Guy Kawasaki
दिल, दिमाग और एक्शन को बदलने की कला
दो लफ्जों में
Guy Kawasaki की लिखी हुई किताब ‘Enchantment’ आपको बताएगी कि अपने आस-पास के लोगों के दिमाग और दिल को कैसे बदलना है? किसी के भी दिल को जीतना आसान नहीं होता है. इस किताब के माध्यम से आप जान पायेंगे कि आज के दौर में भी कैसे लोगों को दिलों को जीता जा सकता है. ये प्रोसेस एक जादू की तरह होती है. इस जादू को सीखने के लिए आपको जादूगर बनने की ज़रूरत नहीं है. बस, इस किताब को ध्यान से पढ़ लीजिये.
ये किताब किसके लिए है?
- ऐसे लोग जो दूसरों को मोटिवेट करना चाहते हों
- ऐसे लोग जो दूसरों के साथ काम करना चाहते हों
- ऐसा कोई भी जो अपनी खरीद की आदतों पर नियंत्रण हासिल करना चाहता है
लेखक के बारे में
Guy Kawasaki कई बेहतरीन किताबों के लेखक हैं. बेस्ट सेलिंग नॉवेल “The Art of The Start and The Macintosh Way” को भी इन्होने ही लिखा है. मोटोरोला के बिजनेस यूनिट के एडवाइजर भी रह चुके हैं.
Enchantment के महत्त्व को समझने की ज़रूरत है
लेखक की ये दसवीं किताब है. इस किताब के माध्यम से लेखक ये बताना चाहते हैं कि आप लोगों को अपनी ओर कैसे अट्रेक्ट कर सकते हैं? ये कला एक आर्ट होती है. इस आर्ट में माहिर होने के लिए आप भी कलाकार बन सकते हैं.
आज के दौर में जब डिजिटल दुनिया अपने उफान पर है. तो लोगों से कनेक्ट हो पाना काफी ज्यादा आसान हो गया है. ऐसे समय में जब कॉम्पटीशन का दौर भी अपने शबाब पर है. तब ये मुश्किल हो चुका है कि कोई आपके प्रोडक्ट पर जल्दी से भरोसा कर ले.
जिस तरह मार्केट बढ़ रहा है. उसी तरह कॉम्पटीशन भी बढ़ता जा रहा है. ऐसे समय में प्रचार का भी महत्त्व कम हो जाता है.
कस्टमर्स तक पहुंचने के लिए, हमें बस यह सोचने की ज़रूरत नहीं है कि उन्हें अब कैसे खरीदना है?बल्कि अब हमें यह पता लगाने की जरूरत है कि उन्हें कैसे अट्रेक्ट किया जाए? और इसी अट्रेक्ट करने के गुण को आप इस किताब के माध्यम से सीख पायेंगे.
क्या कभी आप ऐसी सिचुएशन में पड़े हैं जब कोई आपसे बहुत ही ज्यादा अच्छे से बिहेव कर रहा हो. उसका व्यवहार इतना अच्छा हो कि आप उसकी मदद करना चाहते हों. अगर ऐसा रहा है. तो मतलब साफ़ है कि आप उस आदमी से अट्रेक्ट हो गये थे. इसी को इनचैंटमेंट कहा जाता है.
इनचैंटमेंट भी कई तरीके से हो सकते हैं. उनमे से सबसे यूजफुल तरीका है कि आप कैसे दूसरे के दिल पर कब्जा कर लें. अब सवाल ये भी उठ रहा होगा कि आखिर इनचैंटमेंट का असली मतलब क्या होता है?
इनचैंटमेंट एक ऐसी काबिलियत होती है जिससे दूसरे के स्वभाव को बदला जा सकता है. इस प्रोसेस की खास बात ये होती है कि इसमें बदलने वाला आदमी अपनी मर्ज़ी से बदलता है. उसके ऊपर किसी भी तरह का दबाव नहीं होता है.
उदाहरण के लिए, एक फिल्म निर्माता और लेखक करिन मुलर की कहानी पर विचार करते हैं.
एक दिन, न्यू पीपल्स आर्मी (एनपीए) के सत्रह मेम्बर, फिलीपींस के एक सशस्त्र विंग 'कम्युनिस्ट पार्टी, उससे पूछताछ करने आई थी. जब उसने उन्हें देखा, तो उसने कहा: "थैंक गॉड. मैं पूरे दिन आपका इंतजार कर रही थी. प्लीज कॉफ़ी लें और बंदूक दरवाज़े के पास रख दें.”
करिन मुलर ने अपने इस व्यवहार से पूरी सिचुएशन को ही बदल दिया था.
इसका मतलब ये नहीं है कि इनचैंटमेंट की कला का उपयोग आप बस ऐसी सिचुएशन के लिए ही कर सकते हैं. ये कला आपकी मदद कहीं भी कर सकती है. इसका सिर्फ और सिर्फ पैसों से ही लेना-देना नहीं होता है.
उदाहरण के लिए, जब स्टीव जॉब्स अपना आईफोन विकसित कर रहे थे, तो वह सबसे अच्छी रणनीति पर विचार नहीं कर रहे थे. उनके पास तब ऐसे सोर्स नहीं थे.
कस्टमर्स को अपने पर्सनल बैंक अकाउंट में पैसा डालने के लिए या दो साल के लिए साइन इन करने के लिए, लुभाने के लिए, उन्होंने इनचैंटमेंट की प्रोसेस का ही सहारा लिया था. तब उन्होंने लोगों को उनके बेहतर कल के सपने बेचे थे.
इसका मतलब साफ़ है कि अगर आप लोगों को अट्रेक्ट करना चाहते हैं. तो आपके पास एक क्लियर विजन होना चाहिए. उस विजन पर आपको चलना कैसे है ये भी आपको पता होना चाहिए. अगर आप ऐसा कर सकते हैं तो फिर आप लोगों को अट्रेक्ट भी कर सकते हैं.
विश्वास कायम करने की कोशिश करिए क्योंकि यही Enchantment का पिलर है
क्या आपको कभी ऐसा लगा है कि आप जिस पर बिल्कुल ट्रस्ट ना करते हों उससे आप अट्रेक्ट हो गये हों. ऐसा बिल्कुल नहीं हो सकता है. इसलिए इस बात को याद रखिये कि आप भी बिना ट्रस्ट को डेवलप किये. लोगों को अट्रेक्ट नहीं कर सकते हैं. अब आपका पहला कदम ये होना चाहिए कि लोग आपके ऊपर भरोसा करें. लेकिन ये भरोसा आखिर पैदा कैसे होगा?
इसका एक बेसिक सा फंडा ये है कि आप लोगों को एक्सेप्ट करना सीख जाइए. जैसे भी लोग हैं उन्हें आप एक्सेप्ट करने की कोशिश करिए.
लोग भी आपको तभी पसंद कर पायेंगे जब वो आपको एक्सेप्ट करेंगे. इसलिए पहले आप लोगों को एक्सेप्ट करिए. आपको सफर में बहुत से लोग मिलेंगे. हर कोई ऐसा नहीं हो सकता है. जिसे आप तुरंत पसंद करने लगेंगे. कई बार काफी ज्यादा समय भी लग सकता है. इसलिए उस समय के लिए तैयार रहिये. अपने आपको मेंटली मजबूत बनाकर रखिये.आप भी अपने जीवन में देखते होंगे कि जो लोग पैशनेट होते हैं. वो काफी ज्यादा इंट्रेस्टिंग भी होते हैं. लोग काफी जल्दी उन्हें पसंद भी करने लगते हैं. इसलिए कोशिश करिए खुद के अंदर भी बदलाव लाने की, अपने अंदर के पैशन को जगाइए.
किसी को भी अपनी ओर अट्रेक्ट करने का सबसे आसान तरीका ये होता है कि आप उसके साथ खुद को कनेक्ट करिए. अपने पैशन को उसके साथ शेयर करिए. उससे बातें करिए. कुछ उसकी सुनिए और कुछ अपनी सुनाइये.
अगर आप चाहते हैं कि लोग आपके साथ जुड़ें और आपको पसंद करें तो सबसे पहले आपको उन्हें दिखाना पड़ेगा कि आप ऊपर ही ऊपर बातें नहीं करते हैं. बल्कि आपके पास ज्ञान का भंडार है. याद रखिये लोगों को ग्यानी इंसान के साथ जुड़ने में अच्छा लगता है. लोग आपको तब ही सुनेंगे जब आपके पास उनको सुनाने के लिए कंटेंट होगा.
कहा भी गया है कि एक्शन शब्दों से गहरा वार करते हैं. इसलिए अपने कर्म के ऊपर भरोसा रखिये. अगर आपको अपने कर्म के ऊपर भरोसा है तो विश्वास रखिये कि लोग आपके ऊपर भरोसा करेंगे.
इस अध्याय में आपने समझ लिया है कि अट्रेक्ट करना किसे कहते हैं. अब आगे के अध्याय में आप समझने वाले हैं कि आप अपने ब्रांड को इस लायक कैसे बनाएं? कि लोग आपके ब्रांड के ऊपर अंधा भरोसा करने लगें.
अगर आपको लोगों को अट्रेक्ट करना है तो आपके प्रोडक्ट में दम तो होना ही चाहिए. इसको समझने के लिए आप खुद से एक सवाल करिए कि आप कोई चीज मार्केट से क्यों खरीदते हैं? इसलिए क्योंकि आपको प्रोडक्ट पसंद होता है या फिर आपको वो सेल्स मैन पसंद होता है. ऐसा कई बार ज़रूर होता है कि एक अच्छा सेल्स मैन चीज़ों को आसानी से बेच देता है. लेकिन अगर प्रोडक्ट में दम नहीं होगा. तो अच्छे से अच्छा सेल्स मैन भी फेल हो जाएगा.
अगर आप चाहते हैं कि आपके प्रोडक्ट में वो बात हो कि लोग उसकी तरफ अट्रेक्ट हों, तो फिर आपको कुछ बातों का ख्याल रखना ही पड़ेगा.
5 खूबियां आपके प्रोडक्ट में होनी चाहिए. ये खूबियाँ हैं
‘डीप’- डीप प्रोडक्ट का मतलब है कि उसकी वैल्यूज हाई होती हैं. उसके अंदर कई ऐसी खूबियाँ होती हैं. जिससे कस्टमर उससे जुड़ा हुआ महसूस करते हैं. एग्जाम्पल के लिए हम गूगल को लेते हैं. गूगल जब शुरू हुआ था. तब वो महज़ एक सर्च इंजन था. लेकिन बाद में उसने अपनी मेल सर्विस भी शुरू कर दी थी. मतलब साफ़ है कि आपके प्रोडक्ट में वैरायटी ऑफ़ स्कोप होना चाहिए.
‘इंटेलिजेंट’- क्या प्रोडक्ट भी इंटेलिजेंट होता है? जी हां, आज के डिजिटल युग में आप देख ही रहे होंगे कि प्रोडक्ट्स कितने समझदार होते हैं. कुछ ऐसी ही खूबी आपके प्रोडक्ट में भी होनी चाहिए. कोशिश करियेगा कि आपका प्रोडक्ट यूजर फ्रेंडली हो.
‘कम्पलीट’- कम्पलीट प्रोडक्ट वो होता है जो कस्टमर को कम्प्लीट सर्विस प्रदान करे, आपके प्रोडक्ट में भी कई तरह की खासियत होनी ही चाहिए. अगर ऐसा होता है तो आपके प्रोडक्ट को लोग ज़रूर पसंद करेंगे.
‘एमपोवारिंग’- एक एमपोवारिंग प्रोडक्ट वही होता है. जो हमें एहसास दिलाता है कि हम पहले से ज्यादा मजबूत हो चुके हैं. इसलिए हमेशा कोशिश करिये कि एक दमदार प्रोडक्ट का निर्माण आप कर सकें.
‘एलीगेंट’- एलीगेंट प्रोडक्ट वही होता है जो अपने कस्टमर की बेहतरी के लिए काम करता है. इस तरह के प्रोडक्ट को डिजाईन करने में भी काफी ज्यादा मेहनत लगती है.
इन सभी खूबियों को अपने प्रोडक्ट में डालने के लिए आपकी रिसर्च टीम बहुत ज्यादा मज़बूत होनी चाहिए. आप अपने प्रोडक्ट के रिसर्च में जितना बेहतर काम करेंगे. आपका प्रोडक्ट भी उतना ही शानदार बनकर तैयार होगा. मार्केट में लाने से पहले प्रोडक्ट की क्षमता को ज़रूर जांच लीजिएगा.
किसी भी प्रोडक्ट को लॉन्च करने से पहले दो चीज़ों पर विशेष ध्यान दीजिये, स्टोरी और टेस्टिंग
हाई क्वालिटी का प्रोडक्ट आपके सक्सेस में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. लेकिन एक बात का ध्यान रखियेगा कि कोई भी प्रोडक्ट खुद से सेल नहीं होगा. उसे आपको प्रॉपर तरीके से मार्केट में उतारना ही पड़ेगा.
एक दुखद बात ये भी है कि आज के समय में जो भी प्रोडक्ट लॉन्च होते हैं. उस समय अधिकत्तर ये देखा गया है कि कस्टमर के सामने गलत जानकारी पेश की जाती है. इस बारे में बात करते हुए Annette Simmons कहते हैं कि ‘लोगों को आपसे जानकारी नहीं चाहिए. उनके पास आपसे बेहतर जानकारी मौजूद है. अगर कोई आपके पास आया है तो ये जान लीजिये कि उसके पास आपकी सारी इनफार्मेशन है. लोगों को अगर आपसे कुछ चाहिए तो वो है विश्वास और भरोसा. अगर आपके पास भरोसा है जो आप लोगों के दिलों में जगा सकते हों, तो जीत आपकी पक्की है.
इस चीज़ को पाने के भी दो तरीके हैं:-
सबसे पहले आपको खुद को प्रोडक्ट लॉन्च के समय इनवॉल्व करना पड़ेगा. इस प्रोडक्ट लॉन्च को आपको पर्सनल टच देना पड़ेगा. इसके साथ आपको अपनी कहानी का निर्माण करना पड़ेगा.
अगर आप चाहते हैं कि लोग आपके साथ जुड़ें तो उनको कुछ खूबियों को दर्शाते हुए फ्री ट्रायल देने की कोशिश करिए.
‘Easy’- ये कोशिश करिए कि आपके प्रोडक्ट को यूज करना लोगों के लिए आसान हो.
‘Immediate’- ये भी कोशिश करिए कि जब लोगों को ज़रूरत हो तब आपके पास प्रोडक्ट होना चाहिए. अपने कस्टमर को इंतज़ार आप नहीं करवा सकते हैं.
‘Inexpensive’- कोई भी नया प्रोडक्ट या सर्विस जब मार्केट में आती है तो उसके चलने या फिर फ्लॉप होने के पीछे जो सबसे बड़ा कारण होता है वो ये होता है कि उसकी कीमत कितनी है? इतना ध्यान रखिये कि नए प्रोडक्ट में लोग ज्यादा कीमत खर्च करना पसंद नहीं करते हैं. जब बाज़ार में इतने ज्यादा ऑप्शन मिल रहे हैं. तो फिर लोग आपके प्रोडक्ट की तरफ तभी अट्रेक्ट होंगे जब वो सस्ता और किफायती होगा.
‘Concrete’- इसका मतलब ये है कि जब लोग आपके प्रोडक्ट का इस्तेमाल करें तो उनको ये एहसास होना चाहिए कि उनकी जिंदगी में बदलाव हो रहा है. अगर उनको ऐसा लगता रहेगा तो फिर वो आपके प्रोडक्ट की तरफ अट्रेक्ट होते रहेंगे.
इस पूरे अध्याय का सार यही है कि जब आप अपने प्रोडक्ट को लॉन्च करने वाले हों, तो आपका पूरा लक्ष्य बस और बस ज्यादा से ज्यादा लोगों से कनेक्ट होने के ऊपर होना चाहिए. अगर आपका ध्यान लोगों से जुड़ने के ऊपर रहेगा तो फिर लोगों का ध्यान भी आपके प्रोडक्ट के ऊपर ही रहेगा.
अगली बात आती है कि लोगों की साईकोलॉजी को समझने की कोशिश करिए. इनचैंटमेंट का यही मतलब होता है कि आप अपने व्यवहार से सामने वाले की सोच को बदलकर रख दें. लेकिन अधिकत्तर ये भी देखा गया है कि लोगों को बदलाव ज्यादा पसंद नहीं होते हैं. इसलिए जब आप कोशिश करेंगे कि लोग आपकी बात सुनें और उससे प्रभावित भी हों. तो फिर आपको कई सारी मुसीबतों का भी सामना करना पड़ सकता है.
शुरुआत में लोग बदलाव से थोड़ा घबराते हैं. उनके दिमाग में उनकी सोच पहले से बैठी हुई होती है. वो फेल होने से डरते हैं. अब अगर हमको ऐसे लोगों के साथ डील करनी होगी तो हम कैसे करेंगे? इसके लिए आपको थोड़ी सी मेहनत लोगों के दिमाग को भी पढ़ने में लगानी पड़ेगी.
एक तरीका ये है कि उन्हें आप कुछ प्रूफ दिखाइए. उन्हें बताइए कि जिन लोगों ने आपके ऊपर भरोसा किया है. उनकी जिंदगी में काफी ज्यादा बदलाव आए हुए हैं. इस तरह के प्रूफ को दिखाकर आप लोगों के दिमाग को थोड़ा सा बदल सकते हैं.
यहां Colleen Szot की कहानी आपको सुननी ही चाहिए. वो एक कॉपी राइटर हैं. जिनका काम ही कम्पनीज की सेल्स को बढ़ाना है. उन्होंने अपनी टैग लाइन को चेंज करके काफी कुछ बदला था. पहले टैग लाइन थी “Operators are waiting, please call now” उन्होंने इसे बदलकर कर दिया था कि “If operators are busy, please call again.” जब लोगों ने इस टैग लाइन को पढ़ा तो उन्हें लगा कि प्रोडक्ट बहुत अच्छा कर रहा है. इतना अच्छा कर रहा है कि इनके पास कॉल्स लेने का भी समय नहीं है.
एक और तरीका है जिससे आप लोगों के दिमाग के साथ खेल सकते हैं. वो ये है कि अपने प्रोडक्ट की मार्केट में कमी दिखा दीजिये. प्रोडक्शन ही धीमा कर दीजिये. तब लोगों को लग सकता है कि इस प्रोडक्ट की सेल्स इतनी ज्यादा है कि इनके पास प्रोडक्शन ही नहीं है.
इनमे से कौन सा तरीका आप यूज करने वाले हैं?
चाहे आप सोशल प्रूफ यूज करिए या फिर स्कैरसिटी फायदा आपका ही होने वाला है.
आप कौन सी टेकनिक का उपयोग करने वाले हैं. वो इस बात पर भी निर्भर करता है कि लोगों को आपके प्रोडक्ट के ऊपर संशय कितना है? अगर ज्यादा संशय है तो सोशल प्रूफ टेकनिक का इस्तेमाल करियेगा.
ब्रांड लॉयल्टी को क्रिएट करने की कोशिश करिये
अगर आप कोई प्रोडक्ट या सर्विस को सेल कर रहे हैं. तो आप क्या चाहते हैं कि लोग आयें और आपका प्रोडक्ट खरीदें और चुप-चाप चले जाएँ? या फिर आप चाहते हो कि आपका कस्टमर हर बार आपका ही प्रोडक्ट खरीदने आए.
अगर आप ऐसा चाहते हैं. तो आपको अपने कस्टमर के साथ एक रिलेशन बिल्ड करना पड़ेगा. उस रिलेशन की नींव कुछ ऐसी होनी चाहिए की कस्टमर को आपके ऊपर भरोसा हो जाए.
दूसरा काम आपको ये करना पड़ेगा कि कस्टमर से आप कमिटमेंट करिए कि अगर प्रोडक्ट में कुछ खराबी भी निकलती है तो आप कस्टमर के साथ खड़े रहेंगे.
लोगों का स्वागत ऐसे करिए कि उनको लगे कि वो अपने घर में ही आ रहे हों. इसके साथ ही उनकी राय भी पूछते रहिये. अगर आपको कभी अपने प्रोडक्ट के बारे में कुछ खराब भी सुनने को मिले तो उसे नोट डाउन करिए. उन खामियों को दूर करने की कोशिश में लगे रहिये.
अपने ब्रांड को बनाने के लिए या फिर उसे मशहूर करने के लिए आप रिवॉर्ड सिस्टम की भी शुरुआत कर सकते हैं. इस रिवॉर्ड सिस्टम की शुरुआत करने से लोगों के बीच में आपके प्रोडक्ट की चर्चा बढ़ जायेगी. जिससे अल्टीमेटली आपके ब्रांड को ही फायदा होगा.
अपने कस्टमर के साथ एक अच्छा रिलेशन बिल्ड करने का ये भी फायदा होता है कि उनके अंदर आपके ब्रांड के प्रति लॉयल्टी आ जाती है.
किसी भी बिजनेस को एक मुकाम तक ले जाने के लिए ब्रांड लॉयल्टी बहुत बड़ी चीज़ होती है. इसके महत्त्व को जितनी जल्दी आप समझ जायेंगे. उतना ही फायदा आपको होगा.
इन अध्यायों में आपने समझा होगा कि इनचैटमेंट कोई सिंगुलर इवेंट नहीं है. बल्कि ये पूरी प्रोसेस है. अगले अध्याय में आप ये समझेंगे कि कैसे टेक्नोलॉजी की मदद से आप लोगों को अट्रेक्ट कर सकते हैं?
इसी के साथ आपको पुश टेक्नोलॉजी का उपयोग करना सीखिए.जब आप कोई प्रोडक्ट या सर्विस को तैयार कर लेते हैं. तो सबसे पहली चीज़ की आपको ज़रूरत होती है. वो है कस्टमर. आप पुश टेक्नोलॉजी का उपयोग करके कस्टमर तक पहुंच सकते हैं.
कस्टमर का ध्यान सभी चाहते हैं. इस मामले में कम्पटीशन काफी ज्यादा है. इसलिए आपको कुछ बेसिक प्रिंसिपल्स का ध्यान रखना ही पड़ेगा.
वो मूल मन्त्र कुछ इस प्रकार से हैं-
‘इंगेज फास्ट’- आज के दौर में टेक्नोलॉजी इतनी आगे बढ़ गई है कि सब कुछ बड़ी तेज हो गई है. आपको इस बात का ध्यान रखना ही पड़ेगा कि अगर कोई भी कस्टमर आपको कांटेक्ट करने की कोशिश करता है. तो फिर आपको उसको रिप्लाई काफी जल्दी देना पड़ेगा. जब कस्टमर के साथ जल्दी-जल्दी बातें करेंगे तो फिर आपका इंगेजमेंट भी फास्ट हो जायेगा.
‘इंगेज मैनी’- हमेशा अपने संचार को खुला रखिये. कभी भी बस कुछ लोगों के साथ सम्पर्क में रहने की कोशिश ना करिए. हमेशा कोशिश करिए कि आप अपने बिजनेस को ज्यादा से ज्यादा लोगों के सामने पेश कर सकें. अगर आप ऐसा करने में कामयाब होते हैं. तो आप देखेंगे कि आपके पास एक तगड़ा कस्टमर का बेस तैयार हो जाएगा.
‘इंगेज ऑफटन’- याद रखिये कि इंगेजमेंट कोई एक प्रक्रिया नहीं है बल्कि ये एक प्रोसेस है. इसलिए हमेशा ये कोशिश करिए कि अपने कस्टमर से आप कनेक्ट होते रहें.
‘प्रोवाइड वैल्यू’- अगर आपको लोगों को अट्रेक्ट करना है. अगर आप चाहते हैं कि लोग आपके प्रोडक्ट के बारे में बातें करें तो फिर आपको उनको अपने प्रोडक्ट की वैल्यूज के बारे में जानकारी देनी पड़ेगी. इसके लिए आप कई तरीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं. आप लोगों को कुछ अपनी तरफ से भी एडवाइस दे सकते हैं.
अब यहां आपके मन में ये भी सवाल आ रहा होगा कि हम किस टेक्नोलॉजी का यूज करें?
लेखक के अनुसार आपके लिए ट्विटर एक अच्छा माध्यम हो सकता है. इस माध्यम से आप लोगों से जुड़ भी सकते हैं और अपने प्रोडक्ट में बारे में जानकारी भी दे सकते हैं. अगर आप कुछ टेकनिक सीख लें तो आपको ट्विटर से अच्छा खासा फायदा भी हो सकता है. इसलिए, अब समय आ गया है कि आप लोग अपने बिजनेस को लोगों के सामने लेकर जाइये. टेक्नोलॉजी का सही इस्तेमाल करिए.
पुल टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल भी आप कर सकते हैं
जैसा कि आपने पिछले अध्याय में पढ़ा ही है कि पुश टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से आप लोगों से डायरेक्ट जुड़ सकते हैं. लेकिन उस टेक्नोलॉजी की मदद से आप एक ख़ास अमाउंट तक का ही ज्ञान बांट सकते हैं. अब हम बात करते हैं पुल टेक्नोलॉजी की, जैसे वेब साईट, ब्लॉग, फेसबुक.
पुल टेक्नोलॉजी की मदद से आप अपने बिजनेस को एक बड़े लेवल तक लेकर जा सकते हैं. लेकिन इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल भी आपको बड़े ध्यान से करना पड़ेगा. क्योंकि अगर आप वेब साईट की मदद से अपने बिजनेस की जानकारी लोगों को देना चाहते हैं. तो आपको ध्यान रखना होगा कि कंटेंट अच्छा और शानदार होना चाहिए.
पुल टेक्नोलॉजी में एक बात का आप ध्यान रखियेगा कि ‘कंटेंट इज द किंग’. अगर आप अच्छा कंटेंट पेश करेंगे तभी लोग आपकी वेब साईट की तरफ इंगेज होंगे.
पुल टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने के लिए फेसबुक एक बहुत अच्छा प्लेटफार्म है. इस प्लेटफार्म की मदद से आप काफी ज्यादा फैन्स भी गेन कर सकते हैं. इसकी खासियत ये है कि इसकी रीच काफी ज्यादा और काफी तेज रहती है.
याद रखिये कि आपके कंटेंट को वायरल होने के लिए मात्र एक दिन का अच्छा लक चाहिए होगा. अगर आपकी किस्मत एक दिन चमक गई. तो फिर आपका बिजनेस भी चमक जाएगा.
जब आप काम करते हैं. तो ज्यादा मोटिवेशन कैसे काम से आता है? एक ऐसा काम जहाँ पैसा तो ज्यादा है लेकिन इज्जत नहीं है. या फिर ऐसा काम जहाँ पैसा भले ही थोड़ा कम हो लेकिन इज्जत बहुत ज्यादा है? आपका उत्तर होगा कि वो काम करने में मजा आता है. जहाँ पर रिवॉर्ड मिलता है. जहाँ इज्जत ज्यादा मिलती है.
इसलिए अगर आप चाहते हैं कि आपका बिजनेस खूब तरक्की करे तो अपने एम्प्लाइज का भी खूब सारा ध्यान रखियेगा.
तीन तरीकों से आप एम्प्लाइज को खुश कर सकते हैं:-
‘मास्टरी’- हमेशा एम्प्लाइज को नई स्किल सीखने का मौका देते रहिये. इससे उनके आपके काम के प्रति इंटरेस्ट बना रहेगा. जब इंटरेस्ट रहेगा. तो वो काम भी मन लगाकर करेंगे.
‘ऑटोनोमी’- हर मैनेजमेंट को अपने एम्प्लाइज पर भरोसा करना चाहिए. इसी भरोसे से जन्म होता है फ्रीडम का, जब आप एम्प्लाइज को फ्रीडम देंगे. तो वो भी काम को और बेहतर करने की कोशिश करेगा.
‘पर्पज’ – किसी काम के लिए मोटिवेशन का होना बहुत ज़रूरी होता है. इसलिए हमेशा कोशिश करिए कि आप अपने एम्प्लाइज को मोटिवेट रख सकें. अगर ऐसा करने में आप कामयाब होते हैं. तो फिर देखिएगा कि आपका काम कितना बेहतर होगा.
एक और ज़रूरी पहलू है. जिससे आप वर्क एनवायरनमेंट को बेहतर कर सकते हैं. वो ये है कि आपको पता होना चाहिए कि सक्सेस को एन्जॉय कैसे करना है? ऑफिस के अंदर छोटी-छोटी खुशियों को सेलीब्रेट किया करिए. ऐसा करने से वहां पर मौजूद लोगों का हौसला काफी ज्यादा बढ़ता है.
अपना बचाव करना भी आपको आना ही चाहिए
इस भागती दौड़ती दुनिया में एक बात का ध्यान हमेशा रखियेगा कि यहां पर हर इंसान शरीफ नहीं है. इसी तरह हर अट्रेक्ट करती हुई चीज सोना नहीं होती है. हर इंसान जो कोई भी आपको अट्रेक्ट करने की कोशिश करता है. वो सही नहीं होता है.
इसलिए जब कभी भी कोई आपको लुभाने की कोशिश करे तो पहले तो खुद को सतर्क कर लीजिये. कोई भी चीज लेने से पहले अपनी रिसर्च को पूरा रखिये.
अगर आप झूठें लोगों के झासें में नहीं फंसना चाहते हैं. तो कुछ सावधानियों का हमेशा ध्यान रखिये. कभी भी बहुत ज्यादा सस्ती चीज़ों के पीछे मत भागिएगा.
अगली बार आप जब भी कुछ खरीदने जाएँ तो खुद से कुछ सवाल ज़रूर पूछियेगा-
क्या मैं कुछ मिस कर रहा हूँ?
क्या मैं ये फैसला बदल सकता हूँ?
कहीं मैं गलत तो नहीं कर रहा हूँ?
आज के फैसले का असर क्या होने वाला है?क्या मुझे कभी इस फैसले पर पछताना तो नहीं पड़ेगा?
क्या होगा जब लोगों को इस बारे में पता चलेगा?
जितना मैं पे कर रहा हूँ क्या वो सही है?
हमेशा बड़े फैसले लेने से पहले कई बार सोचिये, कभी भी कोई फैसला जल्द बाजी में मत लीजिएगा.
कुल मिलाकर
आज के दौर में लोगों को अपनी ओर करने का तरीका बस मार्केटिंग नहीं है. बल्कि आकर्षित व्यक्तित्व है. ये एक कला है. जिसे आपको सीखनी पड़ेगी. इस कला को सीखने में ये किताब आपकी काफी मदद कर सकती है. इस किताब के माध्यम से आपको पता चलेगा कि कैसे लोगों को बिना भ्रमित किये हुए अपनी ओर अट्रेक्ट कर सकते हैं.
जब कभी आप कस्टमर की तलाश कर रहे हों. तो हमेशा अपनी रीच को बड़ा रखने की कोशिश करियेगा. कभी भी बस कुछ ख़ास लोगों के पीछे मत भागिएगा. इतना जान लीजिये कि आम लोग ही लोगों को ख़ास बनाते हैं. इसलिए अपने बिजनेस को आम लोगों तक पहुंचाने की कोशिश करियेगा. लोगों से कम्यूनिकेट करिए, आगे बढ़िए, तरक्की करिए. इन सबके साथ अगर आपने आकर्षण के गुण सीख लिए तो फिर आपको सफल होने से आप भी नहीं रोक पायेंगे. दिल, दिमाग और एक्शन को बदलने की कला को ही आकर्षण कहते हैं. कोशिश करिए कि जल्द से जल्द इस कला में आप माहिर हो जाएँ.
येबुक एप पर आप सुन रहे थे Enchantment By Guy Kawasaki
ये समरी आप को कैसी लगी हमें yebook.in@gmail.comपर ईमेल करके ज़रूर बताइये.
आप और कौनसी समरी सुनना चाहते हैं ये भी बताएं. हम आप की बताई गई समरी एड करने की पूरी कोशिश करेंगे.
अगर आप का कोई सवाल, सुझाव या समस्या हो तो वो भी हमें ईमेल करके ज़रूर बताएं.
और गूगल प्ले स्टोर पर ५ स्टार रेटिंग दे कर अपना प्यार बनाएं रखें.
Keep reading, keep learning, keep growing.