Women Who Love Too Much ❤️🧕

0
Women Who Love Too Much

Robin Norwood
Khud Ko Galat Insaan Se Bachana Seekho!

दो लफ्जों में
एक हेल्दी रिलेशनशिप में होना किसी ब्लेसिंग से कम नहीं है। लेकिन ये सबकी किस्मत में नहीं होता। साल 1985 में आई ये किताब अनहेल्दी रिलेशनशिप्स के बारे में बात करती है जिसमें महिलाएं खुद को जकड़ा हुआ पाती हैं। ऐसी महिलाओं की केस स्टडी की मदद से रॉबिन ने ये बात हमारे सामने रखी है कि आखिर ऐसा क्यों होता है कि महिलाएं ऐसे आदमियों से प्यार कर बैठती हैं जो किसी भी तरह उनके लिए सही नहीं होते। ये किताब इनसे बचने या फिर इन कड़वी यादों से बाहर निकलने के लिए भी आपको गाइड करती है।

  ये किताब किनको पढ़नी चाहिए?
• जो महिलाएं किसी अनहेल्दी रिलेशनशिप में हैं
• जो लोग अपने जीवन को एक नई दिशा देना चाहते हैं
• जो लोग बचपन की किसी बुरी याद को भुलाकर आगे बढ़ना चाहते हैं 

लेखिका के बारे में
रॉबिन नॉरवुड बेस्ट सेलिंग लेखिकाओं में आती हैं। वे मैरिज और फैमिली काउंसलिंग में भी एक जाना माना नाम हैं। उनको एल्कोहल की गिरफ्त में आए लोगों और अनहेल्दी रिलेशनशिप में रह रही महिलाओं की काउंसलिंग में महारत हासिल है।

टू मच लव करने वाली महिलाएं प्यार को दर्द से जोड़कर देखती हैं।
कुछ महिलाएं ऐसे आदमी से किस तरह इतना प्यार कर बैठती हैं जो उनकी भावनाओं से खिलवाड़ करने से बिल्कुल भी नहीं चूकते? फिर चाहे वो शराब की लत वाला ऐसा इंसान हो जो अपने पार्टनर की जगह शराब की बोतल की ज्यादा परवाह करता है या फिर एक ऐसा शादीशुदा इंसान जो अपनी प्रेमिका के साथ जीने-मरने के वादे तो कर लेता है पर अपनी पत्नी को छोड़ भी नहीं पाता। हर तरह की बुराई से भरे होने के बावजूद महिलाएं ऐसे लोगों की तरफ क्यों आकर्षित हो जाती हैं? उस आदमी का दिल जीतने की क्या जरूरत है जिसके लिए आप मायने ही नहीं रखतीं? भले ही कोई इसे "मेरा बैड लक था" या "गलती हो गई जो मैंने ये रिश्ता जोड़ लिया" कह कर खुद का बचाव करने की कोशिश करे लेकिन सच बहुत अलग है। महिलाओं के इस कदम के पीछे इनसिक्योरिटी जुड़ी होती है। इस किताब में 1980 के दशक में की गई केस स्टडीज तो शामिल हैं ही साथ में लेखिका और डॉक्टरों के अपने नजरिए को भी आधार बनाया गया है। इस तरह आप समझ पाते हैं कि आखिर क्यों कुछ महिलाएं बुरे से बुरे आदमी के साथ भी रिश्ता बनाए रखने को तैयार रहती हैं। बचपन से लेकर सेक्स और शादी तक हर स्टेज को समझते हुए हम जानेंगे कि क्यों कुछ महिलाएं "लविंग टू मच" नाम की बीमारी का शिकार हैं और हम किस तरह इस घातक बीमारी से दूर रह सकते हैं। 

 

इस किताब को पढ़कर आप जानेंगे

• बुरे रिश्तों की जड़ें बचपन से क्यों जुड़ी होती हैं

• नशे और बुरे लोगों में क्या समानता है

• आप रिश्तों में इनसिक्योरिटी को कैसे दूर कर सकते हैं। 

 

तो चलिए शुरू करते हैं! 

जिल 29 साल की एक लॉ स्टूडेंट थी। एक दिन उसकी मुलाकात रैंडी नाम के एक हैंडसम वकील से हुई। पहली नजर में उनको प्यार हो गया। दोनों अलग शहर से थे। सात दिन बाद रैंडी लौटा और जिल के घर रहा। हालांकि अगला हफ्ता बीतते ही परेशानियां नजर आने लगी थीं। एक हफ्ते साथ रहने के बाद रैंडी वापस अपने घर लौट गया। लेकिन जैसे ही वो दरवाजे पर पहुंचा जिल का फोन आ गया। वो उसका हालचाल जानना चाहती थी। उसे इस बात की चिंता थी कि रैंडी को फ्लाइट में कोई परेशानी तो नहीं हुई। जिल एक रात भी रैंडी को फोन किए बिना नहीं रह सकती थी। हालांकि दोनों ने ये तय किया था कि वो बारी-बारी से फोन किया करेंगे पर रैंडी अक्सर जिल को फोन करना भूल जाता। इस वजह से जिल बेचैन हो जाती और खुद ही फोन मिला देती। समय बीतने के साथ जिल इस बात के लिए लगातार कोशिश करती गई कि रैंडी शादी का कमिटमेंट करे। रैंडी का कहना था कि अगर वो उस पर ऐसे ही दबाव बनाती रही तो वो ये रिश्ता खत्म कर देगा। लेकिन जिल की नजर में इसका मतलब था कि उसे और कोशिश करने की जरूरत है। जिल अब किसी थेरेपिस्ट की भूमिका में आ गई थी जो रैंडी को ये समझाने की कोशिश करे कि वो क्या चाहता है। जबकि रैंडी को ये बात से बिल्कुल पसंद नहीं थी। वो यही कहता रहता कि अभी वो तय नहीं कर सकता कि उसे क्या चाहिए। जबकि जिल इस बात को बिल्कुल नहीं समझ पाई। 

उसे लगा कि रैंडी का दिल जीतने के लिए शायद और ज्यादा कोशिश करने की जरूरत है। इस वजह से वो छुट्टी लेकर, लंबी दूरी तय करके रैंडी के शहर उसे मिलने आई। और रैंडी ने क्या किया? वो बस टीवी देखता रहा, शराब पीता रहा और जिल को अनदेखा करता रहा। जिल की हरकतें वीमेन हू लव टू मच वाली महिलाओं के बर्ताव का बढ़िया उदाहरण हैं। लविंग टू मच कहने का मतलब है कि ये महिलाएं किसी पुरुष के लिए ऑब्सेस हो जाती हैं और इस जुनून को प्यार समझने की गलती कर देती हैं। जिल जैसी महिलाएं अपनी भावनाओं और बर्ताव को अपने जुनून के हाथों में छोड़ देती हैं। जरा सोचिए कि जिल रैंडी से बात किए बिना रह ही नहीं पाती थी। इतना ही नहीं ये महिलाएं समझती हैं कि उनके जुनून की वजह से उनके मन की शांति पर बुरा असर पड़ रहा है तब भी वे इसे छोड़ नहीं पातीं। रैंडी के मुंह से ये सुनकर जिल को दुख हुआ कि उसे पता नहीं कि वो क्या चाहता है। जब उसने जिल को नजरअंदाज किया तो भी उसे बुरा लगा। फिर भी वो रैंडी से दूर नहीं जा सकी। जिल जैसी महिलाएं रॉबिन के पास अक्सर आती हैं। इन सब में एक बात समान है। वे दर्द और प्यार को एक ही सिक्के के दो पहलू मानती हैं। उनको ये गलतफहमी होती है कि प्यार में जितना दर्द होता है प्यार उतना ही सच्चा होता है।

बचपन में हुए हादसों की वजह से भी महिलाएं गलत आदमियों की तरफ आकर्षित हो जाती हैं।
अगर आपसे पूछा जाए कि कोई महिला किस तरह के आदमी पर फिदा हो सकती है तो आप कहेंगे वो हैंडसम और रोमांटिक होना चाहिए या उसमें कोई न कोई खास बात तो जरूर होनी चाहिए। लेकिन जिन आदमियों को इतना प्यार मिलता है उनमें से ज्यादातर के पास ऐसी कोई क्वालिटी नहीं होती। लगभग सबमें एक बात जरूर होती है कि उनका दिल बहुत सख्त होता है। वे किसी की भावनाओं की कद्र नहीं करते, प्यार की गहराई को नहीं समझते और रिश्तों को सहेज कर रखने में यकीन नहीं करते। यानि वो प्यार के लिए बने ही नहीं होते। कई बार तो महिलाएं शादीशुदा आदमियों पर प्यार लुटा बैठती हैं। लेकिन भला ये कैसे हो जाता है? इसका सीधा जवाब है कि ऐसे आदमी रिश्ते निभाने के लिए अवेलेबल ही नहीं होते। इसलिए लविंग टू मच वाली महिलाओं को अच्छे लगते हैं। 

इससे भी ज्यादा परेशानी की बात ये है कि ये महिलाएं अक्सर उन आदमियों पर दिल हार जाती हैं जो किसी तरह के नशे के आदी होते हैं। क्यों? क्योंकि ऐसे लोग भी इमोशनल सपोर्ट के मामले में सबसे पीछे रहते हैं। वे अपनी लत में ही बिजी रहते हैं और उनमें रिश्ते को निभाने की ताकत या चाहत बहुत कम होती है। ऐसे आदमियों से इतना प्यार करने की क्या वजह होती है? इसका जवाब अक्सर इन महिलाओं के बचपन से जुड़ा होता है। एक थेरेपिस्ट के तौर पर काम करते हुए रॉबिन ने एक ही दुखद कहानी कई बार सुनी है। आमतौर पर इन महिलाओं के पिता ऐसे इंसान होते थे जो शायद ही कभी उनके लिए प्यार या स्नेह जताते थे। एक महिला ने थेरेपी के दौरान बताया कि उसके पिता ने उसे सिर्फ एक बार कहा था कि वो उससे प्यार करता है और वो भी तब जब वो महिला 18 साल की हो चुकी थी और उसने अपने पिता से प्यार जताने की जिद की। यानि वो ये जाने बिना ही बड़ी होती रही कि उसके पिता को उसकी परवाह थी भी या नहीं। 

इस तरह की महिलाओं को अपने पिता के प्यार के बारे कोई समझ ही नहीं होती। इसलिए वो अपनी लव लाइफ में भी ऐसे पुरुषों को ढूंढती हैं जो उनके पिता की तरह रूखे और ठंडे मिजाज के होते हैं। क्योंकि सब कांशस लेवल पर वो अपने बचपन में हुए बुरे अनुभवों को सुधारने की उम्मीद कर रही होती हैं। अपने पिता जैसे किसी इंसान को ढूंढकर और उस पर जान छिड़ककर वो ये उम्मीद करती हैं ऐसा करके वो उसके प्यार को जीत लेंगी। इस तरह वो ये साबित कर पाएंगी कि भले ही उनके पिता ने उनको स्नेह न दिया हो पर वो उस प्यार के लायक थीं।

ऐसी महिलाएं प्यार जीतने के लिए सेक्स का सहारा लेती हैं।
लगभग हर केस में यही होता है। हालांकि इसके बाद भी उनको उम्मीद के मुताबिक प्यार नहीं मिल पाता। 

ट्रुडी का उदाहरण लीजिए। ट्रुडी के पिता दिन रात काम में डूबे रहते थे। उन्होंने शायद ही कभी परिवार के साथ बैठकर खाना खाया हो। ट्रुडी बचपन में लगातार कोशिश करती रहती कि अपने पिता का प्यार पा सके। बड़े होकर ट्रुडी ने अपना ज्यादातर समय उन आदमियों के पीछे भागने में बिताया जो बिल्कुल उसके पिता की तरह ही थे। इनमें सबसे पहले वो लड़का था जो फुटबॉल का दीवाना था। उसके लिए ट्रुडी से कहीं ज्यादा फुटबॉल मायने रखती थी। इसके बाद आया एक शादीशुदा और तीन बच्चों का पिता। वो ट्रुडी को हफ्ते में सिर्फ कुछ घंटे ही वक्त दे पाता था। ट्रुडी ने इन दोनों प्रेमियों का दिल जीतने की कोशिश कैसे की? सेक्स के माध्यम से। ट्रुडी बताती है कि हाई स्कूल में पढ़ने के दौरान सेक्स हमेशा उसके लिए सबसे पहले नंबर की चीज थी। वो हर वक्त बस ये सोचती थी कि किस तरह उन दोनों को एक साथ रहने का मौका मिले ताकि ताकि वे सेक्स कर सकें। 

जिस हिसाब से दोनों रिलेशनशिप बनाते उसे देखते हुए कभी-कभी ट्रुडी खुद को निम्फोमेनिएक समझने लगती। अपने शादीशुदा प्रेमी से मिलने के बाद उसने लगभग हर दिन ये सोचने में बिताया कि वो किस तरह खुद को और ज्यादा सेक्सुअली अट्रैक्टिव बना सकती है। वो ज्यादा से ज्यादा समय खास तरह की लिंगरीज खरीदने और सेक्स टिप्स पढ़ने में बिताने लगी। कुछ ही महीनों में उसका जुनून इस हद तक बढ़ गया कि वो सेक्स पर फोकस करने के लिए अपने दोस्तों और कॉलेज की क्लास तक छोड़ने लगी। ट्रुडी ने बताया कि उसका मकसद खुद को आनंद देना नहीं था। उसने इस पर इतना समय इसलिए लगाया क्योंकि वो अपने पार्टनर को खुश करना चाहती थी। उसे लगता था जितने खुश उसके पार्टनर होंगे उतनी खुशी वो महसूस करेगी। दुख की बात ये रही कि आदमियों को खुश करने की उसकी कोशिश हमेशा बेकार ही रही क्योंकि सेक्स का दिल के लगाव से कोई लेना देना नहीं है। ट्रुडी ने कितनी भी कोशिश की पर उसके पार्टनर उसे इमोशनल स्पोर्ट नहीं दे पाए। फुटबॉल वाले पार्टनर ने उसे कॉलेज फुटबॉल स्कॉलरशिप के लिए पीछे छोड़ दिया और उसका शादीशुदा पार्टनर उससे रिश्ता तोड़कर अपनी पत्नी और परिवार के पास लौट गया।

टू मच लव करने वाली महिलाएं बार-बार गलत आदमियों की तरफ आकर्षित हो जाती हैं
प्यार की तलाश में एक गलत आदमी से जुड़ना चोट पहुंचाता है। लेकिन ऐसी महिलाओं को इस तरह के रिश्ते की लत लग जाती है। हालांकि कुछ को दूसरे तरह के एडिक्शन भी हो सकते हैं। अपने बचपन की कड़वी यादों को भूलाने के लिए कुछ महिलाएं ड्रग्स, शराब और यहां तक ​​कि मीठी चीजों की ही लत लगा लेती हैं। ये सब चीजें और खास तौर पर खानपान उनके लिए एक डिफेंस सिस्टम बन जाता है जिसकी मदद से वो अपना ध्यान भटकाने, सच से भागने और अपने अंदर के खालीपन को भरने की कोशिश करती हैं। ऐसी महिलाओं के लिए इन लतों से छुटकारा पाना उतना ही जरूरी है जितना बुरे रिश्तों से छुटकारा पाना। क्योंकि जैसे-जैसे ये महिलाएं अपने दुख को भुलाने के लिए खानपान, ड्रग्स या शराब पर निर्भर होती जाती हैं वे और भी ज्यादा गिल्ट, शर्मिंदगी और खुद से नफरत करने जैसी भावनाओं में जकड़ने लगती हैं। 

जैसे-जैसे उनकी खुद के बारे में बुरा सोचने की रफ्तार बढ़ने लगती है वे उस सपोर्ट के लिए और भी ज्यादा तड़पने लगती हैं जो दो प्यार करने वालों के बीच होता है। ये महिलाएं एक पार्टनर ढूंढती हैं जिसे वो एकदम से अपना बना सकें और अपने सेल्फ एस्टीम को फिर से जिंदा कर सकें। जब वे खुद से नफरत करें तो पार्टनर उनको प्यार करे। हालांकि वो इन सबके लिए बिल्कुल गलत आदमी की तलाश में रहती हैं। वो एक ऐसे इंसान  को ढूंढती हैं जो भावनाओं के मामले में जीरो होता है। वे उसका दिल जीतने में हमेशा की तरह नाकामयाब हो जाती हैं और किसी लत में और भी गहराई से डूब जाती हैं चाहे वो भोजन हो या शराब। इस तरह बुरे रिश्तों, दिल टूटने और नशे की आदतों का एक साइकल चलने लगता है। ऐसे में हालात बद से बदतर होने लग जाते हैं। 

ब्रेंडा इन सबको बहुत अच्छे से समझती है। टीनएज में उसका वजन काफी ज्यादा था। उसके पिता शराबी थे और हमेशा वजन को लेकर ब्रेंडा को ताने सुनाते थे। बड़े होने पर वो दो कंडीशन के बीच घूमती रही। कभी तो वो मीठी चीजों की लत लगाकर मोटापे का शिकार हो जाती और कभी लगातार भूखी रहकर इतनी पतली कि कुछ खाने पीने के ख्याल से ही वो बीमार पड़ जाती। और तो और उसने ऐसे इंसान से शादी की जो उसके पिता से मिलता जुलता था। वो भी शराबी था। अनफेथफुल था और इमोशनल सपोर्ट नाम का शब्द ही नहीं समझता था। जैसे-जैसे ब्रैंडा का रिश्ता बिगड़ता गया वैसे-वैसे वो बुरी लतों में डूबती गई। उसने मजबूरी में दुकानों से चोरी करने के साथ-साथ खुद को भूखा मारना शुरू कर दिया। इसके पहले कि उसका इलाज होता उसे चोरी करते हुए गिरफ्तार कर लिया गया।

इस बीमारी से उबरने के लिए आपको इलाज और खुद पर ध्यान देने की जरूरत है।
किसी बुरे आदमी में हद से ज्यादा डूब जाना एक महिला के दिलो दिमाग पर बुरा असर डालता है बिल्कुल वैसे जैसे शरीर को कोई बीमारी खोखला करने लगती है। अब यहां सबसे जरूरी सवाल मन में आता है कि इस दुख से उबरने और अपने जुनून से पीछा छुड़ाने का क्या तरीका है? अपनी प्रेक्टिस के दौरान रॉबिन ने देखा है कि ठीक हो जाने वाली सभी महिलाओं में कुछ बातें समान थीं। सबसे पहले तो वे कदम बढ़ाने और मदद मांगने से नहीं झिझकती हैं। आप नजदीकी लाइब्रेरी जाकर कोई ऐसी किताब पढ़ने जैसे आसान से कदम से शुरुआत कर सकती हैं जो आपके बचपन की किसी परेशानी पर गाइड करती हो। अगर कुछ पैसे खर्च कर पाएं तो किसी थेरेपिस्ट की काउंसलिंग ले सकती हैं। हो सके तो फीमेल काउंसलर से बात करें। आप दोनों एक दूसरे को अच्छी तरह समझ पाएंगी। आपके लिए उन पर भरोसा कर पाना भी आसान होगा। अगर आपका पार्टनर आपको किसी तरह से टॉर्चर करे तो पुलिस को कॉल करना भी सही होगा। 

रॉबिन ने ये भी देखा है कि जो महिलाएं आगे चलकर संभल जाती हैं उनमें इस बात को लेकर गहरी समझ होती है कि खुद को इस रिश्ते से बाहर निकालना उनकी पहली जरूरत है। ये सोच बहुत मायने रखती है क्योंकि लविंग टू मच वाली महिलाएं खुद को सबसे बाद में रखती हैं। वे खुद से पूछती हैं कि मेरे पार्टनर को मुझसे क्या चाहिए। वे अपनी जरूरतों को हमेशा उसके बाद ही रखती हैं। लेकिन अगर आप सच में बदलना चाहती हैं तो आपको अभी से खुद को पहले रखने की जरूरत है। प्रेक्टिकल लाइफ में इसका मतलब होगा कि अगर आपने थेरेपी या सपोर्ट ग्रुप जॉइन किया है तो किसी भी वजह से उसे छोड़ना या मिस नहीं करना है। उस आदमी के लिए तो बिल्कुल नहीं जिसके पीछे आप पागल हैं। 

याद रखिए आपके लिए खुद की मदद करना उन सभी कामों से ज्यादा जरूरी है जो आप अपने पार्टनर को खुश करने के लिए करती आई हैं। चाहे उसके साथ डिनर करना हो या उसकी केयर करना। अब खुद को उससे पहले रखने का समय आ गया है। उस आदमी को बदलने की आपकी कोशिश कामयाब नहीं हुई पर खुद को बदलना तो आपके हाथ में है।

खुद को बदलकर आप मजबूत बनती हैं और आदमियों के प्रति आपका नजरिया भी बदलता है।
आपको ये कैसे पता चलेगा कि आप लविंग टू मच नाम की बीमारी को दूर कर चुकी हैं? ऐसी महिला में किस तरह के बदलाव नजर आ सकते हैं जो अपने जुनून और बचपन की कड़वी यादों से बाहर आ चुकी है। इसे कुछ बातों से समझा जा सकता है। पूरी तरह से ठीक होने के बाद आप खुद की वेल्यू करने लगेंगी। आप जो हैं जैसी हैं खुद को उसी तरह एक्सेप्ट करने लगेंगी। इसका मतलब ये भी नहीं है कि आप सेल्फ ऑब्सेस्ड हो जाएं या अपनी कमियों को भी सही मानने लगें। हमें अपनी बहुत सी बातें या आदतें पसंद नहीं होती और हम इन्हें बदलना चाहते हैं। फिर भी आपको अपनी पूरी रिस्पेक्ट करनी चाहिए जो कभी भी कम न हो। आपको अपनी शारीरिक बनावट, अपनी पर्सनालिटी, जीवन में की गई कड़ी मेहनत, अपने रंग रूप हर चीज का रिस्पेक्ट करना है और उसमें खुश रहना है और धीरे-धीरे इस खुशी को बढ़ाते जाना है। खुद के बारे में तो आपकी सोच बदलेगी ही पर आदमियों को लेकर भी आपकी सोच में बदलाव आने लगेगा। 

जहां पहले कभी आपने किसी ऐसे इंसान को बदलने की कोशिश की जिसके साथ आपने जुड़ाव महसूस किया था पर अब आपको ऐसा करने की जरूरत नहीं होती है। पहले आप उसका प्यार और सपोर्ट पाने के लिए कुछ भी करने की कोशिश करती थीं पर अब आप उसे अपने हिसाब से ढालने की कोशिश नहीं करती हैं। आप सोचेंगी कि भला इतना बड़ा बदलाव कैसे हो सकता है? बहुत आसानी से हो सकता है। अब आप उन आदमियों के पीछे नहीं भागती जिनको बदलने की जरूरत है। आप सही लोगों की तरफ आकर्षित होती हैं। पहले आपने खुद को उन आदमियों के हवाले कर दिया  जिनके दिल में आपके लिए जगह ही नहीं थी। नशे के आदी, बेवफाई करने वाले, मार पीट करने वाले लोग जो कहीं से भी आपके लायक नहीं थे। ऐसे रिश्तों का कोई भविष्य नहीं था। लेकिन अब आप एक स्टेबल रिलेशनशिप, प्यार करने वाले और अच्छे स्वभाव वाले पार्टनर की तलाश में हैं। 

लेकिन फिर भी आप कोई गलती कर दें और किसी बुरे रिलेशनशिप में पड़ जाएं तो आपको बस दिल मजबूत करके समझदारी से फैसला लेना है और इस रिश्ते को अलविदा कह देना है। आखिर में सबसे जरूरी बात अब आपको शांति और सुकून को महत्व देना है न कि ड्रामे और एडवेंचर को। पहले आपको यकीन हो गया था कि सच्चे प्यार का मतलब है तड़पना और दिल का दर्द लेकिन अब आपको समझ आ गया है कि पुरुषों और महिलाओं के बीच अच्छा रिलेशनशिप एक दूसरे की रिस्पेक्ट, केयर और साथ निभाने पर आधारित होता है। खुद को बदलने की हिम्मत आपको सच्चे प्यार की एक नई राह पर ले जाएगी।

कुल मिलाकर
बचपन में एब्यूज से गुजर चुकी महिलाओं के लिए आसानी से अनहेल्दी रिलेशनशिप का हिस्सा बन जाना बड़ी सामान्य बात है। ऐसे आदमी जो प्यार का मतलब ही नहीं समझते उनके पीछे पागल हो जाना और उनसे झूठी उम्मीदें पालकर खुद को और तकलीफ में डालना उनका जुनून बन जाता है। वे बस इतना साबित करना चाहती हैं कि वे उस प्यार के लायक थीं जो उनको बचपन में नहीं मिला। खुद को बदलने की पक्की चाहत और अपनी जरूरतों को सबसे पहले रखने की सोच के साथ ही ऐसी महिलाएं इस जाल से निकल सकती हैं और सच्चे प्यार की तलाश कर सकती हैं। 

 

क्या करें

बीते हुए कल को अपने आज में न दुहराएं। हो सकता है आपका बचपन बहुत बुरा रहा हो। आपने अपनी उम्र से बढ़कर जिम्मेदारियां निभाई हों। शायद आपके माता-पिता बहुत बीमार थे या भावनात्मक रूप से इतने टूट चुके थे कि वे अपनी या आपकी ठीक से देखभाल न कर पाए हों और सारा बोझ आपके कंधों पर आ गया हो। इस वजह से छोटी सी उम्र में आपको अपनी जरूरतों को भूलकर दूसरों की जरूरतों पर ध्यान देना पड़ा हो। बदकिस्मती से बड़े होने पर नए लोगों के साथ भी आपका यही बर्ताव रहा जिनमें आपका पार्टनर भी शामिल था। आप खुद को पहले रखने की जगह चुपचाप उनकी देखभाल करने और उनको खुश रखने पर फोकस करते रहीं। इस तरह का रवैया आपकी मेंटल हेल्थ के लिए सही नहीं रहा। इसलिए मुंह खोलिए, अपनी जरूरत को ऊपर रखिए और दूसरों के साथ-साथ अपना भी ख्याल रखिए। 

 

येबुक एप पर आप सुन रहे थे Women Who Love Too Much By Robin Norwood. 

ये समरी आप को कैसी लगी हमें yebook.in@gmail.com  पर ईमेल करके ज़रूर बताइये. 

आप और कौनसी समरी सुनना चाहते हैं ये भी बताएं. हम आप की बताई गई समरी एड करने की पूरी कोशिश करेंगे. 

अगर आप का कोई सवाल, सुझाव या समस्या हो तो वो भी हमें ईमेल करके ज़रूर बताएं. 

और गूगल प्ले स्टोर पर ५ स्टार रेटिंग दे कर अपना प्यार बनाएं रखें. 

Keep reading, keep learning, keep growing


Post a Comment

0Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.
Post a Comment (0)

YEAR WISE BOOKS

Indeals

BAMS PDFS

How to download

Adsterra referal

Top post

marrow

Adsterra banner

Facebook

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Accept !