The One Page Financial Plan........ ___📄💵🙄🤔

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The One Page Financial Plan

Carl Richards
अपना फाइनैंशियल प्लान बनाना सीखें।

दो लफ़्ज़ों में
द वन पेज फाइनैंशियल प्लान (The One Page Financial Plan) में हम देखेंगे कि अपने पैसों को सही से संभालने के लिए किस तरह से आप एक अच्छा प्लान बना सकते हैं। यह किताब आपको सिखाएगी कि एक अच्छे भविष्य के लिए आपको अपने पैसों को किस तरह से मैनेज करना चाहिए और किस तरह से आप इसको लेकर अपनी चिंता को कम कर सकते हैं।

यह किसके लिए है
- वे जो अपने पैसों का इस्तेमाल सही से नहीं कर पा रहे हैं।
- वे जो एक बैलेंस शीट और बजट बनाने के फायदों के बारे में जानना चाहते हैं।
- वे जो पैसों की वजह से अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं।

लेखक के बारे में
कार्ल रिचर्ड्स (Carl Richards) एक लेखक हैं जो अपनी किताब बिहेवियर गैप के लिए जाने जाते हैं। वे एक फाइनैंशियल सलाहकार हैं। उनके आर्टिकल्स न्यु यार्क टाइम्स में अक्सर आते रहते हैं।

यह किताब आपको क्यों पढ़नी चाहिए? 
अपना फाइनैंशियल प्लान बनाना सीखें।
पैसा पैसा और पैसा! आज हर कोई इसे कमाना चाहता है और हम से हर किसी को इसकी जरूरत है। कुछ लोग कहते हैं कि पैसे से आप खुशियाँ नहीं खरीद सकते लेकिन साइकल पर बैठ कर रोने से अच्छा है आप लैंबोर्घिनी में बैठ कर रोएँ। कुछ लोगों भले ही पैसों को अहमियत ना देते हों लेकिन यह बात तो सभी को माननी होगी कि पैसों की मदद से जिन्दगी थोड़ी आसान हो जाती है।

बहुत से लोग पैसों को लेकर हमेशा चिंता में रहते हैं। उनके चिंता करने की वजह यह है कि उन्हें असल में पता नहीं है कि पैसों को कैसे कमाना है और कैसे उसे संभालना है। अब क्योंकि उन्हें सामने कोई रास्ता नहीं दिख रहा है इसलिए वे भटके हुए हैं और एक भटका हुआ आदमी अगर चिंतित हो तो इसमें कोई हैरानी की बात नहीं होनी चाहिए।

अगर आपको भी लगता है कि आप भटक गए हैं तो यह किताब आपको रास्ता दिखा सकती है। इसकी मदद से आप एक प्लान बनाना सीख कर अपने पैसों पर काबू पा सकते हैं और अपनी चिंता कम कर सकते हैं।

- किस तरह आप अपने पैसों पर नजर रख कर अपनी जिन्दगी आसान बना सकते हैं।

- किन तरह आप अपनी मंजिल तक जल्दी पहुंच सकते हैं।

- बजट बनाने के क्या फायदे हैं।

 

सबसे पहले आप यह जानने की कोशिश कीजिए कि पैसे आपके लिए जरूरी क्यों हैं।
किसी भी प्लान को बनाने से पहले हमें यह पता होना चाहिए कि वो प्लान हमारे लिए जरूरी क्यों है। ठीक उसी तरह अगर आप अपना फाइनैंशियल प्लान बनाना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको यह तय करना होगा कि आपको पैसों की जरूरत क्यों है।

जब आप खुद से यह सवाल करते हैं कि पैसे आपके लिए जरूरी क्यों हैं तो आप अपनी वैल्यु की तलाश करने लगते हैं। अगर आपको रहने के लिए एक घर बनाना है तो आप घर की डिजाइनिंग अलग तरह से करेंगे जबकि अगर आपको अपने कंपनी के लिए एक बिल्डिंग बनाना है तो आप उसकी डिजाइनिंग अलग तरह से करेंगे। ठीक इसी तरह जब आपको पता होगा कि आप पैसा क्यों कमा रहे हैं तब आप उसके लिए अच्छा प्लान बना सकते हैं।

अगर आपको पैसे कमा कर एक शानदार गाड़ी खरीदनी है तो आपके फाइनैंशियल प्लान में पैसे बचाने की बात लिखी होगी जबकि अगर आप अपने बूढ़े हो जाने के बाद की जिन्दगी के बारे में सोच रहे हैं तो आपके फाइनैंशियल प्लान में पैसों को रिटायरमेंट प्लान में इंवेस्ट करने की बात लिखी होगी।

जब आप यह तय कर लेते हैं कि आप पैसा क्यों कमा रहे हैं और आपके वैल्यु क्या हैं तब आप उसके हिसाब से काम करने लगते हैं। एक्साम्पल के लिए अगर आप पैसे इसलिए कमा रहे हैं ताकि एक दिन आपको पैसे कमाने की जरूरत ना पड़े। लेकिन आप अपने पैसे को बिना सोचे समझे खर्च किए जा रहे हैं जिससे महीने के अंत में आपकी जेब खाली हो गई और आपको फिर से अपनी नौकरी पर भागना पड़ा। इस तरह से रहने पर आप हमेशा पैसों के लिए काम करते रह जाएंगे और कभी वहाँ तक नहीं पहुंच पाएंगे जहाँ तक आप पहुंचना चाहते हैं।

तो इस तरह से पैसों की जरूरत को समझना आपकी मदद कर सकता है। इसलिए आगे जाने से पहले आप सबसे पहले यह तय कीजिए कि आप पैसे क्यों कमाना चाहते हैं।

 

अपनी मंजिल तय कीजिए और उसे पाने के लिए आगे बढ़ते रहिए।
किसी भी तरह के प्लान को बनाते वक्त आपको यह बात ध्यान में रख लेनी चाहिए कि भविष्य का कोई भरोसा नहीं है। किसी ने नहीं सोचा था कि मंद बुद्धि कहा जाने वाला लड़का थामस अल्वा एडिसन बनेगा। इसलिए यह जरूरी है कि आप अपने प्लान को फ्लेक्सिबल बनाएँ ताकि अगर आपका सोचा हुआ ना हो तो आप कोई दूसरा रास्ता तय कर सकें।

मंजिल की तरफ आगे बढ़ते वक्त अक्सर वो तूफान आ जाते हैं जिसकी किसी को आशंका नहीं थी। इस तूफान में अगर आप रास्ता भूल जाएं तो कोई हैरानी की बात नहीं है। इसलिए आप अपने लिए हर वक्त एक बैक-अप प्लान रखिए या हालात बिगड़ जाने पर अपनी मंजिल तक पहुँचने के दूसरे रास्ते चुन लीजिए।

अब जब आपको यह पता लग गया है कि हर वक्त आपका सोचा हुआ नहीं हो सकता तो वक्त आ गया है कि आप खुद से सवाल करें - आपकी मंजिल क्या है?

जब आप यह तय करेंगे कि पैसा आपके लिए जरूरी क्यों है तो आपको आपकी मंजिल का पता अपने आप चल जाएगा। जैसे अगर हम पीछे जाएँ तो हमें एक व्यक्ति मिलेगा जो पैसे इसलिए कमा रहा था ताकि एक दिन उसे पैसे कमाने की जरूरत ना पड़े। इससे वो व्यक्ति यह सोचने पर मजबूर हो जाएगा कि आखिर वो ऐसा क्या करे जिससे एक दिन वो काम पर भागना बंद कर सके। शायद उसे दिमाग में ये आइडियाज़ आएँ:

- रियल एस्टेट में पैसे इंवेस्ट कर दें ताकि एक दिन उससे मिलने वाले रेंट से खर्च चल जाए।

- कोई किताब लिख दें ताकि उससे रॉयल्टी इनकम आती रहे।

तो इस तरह से आप कुछ मंजिलें तय कर सकते हैं। लेकिन इसके साथ ही यह याद रखिए कि भविष्य का कोई भरोसा नहीं है। अगर इन में से कोई तरीका काम ना करे तो आपको नया तरीका ढूँढना होगा।

 

एक बैलेंस शीट बना कर अपने फाइनैंस को अच्छे से समझिए।
आपको अपनी मंजिल तक पहुँचने के लिए कितनी मेहनत करनी होगी और वहाँ तक पहुँचने में कितना समय लगेगा यह जानने के लिए सबसे पहले आपको यह जानना होगा कि आप इस समय कहाँ हैं। आइए देखें कि इसका पता आप कैसे लगा सकते हैं।

एक बैलेंस शीट बना कर आप यह देख सकते हैं कि आपकी आमदनी, खर्चे और बचत क्या है। बैलेंस शीट आपको यह बताती है कि आप एक महीने में कितना खर्च कर रहे हैं, कितना कमा रहे हैं और कितना बचा रहे हैं जिसकी मदद से आप यह पता कर सकते हैं कि आपको अभी और कितनी बचत करनी होगी। साथ ही आप यह भी तय कर सकते हैं कि क्या आप जिस तरह से जी रहे हैं उस तरह से जीते रहने से आप अपनी मंजिल तक पहुंच पाएंगे या नहीं।

एक बैलेंस शीट बनाना बहुत आसान है। इसके लिए सबसे पहले आप एक पेज पर बड़ा सा बनाइए। इसके बाएं तरफ यह लिखिए कि आपकी इनकम क्या है और इसके दाएँ तरफ यह लिखिए कि आपके खर्चे क्या हैं। फिर अपनी इनकम को अपने खर्चे में से घटा दीजिए जिससे आपको अपने हर महीने की बचत के बारे में पता चल जाएगा।

एक बार आपने बैलेंस शीट बना लिया तो आप यह तय कर सकते हैं कि आगे आपको क्या करना है। मान लीजिए कि आपके ऊपर बहुत सारा लोन है। तो आपका अगला काम अपना लोन चुकाना होना चाहिए क्योंकि जब तक अप लोन के बोझ से हल्के नहीं होंगे तब तक आप ऊपर नहीं उठ पाएंगे। इसके लिए आप अपने क्रेडिटर को फोन कर के उससे यह पूछिए कि आपको अभी कितना लोन और भरना है। फिर आप अपने हर महीने की बचत से अपना लोन भरिए।

एक बैलेंस शीट आपकी चिंता को कम कर सकती है। जब आपको यह नहीं पता होता कि आपको क्या करना है तभी आपको चिंता होती है। तो अगला काम आप बैलेंस शीट बनाने का कीजिए।

 

अपने हर महीने का बजट बना कर यह देखिए कि आप अपना पैसा कहाँ खर्च कर रहे हैं।
तो अब आप जान गए हैं कि एक बैलेंस शीट के क्या फायदे हो सकते हैं। लेकिन बैलेंस शीट के अलावा भी ऐसी बहुत सी चीजें हैं जो आपकी जिन्दगी को आसान बना सकती हैं। बजट बनाना उन चीज़ों में से एक है।

बजट बनाने का मतलब है अपने खर्चे पर ध्यान दे कर उसे कम करने के बारे में सोचना। अब जब आपको यह पता हो गया है कि आपको कहाँ जाना है, आप पैसे क्यों कमा रहे हैं और आपकी इनकम और खर्चे क्या हैं तो वक्त आप गया है कि आप अपने खर्चे को कम कीजिए ताकि आपको जहाँ जाना है वहाँ तक आप जल्दी पहुंच सकें।

बजट बनाना एक बार के लिए बोरिंग काम हो सकता है लेकिन इसके फायदे बहुत मजेदार हैं। जब आप अपने खर्च को कम करने के बारे में सोचते हैं तो आप अपनी उन हरकतों पर ध्यान देते हैं जो आपको वहाँ नहीं पहुँचने दे रही हैं जहां आप जाना चाहते हैं। मान लीजिए कि आपका है कि आप अगली छुट्टियों में गोवा की सैर करने जाएंगे लेकिन आप हर रोज रेस्टोरेंट में खाना खाने जा रहे हैं जिससे आपके खर्चे बढ़ जा रहे हैं। अब आप रेस्टोरेंट में खाना खाना छोड़कर घर का खाना खाइए ताकि आप अपना कुछ पैसा बचा सकें।

इसके अलावा अपने हर खर्चे पर ध्यान देने से आप यह देख सकते हैं कि किन चीज़ों पर पैसे खर्च किए बगैर भी आप अपना काम चला सकते हैं। आप बाजार जाने के लिए साइकल का इस्तेमाल कर सकते हैं जिससे आपके पेट्रोल का पैसा बचे। आप संडे को सिनेमा में मूवी ना देखकर अपने पड़ोसियों के साथ समय बिता सकते हैं। आप टीवी थोड़ा कम देखकर बिजली का बिल बचा सकते हैं। आप कोई भी ऐसा काम कर सकते हैं जिससे आपका खर्च कम हो जाए।

इस काम को मजेदार बनाने के लिए आप अपने पार्टनर से प्रतियोगिता कर सकते हैं। आप अपने पार्टनर से प्रतियोगिता कीजिए कि कौन एक महीने में ज्यादा से ज्यादा पैसे बचा सकता है। या फिर आप खुद के साथ यह गेम खेल सकते हैं। आप यह देखिए कि आप ने पिछले महीने कितना बचाया था और आप इस महीने उससे ज्यादा बचाने की कोशिश कीजिए। ठीक उसी तरह जिस तरह आप गेम खेलते वक्त खुद का हाई-स्कोर तोड़ने की कोशिश करते हैं।

 

ज्यादा से ज्यादा पैसे बचा कर अपना लोन चुकाने की कोशिश कीजिए।
बहुत लोगों का मानना है कि अगर आप अपने इनकम का 10% या 20% बचाएंगे तो आप जल्दी अपनी मंजिल तक पहुंच सकते हैं। लेकिन जरूरी नहीं है कि हर कोई इतना ही पैसा बचाए। हर व्यक्ति की अलग अलग जरूरत और अलग अलग हालात सो सकते हैं। इसलिए हर किसी के लिए एक ही तरीका बनाना बिल्कुल भी सही नहीं है।

इसलिए आपको अपने हालात और अपनी जरूरतों को देखते हुए प्लैनिंग करनी चाहिए। आप से जितना ज्यादा हो सके आप उतना ज्यादा पैसे बचाइए। अगर आपको लगता है कि आप एक महीने में 5000 रुपये बचा सकते हैं तो आप उतना ही बचाइए या अगर आप ज्यादा बचा सकते हैं तो आप ज्यादा बचाइए।

बचाने के अलावा आप अपने लोन पर भी ध्यान दीजिए। जैसा कि कहा गया, आप लोन के बोझ से हल्के हुए बिना ऊपर नहीं उठ सकते। इसलिए सबसे पहले उन लोन को भरना शुरू कीजिए जिसका इंट्रेस्ट सबसे ज्यादा हो। एक बार आपके ऊपर से लोन का बोझ खत्म हो जाए तो आप अपनी मंजिल की तरफ बढ़ सकते हैं।

अगर आप वो नहीं कर रहे हैं जो आपको करना चाहिए तो आप वहाँ तक कभी नहीं पहुंच पाएंगे जहाँ आप पहुंचना चाहते हैं। इसलिए यह बहुत जरूरी है कि आप अपने खर्च को कम करें और अपने लोन को खत्म करें। ऐसा कर के ही आप आजादी की तरफ एक कदम बढ़ा सकते हैं।

 

अपने पैसे को सोच समझ कर कहीं इंवेस्ट कीजिए।
क्या आप ने कभी साइंटिफिक किताबें पढ़ी हैं? या फिर क्या आप एक साइंटिस्ट के काम करने का तरीका जानते हैं?

एक साइंटिस्ट जब किसी प्रोजेक्ट पर काम कर रहा होता है तो वो हर एक चीज़ को बारीकी से देखता और समझता है। वो छोटी से छोटी जानकारी को लिखता है और यह जानने की कोशिश करता है कि उसके होने की वजह क्या है। लेकिन एक साइंटिस्ट का इंवेस्टमेंट से क्या लेना देना?

जिस तरह एक साइंटिस्ट हर चीज को बारीकी से देखता और समझता है उसी तरह आपको भी अपना पैसा कहीं लगाने से पहले उसके बारे में पूरी तरह से जानना होगा। अगर आप इस तरह काम नहीं करेंगे तो आपको बाद में इसका पछतावा हो सकता है। 

बहुत से लोग अपने दोस्तों कि या फिर अपने रिश्तेदारों की सलाह ले कर अपना पैसा किसी स्टाक में लगाते हैं। ऐसा कर के वे खुद अपने "पैसों" पर कुल्हाड़ी मार रहे हैं। 

इसलिए अपने पैसों को कहीं पर भी इंवेस्ट करने से पहले आप एक एक्सपर्ट की मदद लीजिए। बहुत से ऐसे लोग हैं जो सालों से स्टाक मार्केट को समझने की कोशिश कर रहे हैं। वे आपको यह बता सकते हैं कि आपके लिए क्या बेहतर उपाय होगा और आपको किस तरह से अपने पैसों को इंवेस्ट करना चाहिए।

इसके अलावा आप अपने पोर्टफोलिओ को डाइवर्सिफाई कीजिए। इसक मतलब है आप एक ही जगह पर अपना सारा पैसा मत लगाइए। आप अलग अलग जगहों पर अपना पैसा लगाइए। मार्केट के बारे में कुछ भी कह पाना बहुत मुश्किल है। इसलिए अगर आप अपना सारा पैसा एक ही जगह पर लगा देंगे तो यह हो सकता है कि आप अपना पैसा एक साथ खो भी दें।

अलग अलग स्टाक पर अपना पैसा लगाने से आप अपने रिस्क को कम कर सकते हैं। अगर कुछ स्टाक में आप पैसा खो देते हैं तो कुछ में आपको फायदा भी हो सकता है।

आप छोटी, बड़ी, नेशनल, इंटरनेशनल सभी तरह की कंपनियों में अपना पैसा इंवेस्ट कीजिए। साथ ही अगर आपको जरूरत हो तो आप एक एक्सपर्ट की सलाह लीजिए।

 

कुल मिलाकर
अपना प्लान बनाने से पहले आप यह जानने की कोशिश कीजिए कि आपको इस प्लान की जरूरत क्यों है। दूसरे शब्दों में आप यह जानने की कोशिश कीजिए कि पैसे आपके लिए जरूरी क्यों हैं और आप अपने भविष्य में क्या करने के बारे में सोच रहे हैं। इसके बाद आप एक बैलेंस शीट बनाइए और साथ ही अपने हर महीने का बजट भी बनाइए ताकि आप यह देख सकें कि आपका पैसा कहाँ से आ रहा है और कहाँ जा रहा है। अपने खर्चे को कम कर के और अपने पैसों को इंवेस्ट कर के आप अपना भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं।

पैसों को लेकर अपने पति /पत्नी से बात कीजिए।

एक बहुत पुरानी कहावत है - "एक से भले दो"। इसलिए अगर आप अकेले अपने फाइनैंस के बारे में सोच रहे हैं तो यह आपके लिए एक मुश्किल काम हो सकता है। लेकिन अगर आप अपने पार्टनर से इसके बारे में बात करेंगे तो आप दोनों मिलकर किसी समस्या का एक बेहतर हल निकाल सकते हैं। इस तरह से काम करने पर आप दोनों एक दूसरे को सपोर्ट कर सकते हैं और अपने रिश्ते को मजबूत बना सकते हैं।

 


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