Rachel Hollis
उन झूठ पर भरोसा करना छोड़िए जो आपको बताते हैं कि आप कौन हैं, ताकि आप वो बन सकें जो आप बनना चाहते हैं।
दो लफ्जों में
गर्ल, वाश योर फेस ( Girl, Wash Your Face ) में हम देखेंगे कि किस तरह से आपना आत्मविश्वास बढ़ा कर खुद को अच्छी नजर से देख सकते हैं। यह किताब उन लोगों के लिए है जो कि किसी वजह से अपनी जिन्दगी से खुश नहीं हैं और उसे पूरी तरह से नहीं जी पा रहे हैं। यह किताब हमें जिन्दगी, कामयाबी और परिवार, तीनों चीज़ों को बेहतर बनाने के तरीके बताती है।
यह किसके लिए है
-वे जो खुद को बेहतर नजर से देखना चाहते हैं।
-वे जो अपनी जिन्दगी को बेहतर तरह से जीना चाहते हैं।
-वे जो अपनी मंजिल को हासिल नहीं कर पा रहे हैं।
लेखक के बारे में
रेचेल होलिस ( Rachel Hollis ) अमेरिका की एक लेखिका, मोटिवेशनल स्पीकर और ब्लॉगर हैं। वे अपनी किताब "गर्ल, वाश योर फेस" के लिए जानी जातीं हैं जो कि फरवरी, 2018 में निकली थी और अब तक उसकी 8,80,00 कापियाँ बिक चुकी हैं। यह किताब 2018 में अमेजान पर दूसरी सबसे पापुलर किताब थी।
यह किताब आपको क्यों पढ़नी चाहिए
आज के वक्त में हमें हर जगह पर सुपरमाडल्स देखने को मिलते हैं। आज हम कामयाब लोगों की लाइफस्टाइल को इंस्टाग्राम पर आसानी से देख सकते हैं। आप हम सब कामयाब होने के लिए काम कर रहे हैं और हम में से बहुत से लोग हार भी मान रहे हैं। और इस वजह से आज बहुत से लोग खुद की ही नजरों में गिरे जा रहे हैं।
अगर आप भी खुद को ऊपर दी गई समस्याओं से पीड़ित मानते हैं, तो यह किताब आपके लिए है। यह किताब हमें बताती है कि किस तरह से आप अपनी जिन्दगी को और खुद को बेहतर बना सकते हैं। यह किताब हमें कामयाब होने के तरीके बताती है और साथ ही जिन्दगी में खुश रहने के तरीकों पर भी बात करती है।
-खुद के किए गए वादे को निभाना क्यों जरूरी है।
-अपनी जिन्दगी की परेशानियों को अपना लेने के क्या फायदे हैं।
-किस तरह से आप अपनी मंजिल को हासिल कर सकते हैं।
खुद से किए गए वादों को कभी मत तोड़िए।
मान लीजिए कि आपका एक दोस्त है जो कि एक दिन आपको फोन लगाकर कहता है कि उसे आप से मिलना है। आप उसे अगले दिन मिलने के लिए एक पार्क में बुलाते हैं, लेकिन वो नहीं आता। उस दिन शाम को वो फोन कर के आप से माफी माँगता है और कहता है कि वो कल आप से जरूर मिलने के लिए आएगा । अगले दिन आप फिर उससे मिलने के लिए निकलते हैं, लेकिन वो फिर से नहीं आता। शाम को फोन लगाकर वो आप से माफी माँगता है और कहता है कि वो अगले दिन पक्का आपसे मिलेगा। लेकिन अगले दिन फिर से वही होता है।
अगर कोई इस तरह से आपके साथ करे, तो आप समय के साथ उस पर भरोसा करना छोड़ देंगे। जब आपका वो दोस्त आप से कोई वादा करेगा, आपको पता लग जाएगा कि वो उसे पूरा नहीं करने वाला। इस तरह के लोग आपको पसंद भी नहीं आएंगे। लेकिन जरा खुद से पूछिए कि आप खुद से कितने वादे करते हैं जिन्हें आप पूरा नहीं करते?
आप ने सुबह उठ कर कसरत करने का वादा खुद से किया था। क्या आप ने उसे पूरा किया? आप ने कहा था कि अब से आप सिर्फ सेहतमंद खाना खाएंगे। क्या आपने उसे पूरा किया? आप ने कहा था कि अब से आप पैसे बचाएंगे और बेकार के खर्च नहीं करेंगे। क्या आप ने किया?
इस तरह से आप खुद पर भरोसा करना छोड़ देते हैं। आपको इसकी आदत पड़ जाती है और कोई काम करने से पहले ही आपको पता लग जाता है कि आप उसे नहीं करने वाले। आपको समय के साथ खुद से नफरत होने लगती है और आप खुद की नजर में गिरने लगते हैं। इसलिए अगर आप चाहते हैं कि आप अपने उस दोस्त के जैसे ना बनें, तो आपको खुद से किए गए वादे को निभाना होगा।
इसके लिए आप छोटे से शुरू कर सकते हैं। अगर आपको अपना वजन कम करना है, तो आप हफ्ते में 4 दिन सिर्फ 10 मिनट तक कसरत करने की आदत बनाइए। इसके बाद आप उसे 20 मिनट और फिर 1 घंटे तक लेकर जाइए। समय के साथ जब आपको लगने लगे कि आप अब बिना परेशानी के 1 घंटे तक कसरत कर ले रहे हैं, तो आप हफ्ते में 6 दिन कसरत करने की आदत बनाइए। इस तरह से आप खुद को पहले से बेहतर बना पाएंगे।
अगर आपको अपने सपनों को हकीकत में बदलना है, तो हार मानना छोड़ दीजिए।
ख्वाब बहुत से लोग देखते हैं। बहुत से लोग मेहनत भी करते हैं। बहुत से लोग सुबह जल्दी उठकर किताबें भी पढ़ते हैं। लेकिन फिर भी बहुत से लोग कामयाब नहीं हैं। ऐसा क्यों? इसके पीछे बहुत सी वजह हो सकती है।
सबसे पहले तो बहुत से लोग यह मान लेते हैं कि दूसरे उन से अच्छा जानते हैं। जब उनके माता- पिता कहते हैं कि उनका सपना बहुत बड़ा है और वो पूरा नहीं हो सकता, तो वे उनकी बात मान लेते हैं। जब उनसे कोई व्यक्ति कहता है कि वे दिए गए काम को अच्छे से नहीं कर पा रहे ह, तो वे मान लेते हैं कि वे उसे कभी अच्छे से नहीं कर पाएंगे। लोगों के सिर पर जब मुसीबत आती है तो बहुत से लोग उन्हें सलाह देने लगते हैं कि वे असंभव सा काम करने की कोशिश कर रहे हैं। इसलिए वे लोग हार मान लेते हैं।
अगर आपको अपने सपनों को सच करना है, तो हार मत मानिए। हो सकता है कि एक रास्ता आपके लिए काम ना करे, हो सकता है आप रास्ते में गिर जाएं, लेकिन आप हार मत मानिए। टिम फेरिस ने जब अपनी किताब द फोर आवर वर्कवीक लिखी, तो बहुत से पब्लिशरों ने उनकी किताब को छापने से मना कर दिया। लेकिन जब वो किताब छपी, तो वो एक बेस्ट सेलर बन गई।
इसके बाद बहुत से लोग इसलिए हार मान लेते हैं क्योंकि उनमें सब्र करने की क्षमता नहीं होती। कुछ भी महान करने में समय लगता है और इसलिए आप चाहे कितनी भी मेहनत क्यों न कर लें, आप उसे जल्दी हासिल नहीं कर पाएंगे। जब जैक माँ अलिबाबा की शुरुआत कर रहे थे, तो पहले 3 साल तक उनकी कंपनी ने कोई फायदा नहीं कमाया। इसके बाद भी कुछ समय तक वे बहुत कम फायदा कमा रहे थे। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी।
इसका नतीजा यह हुआ कि आज वे चाइना के सबसे अमीर लोगों में से एक हैं और अलिबाबा दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है। तो चाहे कितने भी लोग आप से कहें कि आपका सपना कभी पूरा नहीं होगा या फिर उसे पूरा करने में कितना भी समय क्यों ना लगे, आप कभी हार मत मानिए।
अपनी सेक्स लाइफ को बेहतर बनाने के लिए अपने शरीर को अपनाना सीखिए।
जब लेखका पहली बार अपने पति से मिलीं, तो उनके पास सेक्स का कोई अनुभव नहीं था। साथ ही, उन्हें बचपन में सेक्स के बारे में कुछ ज्यादा बताया भी नहीं गया था। इस वजह से वे अपने पति के साथ होने पर बहुत अजीब महसूस करती थीं। लेकिन अब उनके 4 बच्चे हैं और एक औसत महिला के मुकाबले उनकी सेक्स लाइफ बहुत ज्यादा अच्छी है।
अगर आप अपनी सेक्स लाइफ को बेहतर बनाना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको अपने शरीर को अपनाना होगा। लेखिका अक्सर यह सोचकर परेशान रहती थीं कि उनके पति उनके शरीर के बारे में क्या सोच रहे हैं। क्या वे उन्हें सच में खूबसूरत लगती हैं? कहीं उनका पेट कुछ ज्यादा तो नहीं निकला?
लेकिन दूसरी तरफ उनके पति को अपने शरीर को लेकर कोई परेशानी नहीं थी। इसलिए सेक्स के वक्त वे बहुत अच्छा महसूस करते थे जबकि लेखिका को बहुत अजीब महसूस होता था। अगर आप भी खुद की सुंदरता पर शक करते हैं, तो आप खुद को यह बताना शुरू कीजिए कि आप कितने खूबसूरत हैं। अपने शरीर के अलग -अलग अंगों की तारीफ करना शुरू कीजिए और समय के साथ आप इस पर यकीन भी करने लगेंगे।
इसके बाद यह मत सोचिए कि आर्गैस्म सिर्फ सेक्स का एक हिस्सा है। बल्कि आर्गैस्म ही सेक्स करने की वजह है। इसलिए लेखिका ने फैसला किया कि वे कभी- भी ऐसा सेक्स नहीं करेंगी जिसमें उन्हें आर्गैस्म ना हो। उनके पति को उनका यह आइडिया बहुत अच्छा लगा। इस तरह से वे एक दूसरे को सेक्स के वक्त अच्छा महसूस करा पाते थे और समय के साथ उनका रिश्ता बेहतर बन गया।
अंत में, अपनी सेक्स लाइफ को बेहतर बनाने के लिए आप ज्यादा से ज्यादा सेक्स कीजिए। हो सके तो साल के किसी एक महीने के हर दिन सेक्स करने की कोशिश कीजिए।
आप अपनी जिन्दगी को पूरी तरह से काबू नहीं कर सकते, इसलिए उसमें की परेशानियों को अपनाना सीखिए।
जब आपके बच्चे हो जाते हैं , तो आपकी जिन्दगी पूरी तरह से बदल जाती है। इसके साथ ही आपको यह भी पता लगता है कि आफत क्या होती है। कभी- कभी बच्चों को संभालना बहुत मुश्किल हो जाता है। लेकिन आपको इससे निराश होने की जरूरत नहीं है।
बहुत से लोगों की जिन्दगी जब उनके हिसाब से नहीं चलती, तो उन्हें लगता है कि वे बेकार हैं और उनसे कुछ भी नहीं होगा। लेकिन आप सब कुछ काबू नहीं कर सकते और इसलिए अपनी जिन्दगी की परेशानियों को अपनाना सीखिए। जब आप इनसे बाहर निकलेंगे, तो आगे चल कर यह बहुत अच्छी यादें बन जाती हैं जिसके बारे में बात कर के आप अपने परिवार के साथ हँस सकते हैं।
लेखिका जब अपने पति के साथ मिलकर एक बच्चे को खोद ले रही थी, तो उनका इंटरव्यू लिया जा रहा था। इंटरव्यूवर यह जानने की कोशिश कर रहा था कि वे उस बच्चे की परवरिश करने के लिए सही माता पिता हैं या नहीं। तभी उनके बेटे फोर्ड ने कहा कि जब उसके पिता घर में आकर चिल्लाते हैं तो उसे बिल्कुल अच्छा नहीं लगता।
इसपर लेखिका को बहुत डर लग रहा था कि कहीं उनका फोस्टर पैरेंट्स का सर्टिफिकेट कैंसल ना हो जाए। लेकिन बाद में उन्हें यह पता लगा कि उनका बेटा सिर्फ पिछली रात की बात कर रहा था। वो सो नहीं रहा था जिससे उसके पिता ने उसपर गुस्सा किया था। अब जब लेखिका अपने परिवार के साथ मिलकर इस याद को ताजा करती हैं, तो उन्हें बहुत हँसी आती है।
इसके बाद जिन्दगी को आसान बनाने के लिए आप उन लोगों को हाँ कहिए जो आपकी मदद कर सकते हैं। अक्सर हमारी आदत होती है यह कहना - रहने दीजिए, आप क्यों तकलीफ करेंगे। लेकिन ऐसा करने से आपकी जिन्दगी कभी आसान नहीं होगी। इसलिए आपको कहीं से भी मदद मिले, उसे अपना लीजिए।
खुद की तुलना सुपरमाडल के साथ करना बंद कीजिए।
बहुत से लोग खुद की तुलना उन लोगों से करते रहते हैं जिनके पास बहुत सारा पैसा है और जो अपने शरीर पर लाखों रुपए खर्च कर के अच्छे दिखने की कोशिश करते हैं। इस तरह के लोगों को खुद से तौल कर आप सिर्फ अपने आत्मविश्वास को कम कर रहे हैं। इसलिए आप मोटे, काले, छोटे या दुबले जो भी हैं, खुद को अपनाना सीखिए।
आप पहले से ही खूबसूरत है। भगवान की बनाई गई हर चीज़ खूबसूरत है और वो आपके मोटे होने पर भी आप से प्यार करता है। लेकिन क्योंकि उसने आपको यह शरीर दिया है,यह जरूरी है कि आप इसका खयाल रखें। आपको उन सुपरमाडल्स की तरह पर्फेक्ट होने की जरूरत नहीं है, लेकिन आपको खुद का खयाल रखने की जरूरत है।
इसके लिए आप सर दिन कुछ आसान से काम कर सकते हैं। आप जितने कैलोरी एक दिन में खर्च करती हैं, उससे कम खाइए। सीढ़ियों का इस्तेमाल कीजिए, हो सके को गाड़ी के बदले पैदल कहीं जाने की कोशिश कीजिए। लेकिन यह सारे काम करने के बाद भी आपको कुछ परेशानी हो सकती है। इसके लिए आप यह तरीके अपना सकते हैं।
सबसे पहले अपने सोशल मीडिया साइट्स पर से उन सारे लोगों को अनफालो कीजिए जो कि आपको छोटा महसूस कराते हैं। अगर आप इन पर्फेक्ट शरीर वाले लोगों को देखेंगे, तो आप अपने आप खुद के लिए खराब महसूस करेंगे। इनकी फोटो बेहतरीन कैमरे से ली जाती है और बाद में उसे बहुत ज्यादा एडिट किया जाता है, जिससे वे इतने खूबसूरत दिखते हैं। आप खुद को बेहतर बनाने के लिए काम कीजिए, ना कि पर्फेक्ट बनाने के लिए।
इसके बाद खुद को सेहतमंद काम करने के लिए तैयार कीजिए। अगर आपको सुबह कसरत करने के लिए जाना है, तो रात को अपने कसरत वाले कपड़े पहन कर सोइए ताकि सुबह उठकर आप सीधा कसरत करने जा सकें। अगर आपको अपनी डाइट सुधारनी है, तो अपने फ्रिज से बेकार के खाने निकाल दीजिए। हर काम के लिए खुद को तैयार कीजिए।
अपनी जिन्दगी को बेहतर बनाने के लिए उन लोगों को अपनाइए जो आपके जैसे नहीं हैं।
बहुत बार होता है कि हम कहीं बाहर जाते हैं और वहाँ की सभ्यता को देखकर हम दंग रह जाते हैं। लेखिका बचपन से एक गोरे समाज में रही हैं जो कि बहुत धार्मिक हुआ करता था। लेकिन जब वो पहली बार डिस्नीलैंड गई, तो उन्होंने बहुत से काले लोगों को देखा। उन्हें अजीब अजीब किस्म के लोग देखने को मिले जिनका रहन-सहन उन्हें रास नहीं आया।
लेकिन समय के साथ लेखिका ने जाना कि हमारी दुनिया के बहुत से लोग हमारी तरह नहीं सोचते हैं और इन्हें अपना कर हम अपनी जिन्दगी को मजेदार बना सकते हैं। हमें उनसे बहुत कुछ सीखने को मिलता है। लेखिका ने इस बात को तब जाना जब उन्हें अपनी दो होमोसेक्शुअल दोस्त मिलीं।
उनके साथ रहकर उन्होंने जाना कि उन्होंने जिन लोगों से पास्ट में जिस तरह के सवाल पूछे थे, उससे उन्हें तकलीफ हो सकती है। उन्होंने जाना कि हम कभी- कभी अपने तरह के लोगों के लिए इतना लगाव रखते हैं कि उनकी गलत बातें भी हमें अच्छी लगती हैं। उन्होंने जाना कि दूसरे किस्म के लोग दुनिया को किस तरह से देखते हैं और किस तरह से अपनी जिन्दगी को जीते हैं। इससे वे उस कूँएँ से बाहर निकल पाई जिसमें वे सारी उम्र से रह रही थीं।
अलग किस्म के लोगों से मिलने के लिए आपको सिर्फ अलग जगहों पर जाने की जरूरत है। हो सके तो कभी मंदिर छोड़कर मस्जिद में चले जाइए या फिर मस्जिद से निकलकर चर्च में चले जाइए। आप चाहे जो भी करें, लेकिन कभी भी अपनी जिन्दगी सिर्फ एक तरह की सोच रखने वाले लोगों के साथ मत बिताइए। कुछ अलग चीजों को अपनाना सीखिए। अपनी जिन्दगी को एक रेनबो की तरह देखिए, जिसके सारे रंग अगर एक जैसे हो जाएं तो वो खूबसूरत नहीं रहेगी।
अपनी मंजिल को हासिल करने के लिए उसके बारे में सोचिए और उसका चित्र अपने दिमाग में बनाने की कोशिश कीजिए।
अक्सर जब लोगों से पूछा जाता है कि वे क्या करना चाहते हैं, तो उनका जवाब होता है कि वे कुछ महान करना चाहते हैं। लेकिन इस महान में क्या आता है उन्हें नहीं पता। इस वजह से वे अक्सर कंफ्यूस हो जाते हैं और अपने काम पर ध्यान नहीं दे पाते। साथ ही कुछ लोग कहते हैं कि उन्हें अमीर और फेमस बनना है, लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि क्या हासिल कर लेने के बाद वे खुद को अमीर मानेंगे।
अपने सपनों को हासिल करने के लिए सबसे पहले उनके बारे में डीटेल में सोचिए। सोचिए कि जब आप उस मंजिल को हासिल कर लेंगे तो आपकी जिन्दगी कैसी होगी। साथ ही यह तय कीजिए कि जब आप अपनी उस मंजिल को हासिल कर लेंगे तो आप खुद को इनाम में क्या देंगे।
एक्ज़ाम्पल के लिए लेखिका ने खुद से वादा किया था कि जब वे पहली बार बिजनेस कोचिंग के लिए एक क्लाइंट से $10,000 का चेक लेंगी, उस दिन वे अपने लिए एक लुइस वुइटान का एक पर्स लेंगी। इसके बाद वे कई साल तक अपने क्लाइंट से $700 की फीस लेती रहीं। धीरे धीरे उन्होंने इसे बढ़ाकर $1500 किया। एक वक्त आया जब उन्होंने अपने क्लाइंट से $10,000 चार्ज किया। इस दिन वे स्टोर में जाकर खुद को लिए एक लुइस वुइटान का पर्स लेकर आई, जिसे खरीदने के बाद उन्हें खुद पर बहुत गर्व महसूस हुआ।
यहाँ पर लेखिका ने पूरे डीटेल में खुद से कहा कि जिस दिन वे $10,000 का चेक लेंगी, उस दिन वे अपना पहला पर्स खरीदेंगी। उनका गोल पूरी तरह से क्लीयर था और उसके साथ एक रिवार्ड जुड़ा हुआ था। इस तरह से वे उसपर होकर कर पा रहीं थीं और उन्हें यह अच्छे से पता था कि उन्हें वहां तक पहुंचने के लिए करना क्या है।
तो क्या आपको पता है कि आपको अपनी मंजिल को हासिल करने के लिए क्या करना है? क्या आप ने यह तय किया कि उसे हासिल कर लेने के बाद आप खुद को क्या देंगे? क्या आप ने यह महसूस करने की कोशिश की कि उसे हासिल कर लेने के बाद आपकी जिन्दगी कैसी होगी? अगर नहीं, तो वक्त आ गया है कि आप इन सवालों के जवाब खोजिए। इससे आप मुश्किल वक्त में खुद को हौसला दे पाएंगे।
कुल मिलाकर
अपनी जिन्दगी को बहतर बनाने के लिए सबसे पहले आपको खुद के बारे में अच्छा सोचना होगा। आप खुद से कुछ गए वादे को पूरा कीजिए और खुद की तुलना दूसरों से करना बंद कीजिए। आप अपनी जिन्दगी को पूरी तरह से काबू नहीं कर सकते और इसलिए इसमें की परेशानियों को अपनाना सीखिए। अपनी मंजिल को हासिल करने के लिए आप उसके बारे में सोचिए और उसे हासिल कर लेने पर खुद को एक इनाम देने का वादा कीजिए। इस तरह से आप मुश्किल वक्त में खुद को हौसला दे पाएंगे।
खुद की तुलना दूसरों से करना बंद कीजिए।
जिन्दगी को बेहतर बनाने का एक राज़ है इस सच को जानना कि आपका सिर्फ एक ही प्रतियोगी है, और वो है वो व्यक्ति जो आप कल हुआ करते थे। आप खुद की तुलना दूसरों से करना छोड़कर सिर्फ खुद को पहले से बेहतर बनाने की कोशिश कीजिए। इसकी चिंता मत कीजिए कि दूसरों को क्या पसंद है। इसपर ध्यान दीजिए कि आपको क्या पसंद है और उसी काम में खुद को बेहतर बनाने की कोशिश लगातार करते रहिए।
