Rich Dad's Who Took My Money...... 🤔

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Rich Dad's Who Took My Money?
Why Slow Investors Lose and Fast Money Wins!
दो लफ्ज़ों में 
साल 2004 में रिलीज़ हुई किताब Rich Dad’s Who Took My Money? बताती है कि समय के साथ मनी सेविंग्स की स्ट्रेटजी भी पूरी तरह से बदल चुकी है. अगर आपको अमीर बनना है तो आपको पॉवर इन्वेस्टर बनना होगा. आखिर क्या होता है पॉवर इन्वेस्टर बनना? इसी कांसेप्ट को इस बुक समरी में बारीकी से समझाने की कोशिश की गई है. ये 
किताब किसके लिए है? 
-ऐसा कोई भी जिसे अमीर बनना हो 
-किसी भी फील्ड के स्टूडेंट्स के लिए 
-फाइनेंशियल समझ रखने वालों के लिए 
-इन्वेस्टर्स के लिए 

लेखक के बारे में 
आपको बता दें कि इस किताब का लेखन Robert T. Kiyosaki ने किया है. ये पेशे से ऑथर, बिजनेसमैन और रेडियो पर्सनालिटी रहे हैं. इन्होने ही बेस्ट सेलिंग किताब Rich Dad, Poor Dad का भी लेखन किया है. 

इस किताब में मेरे लिए क्या है? 
अपनी लाइफ में आपने बहुत कुछ सही किया है. आपने अच्छी कमाई की है फिर उसका एक हिस्सा mutual fund में इन्वेस्ट भी किया है. इसके पीछे आपका उद्देश्य सुकून से रिटायरमेंट लेने का था? लेकिन फिर भी आपको एक चिंता सताती रहेगी कि क्या मेरे फंड्स में पर्याप्त पैसा इकट्ठा हो पाएगा? क्या होगा अगर स्टॉक मार्केट क्रैश कर जाएगा? या फिर मुझे कोई भयानक बीमारी हो जाएगी तो? अगर इस तरह के सवाल आपकी रातों की नींद को उड़ा देते हैं? तो चिंता की बात नहीं है. इन्वेस्टिंग के मामले में पुरानी सलाह को मानना बंद कर दीजिए और नई टिप्स के लिए इस किताब की समरी को सुनने की शुरुआत कर दीजिए. 

आपको इन चैप्टर्स में ये भी सीखने को मिलेगा 
-इन्वेस्टिंग की राईट स्ट्रेटजी क्या होती है? 
-कैश फ्लो क्रिएट कैसे किया जाता है? 



बुढ़ापा ग़रीबी में ना बीते, इसलिए आज से सही कदम उठाना शुरू करिए
जब कभी भी ऑथर पर्सनल फाइनेंस के ऊपर लेक्चर देने की शुरुआत करते हैं. कोई ना कोई ऑडियंस में से ये सवाल ज़रूर करता है कि आखिर पैसों को इतना महत्त्व देना ज़रूरी क्यों है? क्यों नहीं हम हैप्पीनेस को ज्यादा वैल्यू देते हैं? इस सवाल पर ऑथर को हंसी आ जाती है. क्योंकि उन्हें पता चल जाता है कि अभी तक आपकी पैसों को लेकर सही परवरिश नहीं हुई है. 

फिर ऑथर एक सर्वे का ज़िक्र करते हैं, ये सर्वे यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ़ अमेरिका में हुआ था. इस सर्वे में पता चला कि लोगों को सबसे ज्यादा डर बुढ़ापे में होने वाली पैसों की तंगी का है? उन्हें वर्ल्ड वॉर, न्यूकलियर वॉर और देश की राजनीति से भी ज्यादा डर खुद की पर्सनल फाइनेंस का है. लेकिन फिर भी लोग पैसों की बात करने से पीछे हटते हैं. 

ये डर सच भी है क्योंकि तीन में से 1 अमेरिकी के पास कोई रिटायरमेंट प्लान नहीं है. इसलिए ये भयानक सच बिल्कुल सत्य भी साबित हो सकता है. 

कई लोग ऐसा सोच लेते हैं कि रिटायरमेंट की प्लानिंग 60 के बाद कर लेंगे, लेकिन वो ये नहीं समझ पाते हैं कि तब उनके पास काम करने का टाइम ही नहीं बचेगा. इसलिए रिटायरमेंट की प्लानिंग भी जवानी में कर लेनी चाहिए. 

याद रखिए कि अगर आपके पास एक फिक्स्ड पेंशन नहीं रहेगी तो आपको बुढ़ापे में भी काम करना पड़ेगा. वैसे बुढ़ापे में काम करने में कोई बुराई नहीं है. लेकिन सिर्फ और सिर्फ पैसों की टेंशन लेकर बुढ़ापे में काम करना बुद्धिमानी भी नहीं है. 

इसलिए जिन 20-30 सालों में आप कमाई कर रहे हैं. आपकी ज़िम्मेदारी है कि आप इन्हीं सालों में अपने रिटायरमेंट के बारे में भी प्लानिंग कर लें. इसलिए कोशिश करिये कि खुद को जल्द से जल्द फाइनेंशियल तौर पर इंडीपेंडेंट बना लें. ऐसा करने से आपका बुढ़ापा बेहतर हो सकता है. 

इसके लिए standard advice मिलती है कि सेविंग करिए और लॉन्ग टर्म के लिए mutual funds, में इन्वेस्ट करिए. लेकिन ऑथर कहते हैं कि इस अप्रोच में काफी ज्यादा समय लगेगा. इसलिए इसके अल्टरनेटिव की बात हम आने वाले चैप्टर्स में करेंगे.


इस चैप्टर में अमीर बनने का जादुई तरीका बताया जाएगा
एक कॉमन मिस्टेक लोग करते हैं, वो ये है कि अधिकत्तर लोग केवल पेपर assets जैसे कि  mutual funds या फिर individual stocks में इन्वेस्ट करते हैं. वो ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि इससे सरल इन्वेस्टिंग कोई और नहीं है? 

लेकिन ऑथर कहते हैं कि इस तरह से वेल्थ क्रिएट करने में बहुत ज्यादा समय लग जाएगा. mutual fund या handful of stocks में इन्वेस्ट करने के बजाय आपको पावरफुल इन्वेस्टर बनने की कोशिश करनी चाहिए. पॉवरफुल इन्वेस्टिंग ही वो जादुई तरीका है जिससे आप जल्द से जल्द अमीर बन सकते हैं. 

पॉवर इन्वेस्टर बनने के लिए आपको paper assets से ऊपर की सोच रखनी होगी. आपको एक ही समय में business या फिर  real estate की तरफ भी ध्यान देना होगा. “diversified” stock portfolio के अलावा भी आपके पास और भी कई तरह के assets होने चाहिए. 

इसके लिए आप Bill Gates का एग्जमप्ल ले सकते हैं. Bill Gates केवल कम्प्यूटर कंपनी में काम करके और स्टॉक्स में इन्वेस्ट करके ही दुनिया के सबसे अमीर इंसान नहीं बन गए हैं. उन्होंने अपना खुद का बिजनेस भी खड़ा किया है. जिसे दुनिया Microsoft नाम से जानती है. जैसे-जैसे Microsoft कंपनी के तौर पर बढ़ती गई, वैसे-वैसे ही दुनियाभर में Bill Gates की शोहरत भी बढ़ती गई. 

अब लोग सोच सकते हैं कि बिल गेट्स की बात करना कुछ ज्यादा ही बड़ी बात हो गई? इसके लिए हमें याद रखना चाहिए कि सपने देखना जितना आसान होता है, उन्हें पूरा करना उतना ही मुश्किल काम होता है? मुकेश अंबानी हमेशा कहते हैं कि हर व्यक्ति को अपने सपने हमेशा बड़े देखने चाहिए, लेकिन उन्हें पूरा करने की हिम्मत भी रखनी चाहिए. अक्सर लोग सपनों में बड़े-बड़े ख्याली पुलाव तो पका लेते हैं, लेकिन जब बात उन पर अमल करने की आती है तो पीछे हट जाते हैं.

बिज़नेस (Business) के क्षेत्र में भी यही बात लागू होती है. बिज़नेस शुरू करने से पहले और बाद में कई आंत्रप्रेन्योर बिज़नेस से बड़ी-बड़ी उम्मीदें लगा लेते हैं, वो सोचने लगते हैं कि बिज़नेस शुरू करते ही पैसों की बारिश होने लगेगी, लेकिन बिज़नेस में आई चुनौतियों का सामना नहीं कर पाते और आखिरकार उन्हें अपना बिज़नेस बंद करना पड़ जाता है. बिज़नेस को अगर सफल बनाना है तो उसकी चुनौतियों के लिए भी तैयार रहना चाहिए और बड़े सपने देखने के साथ उन्हें पूरा करने की हिम्मत भी रखनी चाहिए.

चलिए “इन्वेस्ट फॉर कैश फ्लो” कांसेप्ट को समझने की कोशिश करते हैं
यहाँ उदाहरण के तौर पर दो तरह के किसानों की केस स्टडी को समझने की कोशिश करते हैं. पहले cattle rancher हैं और दूसर dairy farmer.

cattle rancher वो किसान होते हैं, जो कि गाय को एक तय उम्र तक पालते हैं. उन्हें खिलाते-पिलाते  हैं, फिर उन्हें स्लॉटर हाउस में बेच देते हैं. वही उनके इन्वेस्टमेंट का रिटर्न होता है. 

वहीं दूसरी ओर डेरी फार्मर अपनी गायों को बड़ा करते हैं, फिर वो उनसे दूध का उत्पादन करते रहते हैं. मतलब वो उस गाय को अपना इन्कम सोर्स बना लेते हैं. अगर assets की बात है तो आपको भी डेरी फार्मर को फॉलो करना चाहिए. इसलिए कभी भी कैपिटल गेन के लिए अपनी रेगुलर इन्कम को खत्म करने की कोशिश मत करिएगा. 

इसी कांसेप्ट को रियल स्टेट की मदद से भी समझने की कोशिश करते हैं. मान लेते हैं कि आपने एक प्रॉपर्टी खरीदी, जिसकी कीमत 40 लाख है. फिर आपने उस प्रॉपर्टी पर कुछ खर्चा करके उसे 70 लाख में बेच दिया. मतलब आपने उस प्रॉपर्टी से 30 लाख मुनाफा कमा लिया. लेकिन अगर आप उस प्रॉपर्टी को रेंट में उठा देते तो कुछ सालों बाद आपकी original investment वापस आ जाती और प्रॉपर्टी फ्री हो जाती. इसके बाद आपकी उस प्रॉपर्टी से हमेशा के लिए एक फिक्स्ड इन्कम की कमाई चालु हो जाती. 

लेकिन अजीब बात यही है कि ज्यादातर लोग cattle rancher की तरह इन्वेस्टमेंट करते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि इस तरह से मुनाफा आसानी से कमाया जा सकता है. आसान के चक्कर में हम अपनी आगे की राह को मुश्किल बना लेते हैं.

एक इन्वेस्टर के तौर पर इस बात को जानना बेहद ज़रूरी है
ऑथर अपनी कहानी बताते हुए कहते हैं कि जब वो अपने twenties में थे, तो उनका Las Vegas जाना हुआ था. जहाँ उन्होंने फन के लिए गैम्बलिंग में हाँथ अजामाया था. ऑथर बताते हैं कि शुरूआती 300 डॉलर जीतने के बाद उनके मन में लालच आ गया और वो ज्यादा खेलते गए. 

एक समय ऐसा भी आया जब वो 3 हज़ार डॉलर जीत चुके थे. लेकिन उनके मन में लालच भी बढ़ गया था. उन्होंने सोचा एक बार और टेबल में किस्मत अजमाकर देखी जाए, इसी चक्कर में उन्होंने अपने सारे डॉलर को गवां दिया. लेकिन एक सीख उन्हें ज़रूर मिली.. उन्हें पता चला कि इसी तरह कई इन्वेस्टर भी अपने पैसों को टेबल पर काफी देर तक छोड़ देते हैं. 

वो सपने देखने लगते हैं कि स्टॉक की कीमत अभी और बढ़ेगी और इसी पैसे से उनकी कार, दौलत, घर सब तैयार हो जाएगा. ये कहना गलत नहीं होगा कि ज्यादातर इन्वेस्टर ख्याली पुलाव बनाने लगते हैं. मतलब कि वो सपनों में ही अमीर बन जाते हैं. और जिस वक्त वो अपने इन्वेस्टमेंट को बेचते हैं, उस वक्त उनके हांथों में कुछ ज्यादा पैसे नहीं आते हैं. 

अब यहाँ ट्रिक की बारी आती है, ऑथर सलाह देते हैं कि हर इन्वेस्टर को “house money” के साथ खेलना चाहिए. उसकी कोशिश होनी चाहिए कि वो अपना इनवेस्टेड अमाउंट जल्द से जल्द निकाल ले और प्रॉफिट से खेलता रहे. यही कांसेप्ट रियल स्टेट पर भी लागु होता है. अगर आप कोई प्रॉपर्टी खरीदते हैं तो कोशिश करिये कि इनवेस्टेड अमाउंट रेंट से निकाल लें. इसके बाद वो प्रॉपर्टी आपके लिए फ्री की हो जाएगी.. फिर आप उसकी प्रॉफिट को लाइफ टाइम यूज़ कर सकते हैं. 

जब आप अपना पोर्टफोलियो तैयार करते हैं तो इसे डायवर्सिफाई रखने की सलाह दी जाती है. इससे रिस्क घटता है. एक्सपर्ट ने कहा कि अपने पोर्टफोलियो में सभी एसेट क्लास को शामिल करें. इस स्ट्रैटिजी को कभी भूलना नहीं चाहिए. इस समय शेयर बाजार में हलचल है. ऐसे में इक्विटी के मुकाबले डेट एसेट स्थिर है. अगर इक्विटी में ज्यादा उथल-पुथल है और इकोनॉमी में अनिश्चितता की स्थिति बनती है तो गोल्ड की तरफ रुख करना चाहिए.

महंगाई चरम पर होने के कारण रेपो रेट में अभी बढ़ोतरी जारी रहेगी. एक्सपर्ट ने कहा कि इंट्रेस्ट रेट में बढ़ोतरी से डेट फंड्स पर नेगेटिव असर होता है. ऐसे में अभी डेट फंड से संभल कर रहें. अगर आपका नजरिया लंबी अवधि के निवेश का है तो डेट फंड से बचें. अगर इसमें निवेश करना ही है तो पोर्टफोलियो में लिक्विड औप अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड को शामिल कर सकते हैं. अगर मीडियम टर्म के निवेशक हैं तो डायनमिक बॉन्ड फंड सही विकल्प है.  इंट्रेस्ट रेट में बढ़ोतरी से बैंकिंग सेक्टर को फायदा होगा. ऐसे में बैंकिंग और पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग्स (PSU) बॉन्ड फंड में निवेश करने की सलाह दी गई है.

इन्वेस्टमेंट की दुनिया को देखने का नज़रिया बदल दीजिए
ऑथर अपनी जवानी की कहानी बताते हुए कहते हैं कि जब वो जवान हुआ करते थे. तो एक बार उनके दोस्त के अमीर पिता उन्हें बैंक लेकर गए, जहाँ ऑथर ने बैंक मैनेजर से सवाल किया कि क्या बैंक से बहुत सारे पैसों को उधार लेकर mutual fund में इन्वेस्ट किया जा सकता है? 

ये सवाल सुनते ही लोन ऑफिसर मुस्कुरा दिया और जवाब दिया कि ऐसा करना काफी रिस्की होगा इसलिए नहीं करना चाहिए.. अगर इस तरह के volatile investment को बैंक लोन देगी तो इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि उसके पैसे वापस मिलेंगे? 

ये बात सुनकर ऑथर बैंक से बाहर आ गए, लेकिन उन्हें एहसास हुआ कि उन्हें कुछ ख़ास सीखने को मिला है. 

पहली बात बैंक कभी ऐसे इंसान को लोन नहीं देती है. जिसकी फाइनेंशियल स्टेटमेंट सही ना हो.. इसलिए इंसान को कभी भी अपनी फाइनेंशियल डेथ नहीं करनी चाहिए. इसी के साथ कभी भी अपने क्रेडिट पॉइंट्स के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहिए. क्योंकि अगर क्रेडिट पॉइंट्स खराब हो गए तो अच्छे से अच्छे प्रपोजल को भी लोन नहीं मिलेगा. 

इसलिए ऑथर कहते हैं कि अगर आपको फ्यूचर में लोन चाहिए तो आज से ही इन्वेस्टमेंट की दुनिया को बैंकर की नज़र से देखने की शुरुआत कर दीजिए. आज से ही क्रेडिट स्कोर पर काम करने की शुरुआत कर दीजिए. 

आपको बता दें कि अच्छे क्रेडिट स्कोर (सिबिल स्कोर) के कई फायदे होते हैं. आपके क्रेडिट स्कोर से पता चलता है कि वित्तीय मामलों में आपका रिकॉर्ड कैसा है?

यदि आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है तो आपको आसानी से और कम ब्याज दर पर लोन मिल जाएगा. इसीलिए जरूरी है कि आप अपने क्रेडिट स्कोर को अच्छा बनाए रखें.

अगर आप आज से ही इन्वेस्टमेंट की दुनिया को बैंकर की नज़र से देखना चाहते हैं. तो इस बात का ख्याल रखें कि लोन या कोई अन्य ईएमआई और क्रेडिट कार्ड बकाया को तय समय से पहले चुका दिया जाना चाहिए..अगर आप ये आदत बनाए रखेंगे तो आपका सिबिल सुधरता जाएगा..इसमें लापरवाही न करें.

इसी के साथ क्रेडिट कार्ड की उपलब्ध क्रेडिट लिमिट में से जितना खर्च या इस्तेमाल किया गया है, उसे क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो (CUR) कहते हैं. इस रेशियो को जानने के लिए कार्ड की कुल बकाया राशि को कुल क्रेडिट लिमिट से विभाजित करते हैं.

उदाहरण के लिए अगर आपके पास दो क्रेडिट कार्ड हैं जिनकी कुल क्रेडिट लिमिट 5 लाख रुपए है, और इसमें से एक कार्ड में बकाया राशि के तौर पर 2 लाख रुपए और दूसरे में 50 हजार रुपए की बकाया राशि है, तो इसके मुताबिक आपका क्रेडिट उपयोग अनुपात 50% है.

अच्छे क्रेडिट स्कोर लिए हमेशा सलाह दी जाती है कि क्रेडिट उपयोग रेशियो 30% से कम ही रखना चाहिए. इससे यह संकेत मिलता है कि आप क्रेडिट कार्ड पर ज्यादा निर्भर नहीं हैं. वहीं अगर आपका क्रेडिट उपयोग रेशियो 50% से ज्यादा है तो लोन देने वाली कंपनी आपको जोखिम वाले ग्राहक के रूप में देखेगी.

नियमित रूप से क्रेडिट स्कोर को चेक करना भी जरूरी है. अपने क्रेडिट स्कोर की नियमित जानकारी होने से आप उसमें समय रहते सुधार कर सकेंगे.

क्रेडिट स्कोर आपको बताता है कि आपके ऊपर कोई अन्य कर्ज तो नहीं या आपने कर्ज चुकाने में कोई गलती तो नहीं की...कई बार ऐसा भी देखने में आया है कि आपकी क्रेडिट स्कोर अच्छा होना चाहिए लेकिन बैंक द्वारा की गई गलत जानकारी, गलत अकाउंट नंबर, पेमेंट हिस्ट्री का अधूरा अपडेट जैसी कई गलतियों के कारण आपका क्रेडिट स्कोर बिगड़ सकता है.

ऐसे में आप बैंक को उनकी गलती के बारे में बता कर इस समस्या को आसानी से निपटा सकते हैं और अपने क्रेडिट स्कोर को सही करा सकते हैं.

इसी के साथ आपको बता दें कि एक व्यक्ति जिसका कर्ज लौटाने का अच्छा रिकॉर्ड होता है उसका सिबिल स्कोर उतना ही अच्छा होता है. ऐसे में अगर आपने अभी तक कोई कर्ज नहीं लिया है तो अपने जरूरत के लिए कोई लोन ले सकते हैं इसे समय पर वापस करने पर भी आपका सिबिल स्कोर सुधरेगा. अच्छा सिबिल स्कोर बनाने के लिए अच्छी लोन हिस्ट्री का होना जरूरी है. इसमें सिक्योर्ड या अनसिक्योर्ड, शॉर्ट टर्म या लॉन्ग टर्म अलग-अलग प्रकार के कर्ज शामिल हो सकते हैं.

ज्यादातर लोग फाइनेंशियली हैप्पी क्यों नहीं रह पाते हैं?
अभी तक हम लोगों ने financial independence अचीव करने के कई रास्तों के बारे में चर्चा की है. ये समझा है कि अमीर बनने के लिए “power investor” बनना कितना ज़रूरी है? 

बिना “power investor” बने, हम अमीर बहुत देर से बनेंगे तब तक शायद हम बूढें हो चुके होंगे. अब हम बात कर लेते हैं कि आखिर बहुत सारे लोग financial independence को क्यों नहीं अचीव कर पाते हैं? 

पहला रीज़न इन दो शब्दों में छुपा हुआ है, वो ये हैं “I can’t.”...

अधिकत्तर लोग यही सोचते रहते हैं कि इन्वेस्टमेंट को लेकर रिसर्च उनके बस की बात नहीं है. इसलिए वो पूरी रिसर्च दूसरे के ऊपर छोड़ देते हैं. फिर होता क्या है? पूरा असर उनकी रिटर्न्स पर पड़ने लगता है. इसलिए खूब पढ़िए और खूब इन्वेस्ट करिए. 

दूसरा रीज़न ये है कि लोगों को आसान इन्वेस्टमेंट चाहिए होता है. उन्हें बिल्कुल मेहनत नहीं करनी.. उन्हें मुश्किल रास्तों से चलकर फैंसी कैफे तक तो जाना है. लेकिन रिटायरमेंट के लिए बिल्कुल मेहनत नहीं करनी है. 

एक और रीज़न है, जिसकी वजह से लोग financial independence को अचीव नहीं कर पाते हैं? वो ये है कि लोग कुछ ज्यादा ही दूसरों की बातों को सुनने लगते हैं. लोग कुछ ज्यादा ही फाइनेंशियल एडवाइज़र को सीरियस ले लेते हैं. एडवाईजर कह देता है कि इन्वेस्ट किया हुआ पैसा काफी सालों बाद ही मिल सकता है? इस बात से लोग डर जाते हैं और इन्वेस्ट करना ही बंद कर देते हैं. और इंतज़ार करने लगते हैं कि जब सही टाइम आएगा तब इन्वेस्ट करेंगे. और वो सही टाइम कभी नहीं आ पाता है. 

इसलिए याद रखिए कि आज ही सही समय है.. आज से ही इन्वेस्टिंग की शुरुआत कर दीजिए.. जितना है.. कम है या ज्यादा .. कोई बात नहीं .. इन्वेस्ट करिए.

कुल मिलाकर
किसी ने क्या ख़ूब कहा है कि आप ग़रीब पैदा हुए हैं, तो इसमें आपकी कोई गलती नहीं है. लेकिन अगर आप गरीब ही मर जाएंगे.. तो इसमें केवल आपकी ही ग़लती होगी. इसलिए आज से ही बुढ़ापे की गरीबी को खत्म करने की कोशिश करिए. आज एक्ट करेंगे तो कल फायदा होगा.

क्या करें? 

financially independent बनने की कोशिश करिए, कैश फ्लो का सही इस्तेमाल करिए और कई तरह के assets को बनाने की कोशिश में जुट जाइए. अमीर बनना भी एक खेल की तरह है, आपको इस खेल का माहिर खिलाड़ी बनना होगा. 

 

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