Benjamin Spall and Michael Xander
How Successful People Start Every Day Inspired
दो लफ्जों में
माय मॉर्निंग रूटीन सुबह जल्दी उठने की ख्वाहिश रखने वाले लोगों के लिए एक गाइड है. यह 64 सक्सेसफुल लोगों के साथ ऑथर के इंटरव्यू पर आधारित है. अपने अलार्म क्लॉक से डर कर रहना बहुत आसान है लेकिन इसे बदला जा सकता है. सुबह उठना उतना मुश्किल नहीं है जितना हम सोचते हैं. और ज्यादा इंपॉर्टेंट यह है कि अगर हम सुबह के कुछ घंटों का सही इस्तेमाल कर लेते हैं, सुबह के कुछ घंटों के लिए सही रूटीन बना लेते हैं तो हमारा बाकी का दिन बहुत अच्छा गुजर सकता है
.किन के लिए है
- नींद की कमी से जूझ रहे लोगों के लिए
- एंबिशियस लोग जो अपनी प्रोडक्टिविटी को बढ़ाना चाहते हैं
- पेरेंट्स जो नई मॉर्निंग रूटीन अडैप्ट नहीं कर पा रहे हैं
लेखक के बारे में
Benjamin Spall एक यूएस बेस्ड राइटर है जिन्होंने हफिंगटन पोस्ट सहित बहुत सारे पब्लिकेशन में कंट्रीब्यूशन दिया है.
Michel Xander एक ट्रेन इंजीनियर और प्रोडक्ट डिजाइनर है जो फिलहाल जर्मनी के बर्लिन में काम कर रही हैं और वहीं रह रही हैं. इन लोगों ने द मॉर्निंग रूटीन नाम से ऑनलाइन मैगजीन शुरू की है. जिसमें वह दुनिया भर की कामयाब मॉर्निंग रूटीन शेयर करते हैं.
जब आपको इंपॉर्टेंट काम होता है या आपके पसंद का काम होता है तो आप सुबह जल्दी उठ जाते हैं
जिंदगी एक एक्सपेरिमेंट है. अमेरिका के जाने-माने ऐसेइस्ट यानी ऐसे लिखने वाले Ralph Waldo Emerson का कहना है "आप जितना ज्यादा एक्सपीरियंस करें उतना ही बेहतर है."
Benjamin Spall और Michell Xender की माई मॉर्निंग रूटीन आज के कामयाब आर्टिस्ट राइटर इन्नोवेटर्स बिजनेसमैन जैसे 64 लोगों द्वारा किए गए एक्सपेरिमेंट का एक डाक्यूमेंट है. इन self starter में कौन सी चीजें कॉमन है? इन सभी ने एक ऐसा मॉर्निंग रूटीन बनाया जिसने उन्हें उनका दिन हर मुमकिन बेहतर बनाने में मदद की. लेकिन इस समरी में आपको कोई मुश्किल नहीं हल नहीं मिलेंगे जो आपको अपनी लाइफ में अप्लाई करने पड़ें. इसके बजाय बहुत सारे ऐसे इंस्पायरिंग आइडियाज मिलेंगे जिसके चलते आप अपने हिसाब से अपने लिए सूटेबल मॉर्निंग रूटीन बना सकते हैं. अगर आप जानना चाहते हैं कि किस तरह की मॉर्निंग रूटीन आपकी प्रोडक्टिविटी बढ़ा सकती है तो इसका जवाब इस समरी में मिलेगा. अपने सपनों को रिकॉर्ड करने के लिए अर्ली मॉर्निंग उठने वाले आर्टिस्ट और सुबह आधे घंटे मेडिटेशन करने वाले सीईओ से लेकर बिना अर्ली मॉर्निंग एक्सरसाइज किए अपना दिन शुरू न करने वाले एथलीट तक आपको ऐसे बहुत सारे एग्जांपल्स मिलेंगे जो आपके इमैजिनेशन की पावर को बढ़ा देंगे. इस समय में आप जानेंगे, कि कामयाबी के लिए रात में अच्छी नींद लेना क्यों जरूरी है? अपने बच्चों के हिसाब से मॉर्निंग रूटीन कैसे बनाई जाए? और कैसे वर्कआउट बॉडी के साथ-साथ मेंटल हेल्थ के लिए भी बहुत फायदेमंद है?
आपको बहुत अच्छे से पता है कि सुबह क्या होता है अलार्म बजता है और आप किसी तरह ब्लैंकेट से हाथ बाहर निकाल कर के जद्दोजहद करके उस अलार्म को ऑफ कर देते हैं. आपको थोड़ी सी और नींद चाहिए होती है. लेकिन जरूरी नहीं है कि आप हर रोज ऐसे ही घिसी पिटी मॉर्निंग गुजारें. अगर आप चाहते हैं कि आप सुबह रिफ्रेश उठे हैं तो अपने लिए पहले से कोई इंपॉर्टेंट टास्क प्लान करके रखिए. MIT के प्रेसिडेंट सुबह 6:00 बजे का अलार्म लगाते हैं लेकिन अलार्म बजने से लगभग 30 मिनट या 1 घंटे पहले वह उठ चुके होते हैं. वह अपने एक्सट्रा नींद क्यों छोड़ देते हैं? दरअसल वह इंश्योर करते हैं कि दिन शुरू होने से पहले उनके इनबॉक्स वाला काम पूरा हो चुका हो.
चूंकि MIT एक ग्लोबल इंस्टिट्यूशन है तो इसके प्रेसिडेंट को यह इंश्योर करना पड़ता है कि वह सभी लेटेस्ट डेवलपमेंट से अवेयर हों. अगर वह सूरज उगने से पहले नहीं उठते तो उन्हें डर होता है कि वह कुछ इंपॉर्टेंट मिस कर देंगे. लेकिन अब सुबह बेड से जल्दी उठने के लिए आपको किसी बड़े आर्गेनाइजेशन हेड होने की जरूरत नहीं है. अगर कोई ऐसी चीज जो आपके लिए इंपोर्टेंट हो, आप जिसे प्यार करते हो वह अर्ली मॉर्निंग आपका वेट कर रही हो तो यह सुबह उठने के लिए एक अच्छी वजह बन सकती है.
ऑथर Caroline Paul भी एक अर्ली राइजर है वह सुबह 6:00 बजे उठ जाती हैं ऐसी कौन सी चीज है जो उन्हें इतना सुबह उठने के लिए इंस्पायर करती है? दरअसल सुबह का वक्त उनके लिए वह इंपॉर्टेंट वक्त होता है जिसमें वह कुछ घंटे सुकून से बिना किसी दखलंदाजी के पढ़ सकती हैं. उनके लिए पढ़ना सिर्फ उनकी कमाई का जरिया नहीं है उन्हें किताबों से प्यार है. सुबह का वक्त उनके लिए दौड़ भरी जिंदगी से दूर थोड़ा सा सुकून लेकर आता है. उस वक्त वह किसी भी बुक में खो जाने के लिए आजाद होती हैं. न्यूयॉर्क बेस्ट स्ट्रीट फोटोग्राफर Andre Wagner भी अपने पैशन को फॉलो करने के लिए मॉर्निंग के वक्त को सबसे बेस्ट समझते हैं. वह 7:00 या 7:30 बजे से पहले पहले निकल जाते हैं क्योंकि अर्ली मॉर्निंग में लाइट भी बहुत अच्छी होती है और उनको कैप्चर करने के लिए बहुत अच्छे सीन भी मिल जाते हैं. आप भी इस सिंपल ट्रिक का इस्तेमाल करके सुबह उठने की शुरुआत कर सकते हैं- बस अलार्म क्लॉक पर स्नूज़ बटन मत प्रेस कीजिए.
सुबह जल्दी उठने वालों के साथ ऑथर के इंटरव्यू में उन्हें पता चला कि 71% लोग अलार्म का इस्तेमाल करते हैं जिनमें से सिर्फ 34% लोग स्नूज़ बटन प्रेस कर देते हैं. इसके पीछे की वजह यह है कि जब आप अलार्म बजने पर स्नूज़ बटन दबा देते हैं तो हो सकता है कि आपकी बॉडी को थोड़ा सा रिलैक्स मिल जाए लेकिन अल्टीमेटली अलार्म बजने पर फौरन उड़ जाने के कंपैरिजन में स्नूज़ का इस्तेमाल करने के बाद उठने पर आप ज्यादा टायर्ड महसूस करते हैं. इन सब में सबसे ज्यादा इंपॉर्टेंट अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनना है. आप खुद एक्सपेरिमेंट कीजिए और देखिए कि आपके लिए क्या कारगर साबित होता है. कोई एक चीज जो किसी के लिए कारगर साबित होती है वह दूसरे के लिए इतनी हेल्पफुल नहीं होती. इसलिए उस तरीके को छोड़कर नए तरीके पर अमल करने से डरिये मत.
आपके कुछ सबसे बेस्ट काम मॉर्निंग में हो सकते हैं इसलिए दूसरे कामों में उलझने से पहले इसे एक मौका दीजिए
चाहे कोई बड़ा प्रोजेक्ट को या कोई पर्सनल काम आपके पास ऐसे कामों की एक लंबी लिस्ट होगी जो आप करना तो चाहते हैं लेकिन वक्त नहीं मिल पाता. दिन भर के 24 घंटे कम पड़ जाते हैं, है न?
इन कामों के लिए आपके पास सुबह है ना, यह काम आप सुबह कर सकते हैं. अक्सर इस टाइम का इस्तेमाल आप अपना सबसे इंपोर्टेंट काम करने में करते हैं. Sheen Brady सुबह जल्दी उठती है ताकि वह अपना सुबह का वक्त अपनी कंपनी Tease Tea को दे सके सुबह 7:00 से 11:00 बजे का वक्त अपनी कंपनी को देती हैं उसके बाद पूरा दिन शोपिफाई के लिए काम करने में बिताती हैं. स्पीकर और ऑथर Todd Henry को सुबह का वक्त तब बहुत ज्यादा रेवॉर्डिंग लगने लगा जब उन्होंने अपने सारे काम सुबह खत्म कर लेने की जल्दबाजी के बजाय वह वक्त अपने लिए सबसे इंपोर्टेंट काम, पढ़ने और लिखने में बिताने लगे. उनका मानना है कि सुबह खासतौर पर उसी लिए होती है. अगर आप इंपॉर्टेंट काम पूरा कर लेना चाहते हैं तो सही शुरुआत करना बहुत जरूरी है. इसके लिए सबसे पहले तो आपको सुबह उठते ही अपने ईमेल चेक करने की आदत छोड़नी होगी.
ऑथर Ryan Holiday इंश्योर करते हैं, कि सुबह अपना इनबॉक्स खोलने से पहले कम से कम एक इंपॉर्टेंट काम तो पूरा कर ही लें. उनके लिए जो इंपॉर्टेंट काम लिखना है आपके लिए नहाना या वॉक पर जाना कुछ भी हो सकता है. Farnam Street Blog के फाउंडर Shane Perish मॉर्निंग के इसी रूल को फॉलो करते हैं जब से उन्हें एहसास हुआ कि उनके सुबह ईमेल चेक करने की आदत की वजह से लोग उनके दिन बिताने के तरीके को ट्रैक कर सकते हैं उन्होंने सुबह ईमेल चेक करना छोड़ दिया. ईमेल चेक करना एक रिएक्टिव काम है जबकि आपके सुबह के काम प्रोएक्टिव होने चाहिए. इस वक्त का इस्तेमाल अपनी जरूरत को पूरा करने और अपने दिन को प्लान करने के लिए किया जाना चाहिए. अपने दिनभर का एजेंडा सेट करने का एक अच्छा तरीका टू डू लिस्ट बनाना है.
फॉर्च्यून मैगजीन के सीनियर एडिटर Geoff Colvin सुबह सबसे पहले बैठकर लिखते हैं कि वह दिन भर में क्या-क्या अकंम्प्लिश करना चाहते हैं. एक बार उनकी टु डु लिस्ट कंप्लीट हो जाती है तो वह सबसे इंपॉर्टेंट काम से शुरुआत करते हैं और अपने सभी काम कंप्लीट करना शुरू कर देते हैं. बेहतर होगा कि आप इन सभी एडवाइजेस पर अपने हिसाब से हल्का सा चेंज करके अमल करें. मिसाल के तौर पर, ऑथर Chris Guillebeau को लगता है कि अपने दिन की शुरुआत ईमेल पढ़ने से करना उनके लिए कारगर है. आगे हम वर्कआउट रूटीन के बारे में बात करेंगे.
अर्ली मॉर्निंग एक्सरसाइज आपके लिए हेल्थी, हैप्पी और प्रोडक्टिव डे की चाभी बन सकती है। घुमाने फिराने के बजाय एकदम पॉइंट पर आया जाए तो मुद्दा सिर्फ इतना ही है कि एक्सरसाइज आपके लिए बहुत ज्यादा बेनिफिशियल है ऑथर के सभी इंटरव्यूवीज़ ने भी यही नोटिस किया, और उस पर अमल किया. उनमें से 70% लोग सुबह सबसे पहले एक्सरसाइज करते हैं. एक्सर्साइज़ का मकसद सिर्फ आपके बॉडी शेप को बेहतर करना और एप्स बनाना ही नहीं है यह आपके फिजिकल हेल्थ के साथ मेंटल हेल्थ के लिए भी बहुत बैनिफिशियल है. अमेरिकन ओलंपिक स्विमर और ब्रॉन्ज मेडलिस्ट Caroline Burckle सुबह 5:30 बजे उठती हैं और सबसे पहले जिम जाती हैं. यह किसी भी ऐथलीट की जिंदगी का अटूट हिस्सा है लेकिन उनके लिए सुबह सबसे पहले एक्सरसाइज करना मेडिटेशन की तरह है.
बीसवीं सदी की फॉक्स फिल्म कॉर्पोरेशन की फॉर्मर प्रेसिडेंट Sherry Lansing कहती हैं कि वह कभी-कभी अपना वर्क आउट रूटीन स्किप कर देती हैं. कभी-कभी इस से बचा नहीं जा सकता लेकिन Lansing का कहना है कि जब सबसे पहले वह वर्क आउट करती हैं तो वह पूरे दिन अपने आप को सातवें आसमान पर महसूस करती हैं.
कहने का मतलब इतना है कि अपने आप पर जरूरत से ज्यादा प्रेशर मत डालिए अगर आप एक दिन छोड़कर एक दिन एक्साइज करते हैं तो भी आप के लिए यह बेनिफिशियल है क्योंकि आपको किसी भी तरह की इंजरीज़ नहीं होगी और एक्सरसाइज में इंटरेस्ट भी बरकरार रहेगा. Lansing मंडे और वेडनेसडे को Pilates करती हैं, ट्यूसडे और थर्सडे को ट्रेडमिल पर 1 घंटे दौड़ती हैं और उसके बाद आधे घंटे वेट लिफ्टिंग करती हैं. रिटायर्ड यूएस आर्मी जनरल McCrystal भी कुछ ऐसा ही करते हैं. वह अपने डेढ़ घंटे के वर्क आउट सेशन के लिए रोज सुबह 4:00 बजे उठते हैं. एक्सरसाइज को मिक्स करना उनके अप्रोच का सबसे इंपोर्टेंट हिस्सा है. वह 1 दिन दौड़ते हैं तो दूसरे दिन वेट ट्रेनिंग करते हैं. उन्हें इसका फायदा तब महसूस हुआ जब उन्होंने अब रोज दौड़ने की अपनी पुरानी रूटीन छोड़ दी और नई रूटीन अपना ली. कोई भी चीज शुरू करना बहुत ज्यादा मुश्किल होता है क्योंकि आप ओवर्ली एंबिशियस टारगेट सेट करते हैं और जब उसे पूरा नहीं कर पाते तो गिल्ट महसूस करते हैं. लेकिन बेहतर यही है कि आप शुरुआत छोटी करें और वक्त के साथ धीरे-धीरे अपना वर्कआउट रूटीन स्ट्रांग करते जाएं.
अच्छा और कारगर तरीका यह होगा कि आप अपने पहले से डिसाइडेड रूटीन में एक्सरसाइज को शामिल कर लें. मिसाल के तौर पर, जब तक आप की कॉफी तैयार हो रही है तब तक आप जंपिंग जैक भी कर सकते हैं.
फेसबुक में प्रोडक्ट डिजाइन की वाइस प्रेसिडेंट Julie Zhuo का अपने रूटीन में वर्कआउट को शामिल करने का तरीका बहुत सिंपल है लेकिन बहुत इफेक्टिव भी. जिम जाने के बजाय वह हर रोज अपने क्रॉस ट्रेनर पर 10 से 15 मिनट बिताते हैं. क्योंकि 10 से 15 मिनट कोई बहुत ज्यादा वक्त नहीं है. और एक्सरसाइज ब्रश करने जितना सिंपल और आसान हो गई है. अपने फिटनेस को इंपॉर्टेंट मानकर उसके इर्द-गिर्द अपनी रूटीन बनाना सक्सेस के लिए खुद को तैयार करने का एक और तरीका है.
Cliff Bar & Company के सीईओ Kevin Cleary हर संडे बैठ कर अपना वर्कआउट रूटीन और फैमिली कमिटमेंट प्लान करते हैं. अपने वर्कआउट सेशन को बहुत स्ट्रिक्ट ना लेकर वह एक प्रगमेटिक अप्रोच रखने के लिए फ्री होते हैं. जिसके चलते कोई भी वर्क आउट सेशन कैंसिल करने की पॉसिबिलिटी कम हो जाती है.
अगर आप रोज सुबह मेडिटेशन करते हैं तो दिन भर के लिए आपका दिमाग शांत रहेगा
मेडिटेशन को नकारना बहुत आसान है खासतौर पर तब जब आपने कभी इसे ट्राई ना किया हो. लेकिन इसके पीछे कोई तो वजह होगी कि ऑथर द्वारा इंटरव्यू लिए गए लोगों में लगभग 50% लोग रेगुलरली मेडिटेशन करते हैं. इतने सारे लोग मेडिटेशन को इतनी इंपॉर्टेंस इसलिए देते हैं क्योंकि यह अपना दिन शुरू करने का सबसे बेहतर तरीका है.
मेडिटेशन ऐप Calm के सीईओओ Michael Acton Smith हर सुबह अपने ऑफिस के हेड क्वार्टर में ग्रुप मेडिटेशन सेशन लीड करते हैं. उनका दावा है कि यह अपना दिन शुरू करने का बहुत बेहतरीन तरीका है. लंदन बेस्ड Wild-Food कैफे के फाउंडर Aiste Gazdar कहती है कि अर्ली मॉर्निंग मेडिटेशन सेशन उनके दिन का सबसे इंपॉर्टेंट हिस्सा है. एक बार जब वह काम कर लेती है तो बाकी बचा दिन अपने आप अच्छा हो जाता है. इन-फैक्ट कुछ लोग अपने मेडिटेशन को लेकर इतना ज्यादा डिवोटेड हैं कि वह इंश्योर करते हैं कि कोई भी मेडिटेशन सेशन वह मिस ना करें
Pixar और Wall Disney एनिमेशन स्टूडियो के प्रेसिडेंट, Ed Catmull, हर रोज 30 मिनट से 1 घंटे तक मेडिटेशन करते हैं और सालों से एक भी दिन ऐसा नहीं गया जब उन्होंने मेडिटेशन ना किया हो. उनका कहना है कि मेडिटेशन की वजह से वह एक्सपेक्टेड इवेंट्स को अच्छे से डील कर पाते हैं. नॉवोलिस्ट और टीचर Ruth Ozeki भी मेडिटेशन को इतनी इंपॉर्टेंस देती हैं. हालांकि साल भर अलग-अलग काम की वजह से उनका शेड्यूल बदलता रहता है लेकिन वह मेडिटेशन के लिए वक्त जरूर निकाल लेती हैं. इसमें कुछ सरप्राइज़िंग इसलिए नहीं है क्योंकि वह एक ज़ेन बुद्धिस्ट प्रीस्ट हैं. इसलिए चाहे टीचिंग के दौरान उनका दिन हेक्टिक हो या रिलैक्स्ड सबसे पहले मेडिटेशन ही करती हैं.
इतना सब कुछ जानने के बावजूद आपके दिमाग में एक सवाल जरूर होगा कि आखिर शुरुआत कहां से की जाए. मेडिटेशन का मतलब अपने प्रेजेंट मोमेंट में फोकस करना है तो स्टार्टिंग, आप अपने किसी भी काम के दौरान चाहे वह कॉफी बनाना हो या कुछ और उसपर फोकस करने से कर सकते हैं. आप चाहे जो भी कर रहे हो अगर आप उस काम में फोकस करना सीख गए हैं तो आप ऑलरेडी मेडिटेशन कर रहे हैं.
अपने काम करने और रिस्पॉंसिबिलिटीज निभाने से पहले अपने आपको थोड़ा मी टाइम दीजिए
अभी तक हमने ऐसी मॉर्निंग रूटीन पर फोकस किया जो आप की गतिविधि बढ़ा सकते हैं, लेकिन खुद पर भी फोकस रखिए. दरअसल खुद के लिए कुछ वक्त निकालना अपने आप को पूरे दिन के लिए तैयार करने का एक अच्छा तरीका है. जब आप वह काम करते हैं जो आपके लिए इंपॉर्टेंट है तो आप खुद को एक अच्छे दिन के लिए तैयार कर लेते हैं. ऐसे में अगर आपका दिन हेक्टिक भी होने लगता है तो आप उसका सामना करने के लिए पहले से ही तैयार होते हैं. Styleseat की सीईओ Melody McCloskey कुछ ऐसा ही करते हैं. 5:45 पर उठने के बाद वह अगले 1 घंटा अपने पर्सनल या वर्क इशूज़ को सॉल्व करने के लिए देती हैं. और जब तक बाकी लोग उठते हैं वह आने वाले दिन के लिए रेडी चुकी होती हैं. जिससे ना सिर्फ उनका दिन खुशहाल गुजरता है बल्कि प्रोडक्टिव भी. ऐसा नहीं है कि सिर्फ आपको अपने घर के काम करने के लिए एक्स्ट्रा टाइम निकाल लेना चाहिए बल्कि जो भी आपको पसंद है अगर वह करने के लिए आप टाइम निकालते हैं तो आपकी क्रिएटिविटी इंप्रूव होती है. आर्टिस्ट Elle Luna सुबह सबसे पहले जो काम करते हैं वह यह कि अपना ड्रीम रिकॉर्ड कर लेती हैं. ड्रीम्स की वजह से ना सिर्फ उनको अपने सबकॉन्शियस को समझने में मदद मिलती है बल्कि उनके लिए एक क्रिएटिव सोर्स ऑफ इंस्पिरेशन भी है. अक्सर रिकॉर्डिंग का इस्तेमाल करके वह अपने ड्रीम पेंट करती हैं. आप इलस्ट्रेटर और इंस्ट्रक्टर Yuko Shimizu का भी एक एग्जांपल फॉलो कर सकते हैं. वह काम पर जाते वक्त स्लो ट्रेन का इस्तेमाल करते हैं ताकि पढ़ने के लिए उन्हें एक्सट्रा 5 मिनट मिल जाएं.
अपने निकाले गए वक्त में से आप जो करना चाहते हैं वह करिए बस अपना रेगुलर काम करना शुरू मत कर दीजिए. जब आप अपने मॉर्निंग रूटीन को सही रखते हैं तो इसका बाकी बचे दिन पर अच्छा असर पड़ता है और आप पहले से ही काम में फंसा नहीं फील करते. आगे हम जानेंगे कि कैसे शाम को ही आने वाली सुबह के लिए एक अच्छा मॉर्निंग रूटीन तैयार किया जाए.
आप एक शाम पहले से ही अपनी मॉर्निंग रूटीन की तैयारी शुरू कर सकते हैं
Morning routine का मतलब तो मॉर्निंग में फॉलो किए जाने वाला रूटीन होना चाहिए. लेकिन मॉर्निंग रूटीन एक ऐसी चीज है जिसकी तैयारी आप एक रात पहले से कर सकते हैं. रात की अच्छी नींद.
तो आप यह कैसे इंश्योर करेंगे कि एक अच्छा और अर्ली डे शुरू करने के लिए आपने जरूरत भर नींद ली हुई है.
इसके लिए बेस्ट सेलिंग ऑथर और एंटरप्रेन्योर Nir Eyal के पास बहुत अच्छा तरीका है. उन्होंने एक स्पेशल रूटर इंस्टॉल कर रखा है जो हर रोज रात के 10:00 बजे तक उनका इंटरनेट से कनेक्शन काट देता है. मतलब वह यूजुअली 11:00 बजने तक तो अपने बेड में हो जाते हैं. ऑथर और पॉडकास्ट होस्ट David Kadavy का अप्रोच भी कुछ ऐसा ही है. वह अपने घर में मौजूद स्क्रीन रात 10:00 बजे बंद कर देते हैं और एक ब्लु-ब्लॉकर गॉगल लगाकर सोते हैं जो एलसीडी स्क्रीन को उनकी नींद में इंटरफेयर नहीं करने देता. अगर उन्हें नींद नहीं आती तो वह सोशल मीडिया वगैरह से बचने की कोशिश करते हैं और रीडिंग करते हैं. जब आप रात में सोने की तैयारी कर रहे हो तो ईमेल एक ऐसी चीज है जो कभी भी आपको डिस्टर्ब कर सकता है. इसलिए ऑथर और पब्लिक स्पीकर Jenny Blake शाम 5:00 बजे के बाद अपना इनबॉक्स नहीं चेक करतीं. यह एक रिलैक्सिंग इवनिंग गुजारने और अगली सुबह रिफरेशिंग मॉर्निंग के लिए तैयार रहने की उनकी तकनीक है. रिफ्लेक्ट करना और अपने बिताए हुए दिन के बारे में सोचना आपको दुनिया से डिस्कनेक्ट करने और प्रेशर कम करने में हेल्पफुल होता है. बेड पर जाते ही Jenny अपने आप से पूछती हैं कि उनके दिन में कौन सा पॉइंट हाइलाइटेड था और कौन सा लो था. इस बारे में सोच कर कि वह किस चीज पर गर्व फील कर सकती हैं और किस चीज को लेकर शुक्रगुजार हो सकती हैं, अपना मन साफ करने में उनके लिए हेल्पफुल होता है.
मैथ्स टीचर और ऑथर Jose Luis Vilson भी इस चीज को बहुत हेल्पफुल बताती हैं. इसके लिए वह रात में सोने से पहले एक कप chamomile लेती हैं. अपने आप को पूरी तरह डिस्कनेक्ट कर लेने की बात सुनने में तो बहुत आसान लगती है लेकिन करना मुश्किल है. लेकिन छोटी छोटी चीजें बड़ा फर्क ला सकती हैं. हेल्थ फूड कंपनी बॉब रेड-मिल के फाउंडर Bob Moorey को लीजिए. हर शाम को वह कल पहनने वाले कपड़े निकाल लेते हैं जो उनकी मॉर्निंग को आसान बना देता है.
इंश्योर कीजिए कि आपको अच्छी नींद मिले और अलार्म बचते ही उठ सकें
अगर आपको बेड से उतरने और एक अच्छे दिन की शुरुआत करने में मुश्किल आ रही है तो मुमकिन है कि कल रात आपको अच्छी नींद ना आई हो. अपने लिए एक बेड टाइम बना लेना उस पर फॉलो करना मुश्किल हो सकता है लेकिन यह आपके लिए बहुत ज़रूरी है. क्योंकि आप जितना आराम करते हैं उसका असर आपकी नेक्स्ट मॉर्निंग पर पड़ता है. रात में अच्छी नींद लेने से सिर्फ आपकी मॉर्निंग रूटीन को फायदा नहीं होता बल्कि अब की जिंदगी के हर पहलू पर इसका पॉजिटिव असर होता है. Huffington Post की फाउंडर Arianna Huffington ने अपनी जिंदगी से कुछ ऐसा ही सीखा है. उनकी जिंदगी में एक दौर ऐसा भी आया कि इतनी ज्यादा नींद की कमी से वह जूझने लगी कि बेहोश होकर डेस्क पर गिर गई और उनकी चीकबोन टूट गई.
तभी उन्होंने डिसाइड किया कि वह अपनी लाइफ स्टाइल में जरूरी चेंज करेंगी. आज वह हर रोज 8 घंटे की नींद लेने की कोशिश करती हैं और ऐसा करने के लिए रात के 11:00 बजे सोने चली जाती हैं. वह अपनी टाइमिंग की इतनी पक्की हो गई है कि अब उनको अलार्म की भी जरूरत नहीं पड़ती है. Dilbert Comic के क्रिएटर Scott Adam अपना दिनभर का रूटीन इस चीज को फोकस में रखकर बनाते हैं कि उन्हें जरूरत भर नींद मिल जाए. जितनी सुबह हो सके उतनी सुबह उठने की कोशिश करते हैं क्योंकि मॉर्निंग उनके लिए सबसे ज्यादा प्रोडक्टिव होती है और इसके लिए वह रात में 11:00 बजे तक हर हाल में सो जाते हैं. उनका कहना है कि नींद की कमी आपके दिमाग की स्पीड को कम कर देती है और इसकी वजह से आपके आईक्यू का 10 पॉइंट तक कम हो सकता है. इसका मतलब है कि आपको अलार्म का इस्तेमाल करना बंद कर देना चाहिए. कम से कम वेंचर कैपिटलिस्ट Brad Feld तो ऐसा ही करते हैं. सालों तक वह वीक डेज़ में चाहे कुछ भी हो जाए सुबह 5:00 बजे उठते थे और जो नींद पूरी नहीं हुई उसे वीकेंड पर पूरा करते थे. लेकिन यह अनहेल्थी लाइफस्टाइल उनके लिए बहुत नुकसानदायक साबित हुआ.
जिसके बाद उन्होंने अपनी जिंदगी में कुछ बड़े चेंज किए अब वह जरूरत भर नींद हर हाल में लेते हैं और तब तक नहीं उठते जब तक उनकी बॉडी तैयार नहीं होती चाहे वह सुबह 5:30 बजे उठना हो या 9:00 बजे.
अब आप जान चुके हैं कि जरूरत भर नींद लेना कितना इंपॉर्टेंट है. इसके लिए आप जल्दी सोने की कोशिश कर सकते हैं या देर में उठने का ऑप्शन भी चुन सकते हैं. चाहे आप मैनेज ना कर पाए लेकिन आप एक पैटर्न बनाने की कोशिश जरूर कर सकते हैं.
आपकी लाइफ स्टाइल पर बच्चों की चलती है लेकिन पेरेंट होने की अपनी खुशी होती है
अगर पेरेंट बनने से पहले ही आपने अपना मॉर्निंग रूटीन हासिल कर लिया है तो आपके लिए सुबह अपने आप को जबरदस्ती जगाना रूटीन बन गया होगा. एक बार जब आप पेरेंट बन जाते हैं तो अपने आने वाले दिन की तैयारी के लिए जो पैटर्न आप इस्तेमाल कर रहे होते हैं वह अब कारगर नहीं होता. लेकिन यह कोई खराब चीज नहीं है. बच्चों की लाइफ में भी रूटीन की उतनी ही इंपॉर्टेंस होती है जितना कि बड़ों की. बस आपको अपने रूटीन में थोड़ा सा चेंज करने की जरूरत पड़ेगी ताकि वह आपके बच्चे के रूटीन में फिट बैठ जाए. इसका एक अच्छा तरीका यह हो सकता है कि आप अपने बच्चों को अलार्म क्लॉक की तरह समझें. वह आपको अलार्म क्लॉक के मुकाबले अच्छे तरीके से उठा पाएंगे. Vanity Fair के स्पेशल कॉरस्पॉडेंट Nick Bilton, कहते हैं कि अपने कुछ काम कंप्लीट करने के लिए वह सुबह 6:00 बजे उठा करते थे. लेकिन अब उनका बच्चा उन्हें डेली 5:30 बजे उठा देता है. अब यह नई रूटीन उनका पैटर्न बन चुका है वह कहते हैं अगर उनका बच्चा थोड़ी देर तक भी सोता है तो उसका डॉग उसे उठा देता है. ट्विटर के को फाउंडर Biz Stone का एक्सपीरियंस भी कुछ ऐसा ही है. उनका 5 साल का बच्चा हर सुबह उन्हें 6:30 से 7:00 के बीच उठा देता है. जिसकी वजह से एक घंटा उनके लिए प्ले टाइम रहता है. इसलिए अगर आप एक पैरंट हैं और सुबह कुछ कर लेना चाहते हैं तो आपको अपने बच्चे के उठने से पहले उठना होगा.
मिसाल के तौर पर वॉशिंगटन स्टेट के अटॉर्नी जनरल Bob Ferguson सुबह 5:00 से 6:30 के बीच उठ जाते हैं. जिसकी वजह से उन्हें अपने जुड़वा बच्चों के 7:30 बजे उठने से पहले एक या ढाई घंटा अपने काम के लिए मिल जाता है. आप चाहे जिस तरह का रूटीन यूज़ करें इंपॉर्टेंट सिर्फ इतना है कि जब सब उठ जाएं तो आपको अपना फैमिली टाइम इंजॉय करना चाहिए. यह सब ज़्यादा इंपॉर्टेंट हो जाता है जब Bob की तरह आप रात में देर तक काम करते हों.
जब आप ट्रैवल कर रहे हो तो अपनी रूटीन को पूरी तरह से छोड़ने के बजाय इसे अडॉप्ट करने की कोशिश कीजिए
चाहे आप छुट्टियों पर हो या बिजनेस ट्रिप पर ट्रैवलिंग का मतलब है कि आपके पास इतना वक्त या कंफर्ट नहीं होगा कि आप अपना यूजुअल मॉर्निंग रूटीन फॉलो कर सकें. लेकिन कुछ ऐसे तरीके हैं जिनकी मदद से आप अपने मॉर्निंग रूटीन पर कंट्रोल बनाए रख सकते हैं.
पहला स्टेप यह है कि अपने मॉर्निंग रूटीन की कुछ चीजें बरकरार रखिए. मॉडल और एक्टिविस्ट Cameran Russel का एग्जांपल लीजिए. अपने काम की वजह से लगातार ट्रैवल करते हैं जिसकी वजह से रूटीन को लेकर उनकी सोच बदल गई. उनके लिए इसका सीधा सा मतलब जो कोई और कुछ भी इंपॉर्टेंट हो उसे अपने हेक्टिक शेड्यूल में फिट करना है और इसके लिए काफी कोशिशें करनी पड़ती है. वह चाहे कहीं भी हों पढ़ना नहीं भूलते. अपने कैब और अपनी मेकअप चेयर में वह किताबें रखते हैं. इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि उनके आसपास कौन हैं वह अगर पढ़ते नहीं हैं तो अच्छे दिन की शुरुआत नहीं हो पाती.
इन प्रॉब्लम्स के और भी बहुत सिंपल सलूशन हो सकते हैं.
आपको हर जगह अपनी मॉर्निंग रूटीन फॉलो करने की काबिलियत पर डिपेंड होने की जरूरत नहीं है, आप जहां भी हैं वहां पर मॉर्निंग रूटीन अडैप्ट करने के लिए अपनाये जाने वाले तरीकों के बारे में अभी भी कुछ बाकी है.
Texas Instrument Inc. के एजुकेशन टेक्नोलॉजी के प्रेसिडेंट Peter Balyte कुछ ऐसा ही करते हैं. अपनी साइंटिफिक और मैथमेटिकल स्किल की मदद से उन्होंने अपने आसपास के माहौल के हिसाब से अपने लिए स्पेशल वर्कआउट रूटीन बना रखा है. चाहे ग्रेट वॉल ऑफ चाइना के करीब मौजूद होने पर जोगिंग करना हो या होटल रूम का फर्नीचर का इस्तेमाल करके Plyometric, वह अपने आसपास के माहौल के हिसाब से अपना वर्कआउट शेड्यूल कर लेते हैं. ट्रैवल का हमारी मॉर्निंग रूटीन पर बहुत खराब असर पड़ सकता है लेकिन अगर आप थोड़ा सा फ्लैक्सिबल और क्रिएटिव होने की कोशिश करें तो कम से कम अपनी मॉर्निंग रूटीन में मौजूद कुछ इंपोर्टेंट काम तो आप हर हाल में कर सकते हैं. और अगर लाख कोशिश करने के बावजूद आप ट्रैवल के दौरान अपनी मॉर्निंग रूटीन बरकरार नहीं रख पाए हैं तो कोई बात नहीं यह हम सब के साथ होता है जब एक बार आप घर लौट आए तो दोबारा अपने मॉर्निंग रूटीन को फॉलो करना शुरू कर दीजिए.
अच्छा सा अच्छा प्लान खराब हो सकता है, इसलिए चेंज को एक्सेप्ट करना सीखिए
इस दुनिया में अगले पल क्या होने वाला है आप नहीं जान सकते. मतलब आपको ऐसी मॉर्निंग का भी सामना करना पड़ेगा जब पूरी कोशिश करने के बावजूद आपका ट्राइड और टेस्टेड मॉर्निंग रूटीन काम नहीं करेगा. लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप इसकी वजह से अपना पूरा दिन बर्बाद करे लें. अगर आप डिस्ट्रप्शन यानी खराबी के लिए तैयार हैं तो हो सकता है कि आप इस पूरे माहौल में अपने आप को संभाले रखें और अपना मकसद भी अचीव कर ले. जूनियर डॉक्टर Rumana Luskar Dawood का रूटीन डिस्ट्रप्शन के इर्द-गिर्द ही घूमता है. क्योंकि हॉस्पिटल में तो ऐसे ही काम होता है. डेली बेसिस पर शिफ्ट बदलती रहती है और हर साल 6 महीने में किसी दूसरे स्पेशलिस्ट वार्ड में रीलोकेट कर दिया जाता है. ऐसे में वह रेगुलर मॉर्निंग रूटीन पर अमल नहीं कर सकती और उनके पास रोज एक तरह के काम नहीं रहते. उनकी डिमांडिंग जॉब ने उन्हें डिस्ट्रप्शन के लिए तैयार रहना सिखा दिया है. वह अनएक्सपेक्टेड इवेंट में बड़ी आसानी से खरी उतरती है और अपनी रूटीन में रिएडजस्टमेंट कर लेती हैं. इन फैक्ट चेंज एक्सेप्ट करना और फ्लैक्सिबल रहना बहुत हेल्पफुल साबित होता है. ऑथर Austin Kleon इस तरह के डिस्टर्बेंस को अपनी हैबिचुअल शेड्यूल के लिए एक इंट्रेस्टिंग ब्रेक समझते हैं. उन्होंने इन डिस्टरबेंस को इंजॉय करना सीख लिया है.
Zen Habit Blogs के फाउंडर Leo Babauta इस बारे में बहुत लॉजिकल और फ्लैक्सिबल अप्रोच रखते हैं मॉर्निंग रूटीन की जगह वह माइंडफुल मॉर्निंग रिचुअल को तरजीह देते हैं. लेकिन जब तक आप कोई रूटीन स्टैबलिश नहीं करते तब तक आप कैसे समझ पाएंगे कि रूटीन आपके लिए कारगर है या नहीं. और जब रूटीन डिवेलप किया जा रहा हो तो एक बात ध्यान में रखनी चाहिए कि यह आपकी जरूरत के हिसाब से होना चाहिए. डिप्रेशन से जंग लड़ने वाली कॉलमनिस्ट और कल्चर क्रिटिक Ana Marie Cox का कहना है कि कभी-कभी अपने आपको बेड से निकालना ही बहुत बड़ी बात होती है. आपका मकसद किसी दूसरे को प्लीज करना और अगर सारे टारगेट पूरे ना हो पाए तो गिल्टी फील करना नहीं होना चाहिए, बल्कि आपका मकसद ऐसा मॉर्निंग रूटीन डिजाइन करना होना चाहिए जो एक अच्छा दिन दिखाने और अपने एंबिशन को हासिल करने में आपकी मदद कर सके.
कुल मिलाकर
मौजूदा दौर के 64 सबसे सक्सेसफुल लोगों में क्या चीज कॉमन है? यह सभी लोग एक ऐसा मॉर्निंग रूटीन अपनाते हैं जो उन्हें एक अच्छा दिन बिताने के लिए तैयार करता है. इस एक चीज को लेकर सबका अप्रोच अलग-अलग है कोई सुबह उठकर वर्कआउट करता है कोई लिखता है तो कोई मेडिटेशन करता है. मॉर्निंग रूटीन का मकसद कोई एक रूटिंग फॉलो करना नहीं है बल्कि ऐसे एक्टिविटीज को डेवलप करना है जो आपके लिए ज्यादा कारगर हो.
क्या करें
सही शुरुआत कीजिए,
अगर आप अपने दिन के शुरुआती कुछ घंटों का सही इस्तेमाल कर लेते हैं तो आपका पूरा दिन एक सही डायरेक्शन में जाता है. जिसकी वजह से आप खुशहाल, रिलैक्स्ड और दुनिया जीतने के लिए तैयार होते हैं. तो आप शुरुआत कहां से करेंगे? इसका सीधा और सही जवाब अपनी अंतरात्मा को फॉलो करना और वह करना है जो आपको सही लगे. सुबह 6:00 बजे उठकर 1 घंटे मेडिटेट करना किसी के लिए निरवाना जितना इंपॉर्टेंट हो सकता है तो किसी के लिए दोबारा सोने चले जाने का एक अच्छा बहाना. एक कामयाब मॉर्निंग रूटीन बनाने का सही तरीका एक्सपेरिमेंट करना है. आप इस समरी में दिए गए आईडिया को फॉलो कर सकते हैं अगर आपको अच्छा लगे तो इस पर लगातार अमल करिए और अगर नहीं तो कोई दूसरा आईडिया फॉलो करना शुरू कीजिए. इस तरह आप बहुत जल्द अपने लिए एक सही मॉर्निंग रूटीन ढूंढ लेंगे.
येबुक एप पर आप सुन रहे थे My Morning Routine by Benjamin Spall and Michael Xander
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