Darren Hardy
छोटे छोटे बदलाव करके अपनी ज़िन्दगी में बड़ा बदलाव करें।
दो लफ़्ज़ों में
द कम्पाउन्ड एफेक्ट (The Compound Effect) में हम देखेंगे कि कैसे आपकी जिन्दगी के छोटे छोटे फैसले आपकी जिन्दगी में बड़े बड़े बदलाव कर सकते हैं। इस किताब की मदद से आप सीखेंगे कि कैसे आप अपनी मंजिल तक के रास्ते को तय कर सकते हैं और कैसे अपनी आदतों का सही इस्तेमाल कर सकते हैं। इस किताब से आप अपनी सीमाओं को बढ़ा कर अपने आप को काबिल बना सकते हैं।यह किसके लिए है
- वे जो अपनी हार के लिए किस्मत को दोष देते हैं।
- वे जो अपनी सीमाओं को बढ़ाना चाहते हैं।
- वे जो अपनी आदतों को बदलना चाहते हैं
लेखक के बारे में
डैरेन हार्डी (Darren Hardy) एक अमेरिकन लेखक, एडवाइज़र और मोटिवेशनल स्पीकर हैं। वे सक्सेस मैगज़ीन (Success Magazine) के संस्थापक हैं। वे पिछले 20 साल से एक प्रसिद्ध बिजनेसमैन हैं। उन्होंने 2015 में सक्सेस मैगज़ीन को छोड़ दिया और दूसरे मौके खोजने निकल पड़े।
यह किताब आपको क्यों पढ़नी चाहिए?
कामयाबी हासिल करने के लिए लम्बे कदम उठाना ठीक नहीं है। जल्दी मिलने वाली कामयाबी देर तक नहीं रहती। लम्बे समय तक कामयाब रहने के लिए आपको लम्बे समय तक मेहनत करनी होगी।
यह किताब हमें बताती है कि किस तरह हम अपनी जिन्दगी में छोटे छोटे बदलाव कर के अपनी मंजिल पा सकते हैं। इस किताब की मदद से आप सीखेंगे कि कैसे आप अच्छी आदतें बनाकर, अच्छे लोगों के साथ रह कर और रोज़ थोड़ा थोड़ा चलकर अपनी मंजिल पा सकते हैं।
इस किताब के अंत में हम देखेंगे कि कैसे आप अपनी सीमाओं और अपनी क्षमताओं को बढ़ा सकते हैं और कैसे अपने आप को कामयाबी के काबिल बना सकते हैं।
- कम समय में कामयाबी हासिल कर लेने के बारे में सोचना क्यों गलत है।
- कामयाबी पाने के लिए आदतें बनाना क्यों जरूरी है।
- अपनी सीमाओं को बढ़ाने से आप किस तरह कामयाबी आसानी से हासिल कर सकते हैं।
लम्बी कामयाबी के लिए छोटे कदम उठाइए।
क्या आपको बोलना और चलना आता है? अब आप सोच रहे होंगे कि ये तो सभी को आता है, इसमें कौन सी बड़ी बात है। लेकिन क्या आपको याद है कि ये सीखने में आपको कितने साल लगे थे?
बोलने और चलने जैसे काम सीखने में भी आपको आपकी जिन्दगी के दो या तीन साल लग जाते हैं। तो आप यह कैसे सोच सकते हैं कि जिन्दगी बदल देने वाली कामयाबी आपको रातों रात मिल सकती है? लम्बी कामयाबी हासिल करने के लिए लम्बे रास्ते तय पड़ते हैं और लम्बे रास्ते तय करने में समय लगता है।
कामयाबी कभी जल्दी नहीं मिलती। अगर आप जल्दी मिलने वाली कामयाबी के पीछे भागेंगे तो आप अपना हौसला खो देंगे। कामयाबी हासिल ना करने पर आपको लगेगा कि यह आपकी किस्मत में नहीं था। आप अपनी इच्छा शक्ति खो देंगे और किस्मत के आगे घुटने टेक देंगे।
हमारी जिन्दगी का हर फैसला हमारी किस्मत बनाता है। ये छोटे छोटे फैसले ही हमें कामयाबी के करीब लेकर जाते हैं। आपको अपनी मंजिल तक पहुँचने के लिए बहुत दूर तक चलना होगा। इसके साथ ही आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि सफलता मिल जाने के बाद भी आप अपनी अच्छी आदतें बनाए रखें और मेहनत करते रहें। ऐसा ना करने पर सफलता वापस लौट जाएगी। ऊँचाइयों पर रहना ऊँचाइयों तक पहुंचने से मुश्किल है। अगर आप ऊँचाइयों तक पहुंचने के बाद काम करना छोड़ देंगे तो आप उस ऊंचाई पर रह नहीं पाएंगे।
आप हर रोज छोटे छोटे कदम उठाइए। ये छोटे कदम ही आपको बड़ी कामयाबी दिला सकते हैं। अगर आपको तुरंत कोई फायदा ना मिले तो आप अपने हौसले को बनाए रखिये। बड़ी इमारतों को बनाने में ज्यादा समय लगता है।
अपनी हार के लिए किस्मत को दोष देना बंद कीजिए।
आप अपनी आदतों से ही बनते और बिगड़ते हैं। अगर आपकी आदतें अच्छी हैं तो आप कामयाब जरूर होंगे और अगर आपकी आदतें खराब हैं तो आप कितनी भी मेहनत क्यों न कर लें, आप कभी कामयाब नहीं होंगे। ऐसे में दोष किस्मत का नहीं आपका है।
जैसा कि पहले ही कहा गया कि कामयाबी छोटे छोटे कदम उठाने से मिलती है। इसलिए आप सबसे पहले अपने अंदर बदलाव कीजिए। इस दुनिया में आपको सभी चीजें मिल सकती हैं अगर आप उसके काबिल हैं तो। कामयाबी हासिल करने से पहले आप अपने आप को उसके काबिल बनाइए।
आप वो आदतें बनाइए जो आपको आपकी मंजिल के करीब लेकर जाएँ। अगर आपको तैराक बनना है तो आप रोज एक घंटे पानी में बिताइए। अगर आपको वजन कम करना है तो आप सेहतमंद खाना खाने की आदत बनाइए। आप अपनी रोज की जिन्दगी में बदलाव कर के अपनी आने वाली जिन्दगी बदल सकते हैं।
आप तय कीजिए कि आपकी मंजिल क्या है और उसके हिसाब से अपने रहन सहन में बदलाव कीजिए। आप अपनी मंजिल तभी हासिल कर पाएंगे जब आपको अपनी मंजिल के बारे में अच्छे से पता हो। अपनी मंजिल को पाने के लिए आप अपने फैसलों को सोच समझ कर लीजिए और हमेशा प्रेरणा लेते रहिए। प्रेरणा आपकी इच्छा शक्ति का भोजन है जो उसे मजबूत बनाता है।
कामयाबी हासिल करने के लिए आपको सही मौके को पहचानना आना चाहिए। सही मौकों को आप तभी पहचान पाएंगे जब आप सही आदतें बनाएंगे और सही लोगों के साथ रहेंगे।
अपनी मंजिल को अपनी रोज की जिन्दगी के काम में शामिल कर लीजिए।
चलने में और चलते रहने में भी बहुत अंतर होता है। कामयाबी चलने से नहीं चलते रहने से मिलती है। अच्छी आदतों को बनाना और अच्छी आदतों को बनाए रखने में भी उतना ही अंतर है। आप अच्छी आदतों को बनाए रखने की कोशिश कीजिए।
अपनी आदतों को बनाए रखना ही वो ताकत है जो आपको धीरे धीरे कामयाबी की तरफ खींच कर ले जाती है। अगर आप उसे बनाए रखेंगे तो समय के साथ आपको लगेगा कि आप खुद को ही नहीं रोक पा रहे हैं। आपको रोकना असंभव हो जाएगा।
इसलिए आप अपनी आदतों को रोज़ की जिन्दगी में शामिल कीजिए। आप वो काम हर रोज कीजिए जो आपको आपकी मंजिल के करीब लेकर जाएगा। इस तरह से आप अपनी जिन्दगी भी बदल सकते हैं और साथ ही जिन्दगी बदल देने वाली कामयाबी भी हासिल कर सकते हैं।
आप सब कुछ छोटे समय में करने की कोशिश मत कीजिए। बल्कि आप अपनी जिन्दगी में छोटे छोटे बदलाव कीजिए और कोशिश कीजिए कि उस बदलाव को आप बनाए रखिए।
इसके अलावा आप इस बात का ध्यान रखिए कि आप अपने आप को उन चीजों या लोगों से दूर रखिए जो आपके रास्ते में रुकावट का काम करती हैं या आपका ध्यान आपकी मंजिल से हटाती हैं। आप हमेशा अपने माहौल और अपनी संगत पर ध्यान दीजिए। गलत संगत से आप रास्ता भटक सकती है और ध्यान भटकाने वाली चीजें आपकी उर्जा ख़त्म कर सकती हैं।
इसलिए आप हमेशा वो काम कीजिए जिससे आपकी एनर्जी बढ़े। आप अपनी इच्छा शक्ति और मनोबल बढ़ाने के लिए सफल लोगों की बातें सुनिए और हमेशा मोटिवेटेड रहिए।
अगर आप अपने आप को हद से ज्यादा आगे ले जाना चाहते हैं तो आपको अपनी सीमाओं को बढ़ाना होगा।
क्या आपने वो कहावत सुनी है- पैर उतने ही फैलाने चाहिए जितनी लम्बी चादर हो? कामयाबी हासिल करने के लिए आपको ये सोच बदलनी होगी। आपके जितने लम्बे पैर हैं आप उससे लम्बी चादर खरीदने की कोशिश कीजिए।
अपने आप को बदलने के लिए आपको कभी कभी बड़े फैसले लेने पड़ सकते हैं और और बड़े फैसले लेने के लिए आपको अपने आप को मजबूत बनाना होगा। कभी कभी आपको अपनी सीमाओं को बढ़ा कर वे काम करने होंगे जो अब तक आपकी क्षमता के बाहर थे। ऐसा करने पर ही आप सफलता हासिल कर सकते हैं।
रोबर्ट कियोसाकी (Robert Kiyosaki) जब रीयल एस्टेट का बिजनेस कर रहे थे तब उन्हे एक बहुत अच्छी बिल्डिंग मिली जिसको खरीदने से उनका बहुत फायदा होता। उस समय उनके पास वो बिल्डिंग खरीदने भर के पैसे नहीं थे। वे 5 बैंकों में लोन के लिए गए और उन्होंने सभी मैनेजर्स को समझाया कि क्यों वो बिल्डिंग एक अच्छी डील है। लेकिन पाँचो बैंक ने उन्हें लोन देने से मना कर दिया।
पाँच बैंकों से ना सुनने के बाद भी उन्होंने छँटवें बैंक के पास जाने का फैसला किया। उन्हें पता था कि अपनी सीमाओं को बढ़ा कर ही वे कामयाब हो सकते हैं। आखिर में उन्हें छँटवें बैंक से लोन मिल गया।
अपने आप को आगे ढ़केलना हमेशा ही फायदेमंद होता है। जब आप ऐसा करते हैं तब आप अपनी क्षमता को बढ़ा देते हैं जिससे आप कामयाबी जल्दी हासिल कर सकते हैं। ऐसा कर के आप कुछ नया करने की कोशिश करेंगे जो आपको समय के साथ और बेहतर बनाएगा।
कुल मिला कर
सफलता पाने के लिए आपको अपनी जिम्मेदारी लेनी होगी, अपने अंदर अच्छी आदतें बनानी होंगी, अच्छे लोगों के साथ रहना होगा और अपने अंदर अनुशासन बनाना होगा। तुरंत कामयाबी हासिल करने के पीछे भागना सही नहीं है और कभी कभी ऐसा संभव भी नहीं है। आप अपने अंदर छोटे बदलाव कीजिए और आप आसानी से कामयाबी हासिल कर सकते हैं।
अपने आप को अपना बॅास बनाइए।
अपने आप को अपना बॅास साबित करने के लिए आप एक महीने तक अपनी सभी गलत आदतों को छोड़ने का फैसला कीजिए। आप शराब पीना या सिगरेट पीन छोड़ दीजिए या दिन में एक बार अच्छा खाना खाने का फैसला कीजिए। जब आप ऐसा करने में कामयाब हो जाएंगे तब आपको लगने लगेगा कि आप अपनी जिन्दगी के बॅास हैं।