जो फ्लोर से 6 फीट ऊपर था. जो ऊपर की तरफ चेलिस यानी प्याला और नीचे की तरफ एक ब्लेड को दिखा रहा था. और फिर रॉबर्ट को इस सिलसिले में मिला हुआ सुराग याद आ गया जो इस तरह था - ' द ब्लेड एंड चेलिस गारडींग ओवर हर गेट्स, शी रेस्ट्स एट लास्ट बिनीथ द स्टारी स्काइज.' जिसका मतलब था उसके दरवाजे पर चेलिस और ब्लेड रखवाली कर रहे हैं और आखिर में वह तारों भरे आसमान के नीचे आराम कर रही है.
The Da Vinci Code by Dan Brown
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